जादूगोड़ा के छह लोगों को मिला झारखंड आंदोलनकारी सम्मान सर्टिफिकेट: वर्षों बाद झारखंड सरकार ने किया सम्मानित
वर्षों बाद जादूगोड़ा के छह लोगों को झारखंड आंदोलनकारी सम्मान सर्टिफिकेट मिला। 15 अगस्त को आयोजित समारोह में इन्हें सम्मानित किया गया, साथ ही पेंशन लागू करने की मांग भी की गई।
जमशेदपुर ग्रामीण, 23 अगस्त 2024: झारखंड आंदोलनकारी सम्मान सर्टिफिकेट का इंतजार आखिरकार जादूगोड़ा के छह आंदोलनकारियों के लिए खत्म हुआ। वर्षों बाद, झारखंड आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले इन योद्धाओं को झारखंड सरकार ने सम्मानित किया है। बीते 15 अगस्त को रांची में आयोजित एक समारोह में, झारखंड सरकार के मंत्री बन्ना गुप्ता की उपस्थिति में, इन आंदोलनकारियों को सम्मान सर्टिफिकेट प्रदान किया गया। इस मौके पर उपायुक्त अनन्य मित्तल भी मौजूद थे, जिन्होंने इन आंदोलनकारियों के संघर्ष और योगदान की सराहना की।
झारखंड आंदोलन में योगदान का मान्यता
इस सम्मान समारोह में झारखंड आंदोलनकारी चिन्हित कारण आयोग द्वारा भेजी गई सूची के अनुसार जादूगोड़ा के छह लोगों को सम्मानित किया गया। ये आंदोलनकारी झारखंड के अलग राज्य के गठन के लिए अपने प्राणों की आहुति देने को तैयार थे और लंबे समय तक अपने संघर्ष को जारी रखा। राखा माइंस रेलवे स्टेशन के लक्ष्मण मार्डी, चतरो के विनय कुमार महतो, काला पत्थर के बबलू भक्त, डोरका साईं के मनिंद्र महतो, डोरका साईं के भुवन महतो और बनगोड़ा के प्रणव महतो को यह सम्मान मिला है।
सम्मानित आंदोलनकारियों की प्रतिक्रिया
सम्मान प्राप्त करने के बाद, आंदोलनकारी नेता लक्ष्मण मार्डी और विनय महतो ने झारखंड सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "हम वर्षों से इस सम्मान की प्रतीक्षा कर रहे थे और आज इसे पाकर हम गर्व महसूस कर रहे हैं।" उन्होंने सरकार से अपील की कि उन्हें जल्द से जल्द पेंशन योजना का लाभ दिया जाए ताकि वे और उनके परिवार सम्मानजनक जीवन जी सकें।
आंदोलनकारी सम्मान का महत्व
झारखंड आंदोलनकारी सम्मान सर्टिफिकेट न केवल इन आंदोलनकारियों की संघर्ष की मान्यता है, बल्कि यह झारखंड के इतिहास में उनके योगदान को भी सलाम है। इन लोगों ने राज्य के निर्माण के लिए अपना जीवन समर्पित किया और आज भी ये संघर्षशील बने हुए हैं। सम्मान पाने वाले सभी छह लोगों का झारखंड आंदोलन में विशेष योगदान रहा है।
पेंशन लागू करने की मांग
सम्मान समारोह में सम्मानित किए गए आंदोलनकारियों ने राज्य सरकार से जल्द से जल्द पेंशन लागू करने की मांग की है। उन्होंने कहा, "हमें गर्व है कि हमने झारखंड के लिए संघर्ष किया, लेकिन अब समय आ गया है कि हमें हमारी सेवाओं का फल मिले। पेंशन लागू करने से हमें और हमारे परिवारों को स्थिरता मिलेगी।"
प्रतीक्षा सूची में नाम
गौरतलब है कि जादूगोड़ा के दो और लोग भी इस सम्मान की प्रतीक्षा सूची में हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे चलकर उन्हें भी इस सम्मान का लाभ मिलता है या नहीं।
झारखंड आंदोलनकारी सम्मान सर्टिफिकेट ने जादूगोड़ा के इन छह लोगों को उनके संघर्ष की मान्यता दी है, लेकिन साथ ही यह एक नई जिम्मेदारी भी है कि सरकार इन आंदोलनकारियों को पेंशन और अन्य सुविधाएं जल्द से जल्द प्रदान करे। इससे ये लोग अपने परिवार के साथ सम्मानजनक जीवन जी सकें और उनका संघर्ष आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बन सके।
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