Jamshedpur Violence: नशे में हुड़दंगियों का विरोध किया, युवक का कान काटा
जमशेदपुर के सीतारामडेरा में नशे के खिलाफ आवाज उठाना युवक को पड़ा भारी। आरोपी ने गुस्से में युवक का कान काटा। जानें पूरी घटना।
जमशेदपुर, झारखंड – सीतारामडेरा थाना क्षेत्र के भुइयांडीह स्थित होमपाइप कॉलोनी में सोमवार की सुबह एक चौंकाने वाली घटना घटी। नशे की हालत में हुड़दंग मचा रहे युवकों का विरोध करना एक परिवार को भारी पड़ गया। इस विवाद ने उस समय हिंसक रूप ले लिया जब एक आरोपी ने गुस्से में युवक का कान दांत से काट दिया।
घायल युवक का नाम धीरज कुमार है, जिसे गंभीर हालत में पहले एमजीएम अस्पताल ले जाया गया, और फिर स्थिति बिगड़ने पर टीएमएच रेफर कर दिया गया।
क्या है पूरा मामला?
घटना तब शुरू हुई जब करवा नामक आरोपी अपने दोस्तों के साथ घर के बाहर नशा कर रहा था। धीरज ने जब इस पर आपत्ति जताई, तो करवा ने गाली-गलौज करना शुरू कर दिया।
स्थिति तब और बिगड़ी जब गुस्से में करवा और उसके दोस्तों ने धीरज के साथ हाथापाई शुरू कर दी। इस दौरान करवा ने दांत से धीरज का कान काट दिया, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया।
धीरज ने बताया कि यह पहली बार नहीं था जब इन युवकों ने घर के बाहर नशा कर हुड़दंग मचाया। पहले भी उनके खिलाफ शिकायत की गई थी, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ।
इलाके में बढ़ती नशे की समस्या
जमशेदपुर जैसे औद्योगिक शहरों में नशे की लत और इसके दुष्परिणाम बढ़ती चिंता का विषय बन गए हैं। भुइयांडीह का यह इलाका पहले भी ऐसी घटनाओं का गवाह रहा है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि नशे के आदी युवक अक्सर शांति भंग करते हैं, और विरोध करने पर हिंसक हो जाते हैं। इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था और सामाजिक जागरूकता की कमी को उजागर कर दिया है।
धीरज ने क्या कहा?
घायल धीरज ने बताया कि वह पहले भी इन युवकों के नशे के विरोध में खड़ा हुआ था। उसने कहा,
"मैंने सिर्फ घर के बाहर हो रहे नशे और हुड़दंग का विरोध किया। लेकिन करवा और उसके दोस्तों ने मेरे साथ मारपीट की और फिर मेरा कान काट दिया। मैं आरोपी के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करूंगा।"
पुलिस और प्रशासन का रुख
घटना के बाद से सीतारामडेरा पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि इस तरह की घटनाओं पर सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में कोई ऐसी हरकत न कर सके।
नशे की बढ़ती लत और इसके खतरनाक परिणाम
इस घटना ने नशे की लत और उससे होने वाली हिंसा के गंभीर परिणामों पर एक बार फिर ध्यान केंद्रित किया है। नशे में डूबे युवाओं द्वारा हिंसा और अपराध की घटनाएं सिर्फ व्यक्तिगत नुकसान तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह पूरे समाज को प्रभावित करती हैं।
इलाके में दहशत का माहौल
घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है। लोग अपने बच्चों और परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से अपील की है कि इस तरह के हुड़दंगियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
नशे के खिलाफ क्या करना चाहिए?
- स्थानीय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाना।
- पुलिस गश्त को बढ़ाना ताकि नशेड़ी युवाओं को नियंत्रित किया जा सके।
- नशे की रोकथाम के लिए काउंसलिंग और पुनर्वास केंद्रों की स्थापना।
सीतारामडेरा में हुई यह घटना केवल एक व्यक्ति की समस्या नहीं है, बल्कि यह समाज में बढ़ते नशे और उसकी वजह से हो रही हिंसा की कड़वी सच्चाई को उजागर करती है। यह समय है कि स्थानीय प्रशासन और समाज मिलकर नशे के खिलाफ कड़े कदम उठाएं।
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