Hazaribagh Accident: ट्रेलर ने मचाया कहर, जवान की मौत, तीन घायल
हजारीबाग जिले के चौपारण में एक भीषण सड़क हादसे में जैप-7 के जवान की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। जानें कैसे हुआ यह दर्दनाक हादसा।
हजारीबाग जिले के चौपारण थाना क्षेत्र में सोमवार की सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। चोरदाहा चेकपोस्ट के पास तेज रफ्तार ट्रेलर ने पहले एक पशु लदे पिकअप वैन को जोरदार टक्कर मारी, जिससे वैन सड़क पर पलट गई। हादसा यहीं नहीं रुका, बेकाबू ट्रेलर ने चेकपोस्ट पर ड्यूटी कर रहे जैप-7 के जवानों को भी रौंद दिया।
इस हादसे में हवलदार अरुण कुमार दुबे की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, तीन अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कैसे हुआ हादसा?
हादसा हजारीबाग से करीब 70 किलोमीटर दूर चौपारण इलाके में हुआ। सुबह के वक्त चेकपोस्ट पर जैप-7 के जवान नियमित ड्यूटी पर थे। तभी अचानक तेज रफ्तार ट्रेलर ने चेकपोस्ट के पास खड़े वाहन और जवानों को टक्कर मार दी। इसके बाद ट्रेलर, पास के सुरेंद्र यादव के घर में जा घुसा।
हजारीबाग पुलिस अधीक्षक (एसपी) अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है और वाहन को जब्त कर लिया गया है।
इतिहास में सड़क दुर्घटनाओं का स्याह सच
झारखंड में सड़क हादसे नई बात नहीं हैं। नेशनल हाईवे-2 (जीटी रोड) और नेशनल हाईवे-33 जैसे महत्वपूर्ण मार्गों पर आए दिन तेज रफ्तार और लापरवाही से वाहन चलाने के कारण दुर्घटनाएं होती रहती हैं। इन सड़कों पर पुलिस सुरक्षा के बावजूद सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता की कमी साफ नजर आती है।
चोरदाहा चेकपोस्ट के पास भी कई बार हादसे हो चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि वाहनों की स्पीड लिमिट को सख्ती से लागू करना और चेकपोस्ट पर सुरक्षा उपायों को बढ़ाना बेहद जरूरी है।
मृतक की पहचान और कार्रवाई
हादसे में मृतक जवान की पहचान हवलदार अरुण कुमार दुबे के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, घायल जवानों का इलाज जारी है।
एसपी अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि घटना के बाद ट्रक चालक को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया और ट्रक को जब्त कर लिया गया है। चालक से पूछताछ की जा रही है ताकि दुर्घटना के सही कारणों का पता लगाया जा सके।
आमजन के लिए चेतावनी
यह हादसा एक कड़ी चेतावनी है कि सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन कितना महत्वपूर्ण है। तेज रफ्तार और लापरवाही से वाहन चलाने वालों पर सख्ती से कार्रवाई होनी चाहिए।
इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और प्रशासनिक सतर्कता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन और नागरिकों दोनों को मिलकर ऐसे हादसों को रोकने के लिए कदम उठाने होंगे।
हजारीबाग के इस हादसे ने न सिर्फ एक जवान की जान ले ली, बल्कि परिवारों और समाज को गहरा सदमा पहुंचाया है। यह जरूरी है कि ऐसी घटनाओं से सीख लेते हुए सड़क सुरक्षा पर सख्त कदम उठाए जाएं।
What's Your Reaction?