Jamshedpur Waste Management: निगम के कचरा उठाव में तेजी, कांग्रेस नेताओं पर उठे सवाल
Jamshedpur में कचरा उठाव को लेकर विवाद बढ़ा। नगर निगम ने कचरा उठाने की प्रक्रिया तेज की, लेकिन कांग्रेस नेताओं द्वारा विरोध के आरोप लगे। जानें पूरी कहानी और सरकार की प्रतिक्रिया!
Jamshedpur के मानगो नगर निगम में कचरा निष्पादन को लेकर नगर निगम की कोशिशों में तेजी आई है, लेकिन इसके साथ ही राजनीतिक विवाद भी उभरकर सामने आया है। निगम के कर्मचारियों ने आज फिर से घरों से कचरा उठाया और उसे नियत स्थान पर डंप किया। सूत्रों के अनुसार, अगले दो दिनों में पूरे मानगो क्षेत्र के कचरे को उठाया जाएगा। इस प्रक्रिया में Jamshedpur पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने भी अपनी सक्रियता दिखाई और इस पर बयान दिया।
नगर निगम की निरंतर कोशिश:
मानगो नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि कचरा उठाव प्रक्रिया लगातार जारी है और डिमना रोड जैसे क्षेत्रों से कचरा उठाया गया है। इसके बावजूद, मानगो के कुछ हिस्सों में कचरा न उठाने की समस्याएं सामने आई हैं। सरयू राय ने अपनी सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए बताया कि आज ही निगम ने 119 टन कचरा उठाया और उसे निर्धारित स्थान पर डंप किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि अगले दो दिन में समूचे मानगो क्षेत्र के कचरे को उठाया जाएगा।
कांग्रेस नेताओं का विरोध:
इस बीच, आदित्यपुर में कचरा डंपिंग के खिलाफ कांग्रेस के नेताओं ने अड़ंगा डाला था, जिससे कचरा उठाने की प्रक्रिया में देरी हुई। सरयू राय ने कहा कि अगर कांग्रेस नेताओं ने आदित्यपुर में कचरा डंपिंग का विरोध नहीं किया होता, तो अब तक मानगो का कचरा पूरी तरह से उठ चुका होता। उन्होंने यह सवाल उठाया कि कांग्रेस के नेताओं ने किसकी शह पर कचरा डंपिंग को रोका और इसे एक जांच का विषय बताया।
सरयू राय का बयान:
सरयू राय ने गुरुवार को अपने बयान में कहा कि मानगो नगर निगम के कचरा निष्पादन की समस्या के लिए जिम्मेदार व्यक्ति केवल बन्ना गुप्ता हैं। उनका आरोप है कि पिछले डेढ़ साल से एनजीटी का आदेश लागू नहीं कराया गया और मानगो के लिए कचरा निष्पादन स्थल भी नहीं चिन्हित किया गया। अब बन्ना गुप्ता मुख्यमंत्री से अपनी जिम्मेदारियों से पिंड छुड़ाने के लिए पत्र लिख रहे हैं और खुद को प्रचार का साधन बना रहे हैं। सरयू राय का कहना था कि जनता के सामने आने से पहले बन्ना गुप्ता को अपनी गलतियों के लिए माफी मांगनी चाहिए।
कचरा निष्पादन का इतिहास:
मानगो क्षेत्र में कचरा निष्पादन की समस्या एक पुरानी समस्या है, जो कई सालों से गंभीर बनी हुई है। इस क्षेत्र में कचरा उठाने की प्रक्रिया कभी भी नियमित रूप से नहीं हो पाई है। कई बार स्थानीय प्रशासन और राजनीतिक पार्टियों के बीच मतभेद सामने आए हैं, जिससे कचरा उठाव में रुकावटें आई हैं। कई बार कचरा डंपिंग को लेकर भी विवाद उठ चुके हैं, क्योंकि कई राजनीतिक दलों ने अपने हितों के तहत कचरा डंपिंग के स्थानों को लेकर विवाद खड़ा किया है।
बन्ना गुप्ता पर निशाना:
राजनीतिक मामलों में उभरती हुई इस चर्चा ने बन्ना गुप्ता को निशाने पर लिया है। सरयू राय ने आरोप लगाया है कि एनजीटी के आदेश को लागू न करना और कचरा निष्पादन के लिए उचित स्थान नहीं चिन्हित करना, दोनों ही बन्ना गुप्ता की जिम्मेदारी थी। इसके बाद उनके खिलाफ कई राजनीतिक बयान सामने आए हैं। इस तरह के बयान अब क्षेत्रीय राजनीति में गंभीरता से लिए जा रहे हैं और सरकार पर दबाव बढ़ा रहे हैं।
भविष्य में क्या होगा?
इस कचरा निष्पादन विवाद के बीच यह देखना होगा कि नगर निगम और राज्य सरकार आगे क्या कदम उठाती है। कचरा उठाने की प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रशासन को त्वरित उपायों की आवश्यकता होगी। इसके अलावा, राजनीतिक दलों के बीच इस मुद्दे पर बढ़ता विवाद एक नया मोड़ ले सकता है, जिससे आने वाले दिनों में मानगो क्षेत्र में और भी आंदोलन हो सकते हैं।
कचरा निष्पादन की समस्या मानगो क्षेत्र के लिए बड़ी चुनौती बन चुकी है, और इसके समाधान में प्रशासन और राजनीतिक दलों के बीच गहरे मतभेद उभरकर सामने आए हैं। नगर निगम और सरकार पर यह दबाव है कि वे जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करें, ताकि स्थानीय लोग बेहतर स्वच्छता का अनुभव कर सकें।
What's Your Reaction?