Jamshedpur Justice: सीतारामडेरा में 9 साल की बच्ची के साथ अमानवीय व्यवहार, CCTV फुटेज से खुला राज, गुस्साए लोगों ने की जमकर पिटाई
जमशेदपुर के सीतारामडेरा थाना क्षेत्र में घाघीडीह जेल के एक कक्षपाल **(55) पर 9 साल की बच्ची के साथ अशोभनीय हरकत का गंभीर आरोप लगा है। CCTV फुटेज से आरोपी संजय कुमार सिंह के पकड़े जाने के बाद गुस्साए लोगों ने उसकी पिटाई कर दी और पुलिस जीप पर पथराव किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
जमशेदपुर के सीतारामडेरा थाना क्षेत्र में मंगलवार की शाम एक दिल दहला देने वाली घटना ने मानवीयता को शर्मसार कर दिया। न्यू बारीडीह इलाके में रहने वाले और घाघीडीह जेल में कक्षपाल के पद पर कार्यरत 55 वर्षीय संजय कुमार सिंह पर आरोप है कि उसने नौ साल की एक मासूम बच्ची के साथ अमानवीय और अशोभनीय हरकत की। यह मामला केवल आपराधिक कृत्य तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसके बाद फैले आक्रोश ने कानून व्यवस्था को भी चुनौती दी।
परिजनों को शाम को जब बच्ची के व्यवहार में कुछ अजीब लगा, तो उन्हें किसी गलत होने का संदेह हुआ। इसके बाद परिवार ने तत्काल आसपास के सीसीटीवी कैमरों की जांच की। भालूबासा चौक के पास स्थित एक दुकान के फुटेज ने सच्चाई सामने ला दी: फुटेज में आरोपी संजय कुमार सिंह को बच्ची को बहला-फुसलाकर तीन मंजिला इमारत की छत पर ले जाते हुए देखा गया।
CCTV से खुला राज: भीड़ ने की जमकर पिटाई
फुटेज देखते ही पीड़ित परिवार और मोहल्ले के लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। वे तुरंत आरोपी के फ्लैट पहुंचे और उसे पकड़ लिया। लोगों ने आरोपी की जमकर पिटाई कर दी। जब आरोपी की पत्नी बीच-बचाव करने आई, तो उसे भी लोगों के भारी आक्रोश का सामना करना पड़ा।
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पुलिस पर पथराव: सूचना मिलते ही सीतारामडेरा पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति संभालने का प्रयास किया। लेकिन बच्चों के खिलाफ हुए इस घिनौने कृत्य के कारण भीड़ बेकाबू हो गई। गुस्साए लोगों ने पुलिस जीप पर पथराव कर दिया। पुलिस से धक्का-मुक्की के बीच किसी तरह आरोपी और उसकी पत्नी को भीड़ से निकालकर थाने लाया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री का हस्तक्षेप: तत्काल कार्रवाई
घटना के बाद माहौल और गर्मा गया, जब पीड़ित परिवार के कुछ सदस्य पुलिस की शुरुआती कार्रवाई से असंतुष्ट होकर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के आवास पर पहुंचे। वहां से थाने को तत्काल और सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया। इसके बाद सिटी एसपी कुमार शिवाशिष और डीएसपी भोला प्रसाद सिंह ने थाने पहुंचकर मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित जांच का आदेश दिया।
पुलिस ने बच्ची के परिवार की शिकायत पर तुरंत आरोपी कक्षपाल संजय कुमार सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार को बच्ची की मेडिकल जांच एमजीएम अस्पताल में कराई जाएगी और न्यायालय में बयान दर्ज कराने की प्रक्रिया भी पूरी की जाएगी। सवाल यह है कि कानून के रक्षक के पद पर बैठे व्यक्ति ने यह घिनौना अपराध कैसे किया और उसे इसकी सजा कब मिलेगी।
आपकी राय में, जमशेदपुर समेत झारखंड में बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकने और सरकारी कर्मचारियों द्वारा ऐसे कृत्यों को करने पर कड़ी सजा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन और न्यायपालिका को कौन से दो सबसे सख्त और निवारक कदम उठाने चाहिए?
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