Sahibganj Shock : राजमहल में जुआ का विरोध करने पर सौतेले भाई ने लाठी से पीटकर मार डाला, सरफराजगंज में खूनी जमीन विवाद, चाकू घोंपकर एक की हत्या, एक गंभीर
झारखंड के साहिबगंज जिले में दीपावली के दौरान हत्या की दो अलग-अलग घटनाओं से दहशत है। राजमहल में जुआ का विरोध करने पर सौतेले भाई गुड्डू महतो ने भीमा महतो (24) को लाठी से पीटकर मार डाला। वहीं, राधानगर थाना क्षेत्र में जमीन विवाद के चलते बेलाल मोमिन की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई और उनका भाई गंभीर रूप से घायल है।
दीपावली, जो परिवारों को एकजुट करने और खुशियां लाने का त्योहार है, वह झारखंड के साहिबगंज जिले में इस बार दो अलग-अलग जगहों पर खून और मातम का पैगाम लेकर आई। राजमहल और राधानगर थाना क्षेत्रों में हुई दो हत्याओं ने जिले में दहशत और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है।
राजमहल: जुआ का विरोध पड़ा भारी, सौतेले भाई ने की हत्या
राजमहल थाना क्षेत्र के चांय टोली में हुई हत्या ने रिश्तों के तार-तार होने की कहानी बयान की। हीरालाल महतो के 24 वर्षीय पुत्र भीमा महतो की लाठी से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। आरोप है कि इस घटना को अंजाम देने वाला कोई और नहीं, बल्कि भीमा का सौतेला बड़ा भाई गुड्डू महतो था।
घटना दीपावली की रात घटी, जब गुड्डू महतो अपने घर के पास जुआ का खेल करा रहा था। परिजनों के अनुसार, भीमा महतो ने जब इस सामाजिक बुराई का विरोध किया, तो गुड्डू महतो आपरा खो बैठा। उसने भीमा को लाठी से इतना बुरी तरह पीटा कि वह लहुलुहान हो गया। आसपास के लोग और परिवार उसे तुरंत अनुमंडल अस्पताल ले गए, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
सरफराजगंज: खूनी जमीन विवाद ने ली एक और जान
इसी बीच, राधानगर थाना क्षेत्र के दक्षिण सरफराजगंज पंचायत के मनिहारीटोला (भट्ठा) के बहियार में जमीन विवाद के चलते सोमवार को भीषण खूनखराबा हुआ। इस घटना में 48 वर्षीय बेलाल मोमिन की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई, जबकि उनके छोटे भाई 45 वर्षीय जलाल मोमिन भी चाकू से गंभीर रूप से घायल हो गए। उनकी हालत काफी गंभीर बताई जा रही है।
सोमवार दोपहर करीब दो बजे बेलाल मोमिन और जलाल मोमिन अपने खेत (दाग नंबर 2808) को ट्रैक्टर से जुतवाने गए थे। आरोप है कि हाफिजुद्दीन मोमिन, जोहर अलि मोमिन समेत 14 लोग हरवे हथियार से लैस होकर पहुंचे और खेत जोतने से मना किया। तू-तू-मैं-मैं के बीच आरोपियों ने बेलाल मोमिन और उनके पक्ष के लोगों को चारों तरफ से घेर लिया। एक व्यक्ति ने बेलाल मोमिन के पेट में चाकू घोंप दिया, जबकि जलाल मोमिन पर भी चाकू और हंसुआ से वार किया गया।
पुलिस ने मृतक की पत्नी सालेहा बीवी के बयान पर हाफिजुद्दीन मोमिन समेत 14 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली है और उनकी तलाश जारी है। दीपावली के दौरान हुई ये दोहरी हत्याएं साहिबगंज में बढ़ते जुआ और जमीन विवाद के खूनी चरित्र को दर्शाती हैं।
आपकी राय में, झारखंड में जुआ और जमीन विवाद जैसे मामलों को खूनी रूप लेने से रोकने और अपराधियों को पकड़ने के लिए स्थानीय पुलिस और राजस्व विभाग को कौन से दो सबसे प्रभावी और सख्त कदम उठाने चाहिए?
What's Your Reaction?


