Jamshedpur Training: ग्रेजुएट कॉलेज में स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम खत्म, 120 छात्राओं को मिला मौका!
जमशेदपुर के ग्रेजुएट कॉलेज में पांच दिवसीय स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम खत्म, 120 छात्राओं को MSME मंत्रालय से प्रमाण पत्र मिलेगा। जानें इसकी खास बातें!

जमशेदपुर: ग्रेजुएट कॉलेज, साकची में पांच दिवसीय प्रबंधन विकास कार्यक्रम का सफल समापन हो गया। 18 मार्च से 22 मार्च 2025 तक चले इस विशेष कार्यक्रम का आयोजन इंडो-डेनिश टूल रूम (IDTR), जमशेदपुर और भारत सरकार के MSME मंत्रालय के सहयोग से किया गया।
इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में सूचना प्रौद्योगिकी (IT), मानव संसाधन प्रबंधन (HR), वित्तीय प्रबंधन (Financial Management) और अपशिष्ट प्रबंधन (Waste Management) से जुड़े कोर्स कराए गए। खास बात यह रही कि इन कोर्सेज को ICT (सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी) के माध्यम से डिजिटल तरीके से संचालित किया गया।
इतिहास: भारत में स्किल डेवलपमेंट का सफर
भारत में स्किल डेवलपमेंट की शुरुआत 1969 में राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद (NCVT) के गठन से हुई थी। हालांकि, 2015 में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) की शुरुआत के बाद देश में बड़े पैमाने पर युवाओं को तकनीकी और व्यवसायिक शिक्षा देने पर जोर दिया गया। MSME मंत्रालय भी देशभर में स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम्स को प्रमोट कर रहा है, जिससे युवाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
120 छात्राओं को मिला प्रशिक्षण, MSME मंत्रालय देगा सर्टिफिकेट
इस खास प्रोग्राम में 120 छात्राओं ने भाग लिया, जबकि ग्रेजुएट कॉलेज के 26 प्रशिक्षकों और अरका जैन विश्वविद्यालय के 5 प्रशिक्षकों ने इसमें सहयोग दिया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्राओं में उद्यमिता (Entrepreneurship) और कौशल विकास (Skill Development) को बढ़ावा देना था।
कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले प्रमुख व्यक्ति:
IDTR, जमशेदपुर से इंजीनियरिंग एंड नोडल ऑफिसर मिस्टर ज्योति रजक
ग्रेजुएट कॉलेज से मुख्य संचालिका मिस दीप्ती और डॉ. श्वेता शर्मा
विभिन्न कोर्स संचालक:
- डॉ. सुनीता बंकिरा
- डॉ. सुशीला हांसदा
- मिस प्रणति एक्का
- प्रकाश कुमार
समापन समारोह: प्राचार्य ने भरी आत्मविश्वास की ऊर्जा
कार्यक्रम के अंतिम दिन कॉलेज की प्राचार्य डॉ. वीणा सिंह प्रियदर्शी ने मोटिवेशनल स्पीच दी। उन्होंने छात्राओं को आत्मनिर्भर बनने, खुद पर विश्वास रखने और अपने कौशल को निखारने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा,
"आज की दुनिया में सफलता सिर्फ किताबी ज्ञान से नहीं, बल्कि वास्तविक कौशल से मिलती है। यह कार्यक्रम आपको भविष्य के लिए तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।"
छात्राओं को कैसे मिलेगा MSME सर्टिफिकेट?
इस कार्यक्रम में भाग लेने वाली सभी छात्राओं को भारत सरकार के MSME मंत्रालय द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा, जो उन्हें भविष्य में नौकरी पाने या खुद का व्यवसाय शुरू करने में मदद करेगा।
क्या आपको भी ऐसे ट्रेनिंग प्रोग्राम में भाग लेना चाहिए?
अगर आप भी बिजनेस मैनेजमेंट, IT, वित्तीय प्रबंधन या अपशिष्ट प्रबंधन में रुचि रखते हैं और खुद को प्रोफेशनल रूप से मजबूत बनाना चाहते हैं, तो ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों में हिस्सा लेना आपके करियर के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
आने वाले समय में और बड़े प्रोग्राम की तैयारी
कॉलेज प्रशासन के अनुसार, भविष्य में इसी तरह के और स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम आयोजित किए जाएंगे, ताकि छात्राओं को नौकरी के नए अवसरों और इंडस्ट्री की जरूरतों के अनुसार प्रशिक्षित किया जा सके।
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