Jamshedpur Tragedy: आग ताप रही वृद्ध महिला झुलसी, इलाज के दौरान निधन
जमशेदपुर के पटमदा में आग ताप रही वृद्ध महिला झुलसी, इलाज के दौरान निधन। जानें कैसे हुआ हादसा और किन सावधानियों से बचा जा सकता है।
जमशेदपुर: ठंड के मौसम में आग तापना जहां राहत देता है, वहीं जरा सी लापरवाही जानलेवा भी साबित हो सकती है। ऐसा ही एक दर्दनाक हादसा पटमदा थाना क्षेत्र के गोपालपुर में हुआ, जहां 70 वर्षीय वृद्ध महिला मुक्ता देवी आग तापने के दौरान झुलस गईं। गंभीर रूप से घायल अवस्था में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।
कैसे हुआ हादसा?
घटना मंगलवार दोपहर की है, जब मुक्ता देवी अपने घर के आंगन में आग ताप रही थीं। इसी दौरान उनकी साड़ी में आग लग गई, और वे गंभीर रूप से झुलस गईं। परिवार के लोग तुरंत उन्हें स्थानीय अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन उनकी स्थिति गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने उन्हें एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया। वहां इमरजेंसी में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बर्न वार्ड में भर्ती किया गया, लेकिन बुधवार सुबह 4 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
घर का सहारा छिन गया!
मुक्ता देवी के परिवार के लिए यह दूसरी बड़ी त्रासदी है। उनके पति अजीत कुंभकार का निधन महज 9 महीने पहले हुआ था। पति के जाने के बाद से ही मुक्ता देवी अक्सर उदास रहती थीं। उनके पांच बच्चे हैं, जो इस घटना के बाद गहरे शोक में हैं।
सावधानी ही सुरक्षा है!
इस घटना ने एक बार फिर आग से जुड़ी सुरक्षा सावधानियों की ओर ध्यान आकर्षित किया है। ठंड के दिनों में गांवों और कस्बों में लोग अलाव जलाकर तापते हैं, लेकिन कपड़ों में आग लगने की घटनाएं आम होती जा रही हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, आग के पास बैठते समय ढीले और सिंथेटिक कपड़े पहनने से बचना चाहिए। साथ ही, बच्चों और बुजुर्गों को आग के बेहद पास बैठने से रोकना चाहिए।
पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
आग से बचाव के कुछ जरूरी उपाय
- कपड़ों का ध्यान रखें - आग के पास ऊनी या सूती कपड़े पहनें, सिंथेटिक कपड़े जल्दी आग पकड़ सकते हैं।
- पर्याप्त दूरी बनाए रखें - अलाव के बहुत करीब न बैठें, खासकर बुजुर्ग और बच्चों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।
- आपातकालीन उपाय अपनाएं - अगर किसी के कपड़ों में आग लग जाए तो दौड़ने की बजाय जमीन पर लुढ़ककर आग बुझाने की कोशिश करें।
- पानी और कंबल पास रखें - आग तापते समय पास में पानी या कंबल जरूर रखें ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत इस्तेमाल किया जा सके।
स्थानीय प्रशासन से अपील
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए। सरकारी स्तर पर गांवों और कस्बों में आग से बचाव के तरीकों पर विशेष कार्यशालाएं आयोजित की जानी चाहिए।
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