Haridwar Review Book – "सेवा और समर्पण" : एक पुलिस अधिकारी की प्रेरणादायक यात्रा

सेवा और समर्पण" पुस्तक प्रसिद्ध पुलिस अधिकारी स्व. मुहम्मद रफ़ी ख़ान की जीवनी है, जिसे उनके पुत्र ख़ान परवेज़ रफ़ी ने लिखा है। यह किताब पुलिस सेवा की चुनौतियों और संघर्षों को करीब से दिखाती है।

Jan 29, 2025 - 17:53
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Haridwar Review Book – "सेवा और समर्पण" : एक पुलिस अधिकारी की प्रेरणादायक यात्रा
Haridwar Review Book – "सेवा और समर्पण" : एक पुलिस अधिकारी की प्रेरणादायक यात्रा

क्या आपने कभी सोचा है कि पुलिस अधिकारी अपने कार्यकाल के दौरान किन-किन कठिनाइयों से गुजरते हैं? कैसी होती है उनकी ज़िंदगी, और क्या वे आम लोगों की तरह ही सोचते और महसूस करते हैं? इन्हीं सवालों का जवाब देती है "सेवा और समर्पण", जो न केवल एक पुलिस अधिकारी की आत्मकथा है, बल्कि पुलिस विभाग के भीतर झांकने का एक दुर्लभ अवसर भी प्रदान करती है।

एक प्रेरणादायक पुलिस अधिकारी की कहानी

"सेवा और समर्पण" पुस्तक प्रसिद्ध पुलिस अधिकारी स्व. मुहम्मद रफ़ी ख़ान की जीवनी है, जिसे उनके पुत्र ख़ान परवेज़ रफ़ी ने बड़े परिश्रम से लिखा और प्रकाशित किया है। यह किताब केवल एक जीवनी नहीं, बल्कि उन संघर्षों और अनुभवों की झलक है जो एक पुलिस अधिकारी को अपनी सेवा के दौरान देखने को मिलती हैं।

मुहम्मद रफ़ी ख़ान का जीवन समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा का प्रतीक था। वे अपने कार्यकाल के दौरान कई चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से गुजरे, लेकिन कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। उन्होंने अपने अनुभवों को कलमबद्ध करके पुलिस विभाग में कार्यरत अधिकारियों और युवाओं के लिए एक मिसाल पेश की है।

पुलिस सेवा और लेखन में अद्भुत संतुलन

ख़ान साहब पुलिस सेवा के दौरान ही लेखन से जुड़े थे। वे "पुलिस पत्रिका" में नियमित रूप से अपने अनुभव साझा करते थे। सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने अपने जीवन की अनकही कहानियों को किताबों के माध्यम से सामने लाने का निर्णय लिया। उन्होंने पांच महत्वपूर्ण पुस्तकें लिखीं, जिनमें से दो को राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला। यह दिखाता है कि वे केवल एक जुझारू पुलिस अधिकारी ही नहीं, बल्कि एक संवेदनशील और प्रबुद्ध लेखक भी थे।

किताब की रोचकता – एक नजर

इस पुस्तक का सबसे दिलचस्प भाग तब आता है, जब लेखक अपने कार्यकाल के दौरान घटी घटनाओं को साझा करते हैं। इसमें कुछ घटनाएं बेहद रोमांचक हैं, तो कुछ भावनाओं से भरपूर। लेखक ने बताया है कि पुलिस अधिकारियों को किन मानसिक और शारीरिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है और कैसे वे जनता की सेवा के लिए अपने निजी जीवन की कुर्बानी देते हैं।

लेखक ने अपने बचपन, पारिवारिक जीवन और पुलिस सेवा में प्रवेश की यात्रा को बड़े ही रोचक ढंग से प्रस्तुत किया है। उन्होंने अपने प्रशिक्षण से लेकर पहली पोस्टिंग तक की कहानी साझा की है। पुस्तक में उन घटनाओं का जिक्र भी किया गया है, जब उन्होंने अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए साहसिक निर्णय लिए और कठिन परिस्थितियों में भी अपनी ईमानदारी बनाए रखी।

नए पुलिस अधिकारियों के लिए प्रेरणा

"सेवा और समर्पण" न केवल एक आत्मकथा है, बल्कि यह नए पुलिस अधिकारियों के लिए मार्गदर्शन भी है। लेखक ने पुलिस सेवा की चुनौतियों और उसके सकारात्मक पहलुओं को इस तरह प्रस्तुत किया है कि यह पुस्तक हर युवा को प्रेरित कर सकती है, जो देश की सेवा करना चाहता है।

पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली को सरल और स्पष्ट भाषा में समझाने के कारण यह पुस्तक आम पाठकों के लिए भी रोचक बन जाती है। इसमें लेखक के परिवार की तस्वीरें और उनके बारे में वरिष्ठ अधिकारियों की राय भी शामिल है, जो इसे और प्रामाणिक बनाते हैं।

प्रकाशन और कीमत

  • पुस्तक का नाम: सेवा और समर्पण
  • लेखक: ख़ान परवेज़ रफ़ी
  • प्रकाशक: शब्दायन प्रकाशन, उत्तराखंड
  • संस्करण: 2024
  • मूल्य: 300/- रुपये

निष्कर्ष

"सेवा और समर्पण" सिर्फ एक पुलिस अधिकारी की जीवनी नहीं, बल्कि कर्तव्य, ईमानदारी और संघर्ष की गाथा है। यह पुस्तक हर उस व्यक्ति को पढ़नी चाहिए, जो पुलिस विभाग और समाज के बीच संतुलन को समझना चाहता है।

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