Jamshedpur Durga Puja : श्री श्री लेक टाउन हुडको पंडाल में हुआ भव्य उद्घाटन, उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
जमशेदपुर के लेक टाउन हुडको दुर्गा पूजा और काली पूजा कमिटी ने महा षष्ठी पर भव्य पंडाल का उद्घाटन किया। टाटा मोटर्स यूनियन व प्रबंधन के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में मां दुर्गा की आराधना शुरू। जानें खास बातें।

नवरात्र के पावन मौके पर जमशेदपुर एक बार फिर भक्ति और आस्था के रंगों में रंग उठा है। श्री श्री लेक टाउन हुडको दुर्गा पूजा एवं काली पूजा कमिटी के भव्य पंडाल का उद्घाटन महा षष्ठी के दिन बड़े धूमधाम से किया गया। इस शुभ अवसर पर पूरे क्षेत्र में दिव्यता और उल्लास का अद्भुत संगम देखने को मिला।
भव्य शुरुआत और मां का पट्ट उद्घाटन
उद्घाटन समारोह की शुरुआत विधि-विधान के साथ सत्यनारायण पूजा से हुई। इसके बाद कमेटी के चेयरमैन संदीप कुमार जी ने मां दुर्गा का पट्ट खोला और भव्य रूप से पूजा की शुरुआत की। जैसे ही मां का पट्ट खुला, वातावरण में “जय माता दी” के जयकारे गूंज उठे और श्रद्धालुओं की आंखें आस्था से भर आईं।
इस मौके पर विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहे टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के लोकप्रिय कमेटी मेंबर संजीव कुमार मैती और टाटा मोटर्स प्रबंधन से संतोष नारायण जी, जो कि कमेटी के प्रेसिडेंट भी हैं। उनके हाथों से पंडाल का उद्घाटन हुआ।
आयोजन में मौजूद चेहरे
पूरे आयोजन में दुर्गा पूजा कमिटी के कई पदाधिकारी और सदस्य शामिल हुए। वाइस प्रेसिडेंट सूरज कुमार जी, देवेंद्र कुमार जी, जनरल सेक्रेटरी सुधीर कुमार जी, असिस्टेंट सेक्रेटरी दिलीप गोप जी, मिस्टर बनी कुमार, सुजीत कुमार और रितेश ओझा सहित तमाम कमेटी मेंबर इस अवसर पर मौजूद रहे।
पंडाल का वैभव और थीम
लेक टाउन हुडको का पंडाल हर साल अपनी भव्यता और अनोखी थीम के लिए जाना जाता है। इस बार का पंडाल भी देखने लायक है। रंग-बिरंगी रोशनी, आकर्षक सजावट और पारंपरिक कला के मेल ने पंडाल को किसी महल से कम नहीं बनाया। श्रद्धालु यहां पहुंचकर न केवल मां के दर्शन कर रहे हैं बल्कि झांकी और सजावट की खूबसूरती में खो जा रहे हैं।
जमशेदपुर में दुर्गा पूजा का इतिहास
जमशेदपुर की दुर्गा पूजा केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शहर की सांस्कृतिक धरोहर बन चुकी है। 20वीं सदी की शुरुआत में बंगाली समुदाय द्वारा यहां दुर्गा पूजा की नींव रखी गई थी। धीरे-धीरे यह परंपरा पूरे शहर में फैल गई और आज हर इलाका अपने-अपने पंडालों की भव्यता से पहचान बनाने में जुटा है।
लेक टाउन हुडको की पूजा पिछले कई दशकों से लगातार भव्य रूप से आयोजित की जा रही है और यह पंडाल अब शहर की पहचान बन चुका है। स्थानीय लोग इसे सिर्फ पूजा नहीं बल्कि समुदायिक एकजुटता और सांस्कृतिक उत्सव के रूप में देखते हैं।
श्रद्धालुओं की भीड़ और उमंग
महा षष्ठी के दिन से ही पंडालों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग – सभी पारंपरिक वेशभूषा में सजे-धजे दिखाई दिए। मां दुर्गा के दर्शन करने के लिए लंबी कतारें लगीं और हर किसी के चेहरे पर आस्था और उत्साह झलक रहा था।
पूरे इलाके में मेले जैसा माहौल है। मिठाइयों की दुकानें, खेल-तमाशे और सजावटी सामान की चहल-पहल ने पूरे आयोजन को और भी जीवंत बना दिया है।
प्रशासन की तैयारियां
इतनी बड़ी भीड़ को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने भी सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए हैं। CCTV कैमरे लगाए गए हैं और पंडाल परिसर में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है ताकि श्रद्धालु निश्चिंत होकर मां के दर्शन कर सकें।
नवरात्र का उल्लास और भविष्य की झलक
महा षष्ठी से शुरू हुई मां की आराधना दशमी तक पूरे धूमधाम से चलेगी। आने वाले दिनों में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन-कीर्तन और महाभोज का आयोजन भी होगा।
स्पष्ट है कि लेक टाउन हुडको का यह पंडाल केवल धार्मिक आयोजन ही नहीं बल्कि सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है, जो हर साल हजारों लोगों को एक साथ जोड़ता है।
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