Jamshedpur Accident : सड़क पर गड्ढे में पलटी बाइक, ट्रैक्टर चालक की मौत
जमशेदपुर के ब्लू डायमंड होटल के पास सड़क पर बने गड्ढे में बाइक पलटने से 31 वर्षीय ट्रैक्टर चालक सुनील मार्डी की मौत हो गई। हादसे के बाद परिवार और स्थानीय लोग प्रशासन से सड़क मरम्मत की मांग कर रहे हैं।
गुरुवार देर शाम एमजीएम थाना क्षेत्र के एनएच 33 स्थित ब्लू डायमंड होटल के पास एक दुखद सड़क हादसा हुआ, जिसमें बाइक सवार सुनील मार्डी (31) की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक पिपला निवासी था और पेशे से ट्रैक्टर चालक था।
हादसे का पूरा विवरण
सुनील अपने घर से बाइक पर सवार होकर डिमना चौक की ओर जा रहे थे। रास्ते में अचानक बाइक सड़क पर बने गहरे गड्ढे में जा फंसी, जिससे उनका संतुलन बिगड़ गया और बाइक पलट गई।
स्थानीय लोगों ने तुरंत एमजीएम अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने सुनील को मृत घोषित कर दिया। हादसे की सूचना मिलते ही एमजीएम थाना पुलिस अस्पताल पहुंची और शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू की।
सुनील का शव अस्पताल के शीतगृह में रखा गया है और शुक्रवार को उसका पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा।
गड्ढों ने फिर मचाया खतरा
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क पर गहरे गड्ढे आम समस्या बन गए हैं।
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शाम के समय रोशनी कम होने के कारण वाहन चालक इन गड्ढों का अंदाजा नहीं लगा पाते।
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इसके चलते आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं।
इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और प्रशासन की उदासीनता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग मांग कर रहे हैं कि सड़क की मरम्मत और उचित लाइटिंग तुरंत की जाए।
परिवार का मातम
सुनील की मौत की खबर से परिवार में गहरा मातम पसरा है। परिजन रो-रोकर बुरी तरह परेशान हैं। उनके पास आर्थिक और मानसिक सहारा दोनों की कमी है।
स्थानीय समुदाय भी हादसे से सहम गया है और प्रशासन से सुरक्षित सड़क व्यवस्था की गुहार लगा रहा है।
सड़क हादसों की बढ़ती समस्या
जमशेदपुर और आसपास के इलाकों में सड़क पर गड्ढे और असुरक्षित मार्ग लगातार दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं।
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2018 से 2025 तक, एनएच 33 और आसपास के मार्गों पर दर्जनों हादसे हुए हैं।
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अधिकांश हादसों में बाइक सवार युवक और महिलाएं ही प्रभावित होते हैं।
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शाम या रात में रोशनी की कमी और गड्ढों की अनदेखी इन्हें और खतरनाक बनाती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि सड़क की नियमित मरम्मत, पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था और चेतावनी संकेत इस तरह के हादसों को कम कर सकते हैं।
प्रशासन की जिम्मेदारी
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को
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सड़क की मरम्मत और पैचवर्क
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पर्याप्त साइनबोर्ड और चेतावनी संकेत
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गड्ढों के आस-पास रोशनी बढ़ाने
जैसे कदम तुरंत उठाने चाहिए।
यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो इसी तरह के हादसे लगातार होते रहेंगे।
सुनील मार्डी की मौत सिर्फ एक व्यक्ति की व्यक्तिगत त्रासदी नहीं, बल्कि सड़कों की लापरवाही और सुरक्षा की कमी का प्रतीक है।
यह हादसा हमें याद दिलाता है कि
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सड़क हादसों को गंभीरता से लेना चाहिए।
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प्रशासन और नागरिकों दोनों की जिम्मेदारी है कि सड़क को सुरक्षित बनाया जाए।
सुनील का परिवार अब इस हादसे की पीड़ा में जकड़ा हुआ है, लेकिन उम्मीद है कि यह घटना स्थानीय प्रशासन को सचेत करने और सड़क सुरक्षा के लिए कदम उठाने की प्रेरणा बने।
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