क्या मंगल टावर पर हुई कार्रवाई में प्रशासन ने बरती भेदभाव? जानिए स्थानीय लोगों की राय
जेएनएसी के पदाधिकारियों ने कदमा बाजार में मंगल टावर के बेसमेंट को खाली कराया और दुकानों को तोड़ा। स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई को भेदभावपूर्ण बताया। जानिए पूरी खबर।
जेएनएसी के पदाधिकारियों ने गुरुवार को कदमा थाना क्षेत्र के कदमा बाजार मेन रोड स्थित मंगल टावर के बेसमेंट को खाली करा दिया। इस दौरान बेसमेंट में बनी दुकानों को भी मजदूरों की मदद से तोड़वा दिया गया। बताते चलें कि प्रशासन ने इस तोड़फोड़ में जेसीबी का भी इस्तेमाल किया, जिससे बेसमेंट में बनी सीढ़ी के साथ-साथ बाहर लगे होर्डिंग को भी तोड़ डाला गया।
इस अभियान के दौरान मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई, जो विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई को भेदभावपूर्ण बताती रही। लोगों का कहना था कि मंगल टावर के ठीक बगल में काल टावर और वीणापाणी नर्सिंग होम भी हैं, जिनके बेसमेंट में भी दुकानें और क्लीनिक चल रहे हैं। बावजूद इसके, सब कुछ देखकर भी अधिकारियों ने इन बिल्डिंगों पर कोई कार्रवाई नहीं की।
लोगों का कहना था कि बाजार में ऐसी और भी बिल्डिंगें हैं, जिनके बेसमेंट का व्यावसायिक उपयोग हो रहा है। मगर आजतक उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिससे ऐसा लगता है कि विभाग चुन-चुनकर बिल्डिंगों पर कार्रवाई कर रहा है।
जबकि अधिकारियों ने कहा कि जिस बिल्डिंग का नाम लिस्ट में है, सिर्फ उस पर ही कार्रवाई की जा रही है। आगे नाम आने पर उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
मौके पर विभाग के सिटी मैनेजर जॉय गुड़िया, अभियंता महेंद्र कुमार प्रधान, कर्मचारी कृष्णा राम, विनोद तिवारी समेत पुलिस बल भी मौजूद थे।
इस घटना ने स्थानीय समुदाय के बीच बहस छेड़ दी है और प्रशासनिक कार्यवाही की पारदर्शिता पर सवाल उठाए हैं। अब देखना यह है कि आगे आने वाले दिनों में प्रशासन इस मामले पर क्या कदम उठाता है और अन्य बिल्डिंगों पर भी कार्रवाई होती है या नहीं।
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