Durga puja 2025 :श्री दुर्गा ज्वेलरी एंड संस ने महा सप्तमी पर हर पंडाल तक पहुँचाई First Aid Kit
क्या दुर्गा पूजा पंडालों में सुरक्षा को लेकर इतना बड़ा कदम पहले कभी उठाया गया था? जानिए कैसे श्री दुर्गा ज्वेलरी एंड संस ने महा सप्तमी पर हर पंडाल तक पहुँचाई First Aid Kit और क्यों यह लोगों के लिए उम्मीद की नई किरण है।
जमशेदपुर : दुर्गा पूजा सिर्फ भक्ति और उल्लास का पर्व ही नहीं, बल्कि यह हमारे समाज के सामूहिक सहयोग और सुरक्षा का प्रतीक भी बनता जा रहा है। इस बार जमशेदपुर दुर्गा पूजा केंद्रीय समिति (सेंट्रल ज़ोन) के सभी पूजा पंडालों में एक अनोखी पहल की गई है, जिसने हर आगंतुक के दिल में सुरक्षा का भरोसा जगा दिया है।
श्री दुर्गा ज्वेलरी एंड संस के मालिक ने स्वयं आगे आकर महा सप्तमी के दिन सभी पंडालों में First Aid Kits वितरित किए। यह छोटा सा कदम भले ही प्रतीत हो, लेकिन किसी भी आकस्मिक स्थिति—जैसे चोट लगना, हल्की जलन, या अचानक होने वाली मेडिकल इमरजेंसी—में यह किट जीवनदायिनी साबित हो सकती है।
दुर्गा पूजा और महा सप्तमी का महत्व
दुर्गा पूजा के नौ दिनों में महा सप्तमी का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यता है कि इसी दिन माता दुर्गा की मूर्ति में प्राण-प्रतिष्ठा होती है। सप्तमी की सुबह कलश स्थापना और नवरात्रि पूजा का विधिवत आरंभ होता है। इसे शक्ति उपासना का सबसे शुभ समय माना गया है।
पूरे शहर में इसी दिन से पूजा पंडालों में भारी भीड़ उमड़ने लगती है। भक्त अपने परिवार और बच्चों के साथ पंडालों में पहुंचते हैं। भीड़-भाड़ के इस माहौल में कभी-कभी छोटी दुर्घटनाएं या स्वास्थ्य संबंधी परेशानी सामने आ सकती है। ऐसे समय में First Aid Kit का होना किसी आशीर्वाद से कम नहीं।
श्री दुर्गा ज्वेलरी का पहलू
ज्वेलरी की दुकानें अक्सर सोने-चांदी और सजावट से जुड़ी होती हैं। लेकिन श्री दुर्गा ज्वेलरी एंड संस ने यह साबित कर दिया कि असली सोना वही है, जो समाज की सेवा में दमके।
दुकान के मालिक ने कहा—
“हमारे लिए व्यापार से बढ़कर समाज की सेवा महत्वपूर्ण है। दुर्गा पूजा सिर्फ पूजा-पाठ तक सीमित नहीं, यह हम सबकी सुरक्षा और सामूहिक जिम्मेदारी का उत्सव भी है। इसी सोच के तहत हमने हर पंडाल में First Aid Kit पहुंचाई है।”
उनकी इस पहल का स्वागत सभी पंडाल समितियों और भक्तों ने खुले दिल से किया।
क्यों है यह कदम सराहनीय?
भीड़ और सुरक्षा: दुर्गा पूजा में लाखों लोग पंडालों का दर्शन करने आते हैं। अचानक चोट या घबराहट जैसी स्थिति में त्वरित उपचार जरूरी होता है।
जागरूकता बढ़ाना: इस पहल से लोगों में स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रति जागरूकता भी बढ़ेगी।
प्रेरणा का स्रोत: जब एक व्यापारी अपने मुनाफे से आगे सोचकर समाज को प्राथमिकता देता है, तो यह औरों के लिए भी मिसाल बनता है।
भक्तों की प्रतिक्रिया
पंडाल में दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं ने इस कदम की जमकर सराहना की। एक स्थानीय भक्त ने कहा—
“महा सप्तमी के शुभ दिन ऐसा तोहफा मिलना मां दुर्गा का आशीर्वाद ही है। अब हमें विश्वास है कि अगर कोई छोटी-बड़ी परेशानी हुई, तो तुरंत मदद मिल सकेगी।”
एक अन्य भक्त ने इसे “सेवा और श्रद्धा का संगम” बताया।
दुर्गा पूजा: उत्सव से अधिक, जिम्मेदारी भी
दुर्गा पूजा सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह समाज की एकता, सुरक्षा और सामूहिक जिम्मेदारी का उत्सव है। श्री दुर्गा ज्वेलरी एंड संस की पहल ने यह दिखा दिया कि त्योहारों को और भी सार्थक बनाया जा सकता है, अगर हम सभी थोड़ी-सी संवेदनशीलता और दूरदर्शिता दिखाएं।
What's Your Reaction?


