शौर्य संस्था की पहल से सात साल के बच्चे को मिली नई जिंदगी: अमरजीत सिंह राजा और डॉ. अभिषेक की टीम ने दिखाया इंसानियत का रास्ता

शौर्य संस्था और भाजपा नेता अमरजीत सिंह राजा की पहल पर सात वर्षीय साहित मुखी का सफल ऑपरेशन कर उसे नया जीवन मिला। जमशेदपुर के प्रसिद्ध बाल चिकित्सक डॉ. अभिषेक और उनकी टीम ने दिखाई इंसानियत की मिसाल।

Aug 30, 2024 - 15:58
Aug 30, 2024 - 16:34
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शौर्य संस्था की पहल से सात साल के बच्चे को मिली नई जिंदगी: अमरजीत सिंह राजा और डॉ. अभिषेक की टीम ने दिखाया इंसानियत का रास्ता
शौर्य संस्था की पहल से सात साल के बच्चे को मिली नई जिंदगी: अमरजीत सिंह राजा और डॉ. अभिषेक की टीम ने दिखाया इंसानियत का रास्ता

जमशेदपुर: इंसानियत के जज्बे को फिर से साबित करते हुए शौर्य संस्था और भाजपा नेता अमरजीत सिंह राजा ने एक सात साल के मासूम की जिंदगी बचाई है। बर्मामाइंस हरिजन बस्ती के रहने वाले साहित मुखी, जो पहले से अपेंडिक्स की गंभीर बीमारी से जूझ रहा था, को नया जीवन मिला है। राजा की पहल पर, डॉक्टर अभिषेक और उनकी टीम ने सफल ऑपरेशन कर बच्चे की जान बचाई।

बच्चे की स्थिति और तत्काल मदद की जरूरत

साहित मुखी का अप्रैल में रांची के रिम्स में अपेंडिक्स का ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद, डॉक्टरों ने उसके पेट की दाईं ओर मल त्यागने के लिए एक छोटा छेद बना दिया था। लेकिन 21 अगस्त को खेलते वक्त अचानक इस छेद से बच्चे की आंत बाहर निकल आई, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई और तुरंत इलाज की जरूरत पड़ गई।

जब अमरजीत सिंह राजा को इस घटना की जानकारी मिली, तो उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए उपायुक्त अनन्य मित्तल को इस स्थिति से अवगत कराया और जल्द से जल्द ऑपरेशन कराने की मांग की। उपायुक्त ने सिविल सर्जन को इस मामले की जिम्मेदारी सौंपी, लेकिन जमशेदपुर में ऑपरेशन संभव न होने के कारण रिम्स भेजने की सलाह दी गई।

परिवार की दिक्कतें और राजा की इंसानियत

हालांकि, साहित के परिवार के पास इतने संसाधन नहीं थे कि वे उसे रिम्स ले जा सकें। बच्चे के पिता का पहले ही देहांत हो चुका है, और उसकी मां घरों में काम कर परिवार का पेट पालती है। आर्थिक तंगी के कारण आयुष्मान कार्ड भी नहीं बन पाया था। ऐसे में, राजा ने अपनी इंसानियत दिखाते हुए जमशेदपुर के प्रसिद्ध बाल चिकित्सक डॉ. अभिषेक से संपर्क किया।

डॉ. अभिषेक और उनकी टीम की सराहनीय पहल

डॉ. अभिषेक ने मानवता का परिचय देते हुए न केवल बच्चे का इलाज करने का फैसला लिया, बल्कि अपनी टीम के साथ मिलकर तुरंत ऑपरेशन की तैयारी भी कर ली। डॉ. सौम्या घोष और डॉ. एच.आई. पंडा के साथ मिलकर, उन्होंने बच्चे का सफल ऑपरेशन किया और उसकी जान बचाई।

राजा की इस पहल से साफ है कि इंसानियत अभी जिंदा है। उनका यह कदम समाज के बाकी लोगों के लिए एक प्रेरणा है कि कैसे एक छोटी सी पहल किसी की जिंदगी को बदल सकती है।

समुदाय और स्थानीय प्रशासन की सराहना

इस घटना के बाद, जमशेदपुर के लोग और स्थानीय प्रशासन ने अमरजीत सिंह राजा और डॉक्टर अभिषेक की टीम की जमकर सराहना की है। यह घटना एक उदाहरण है कि कैसे सही समय पर की गई पहल किसी की जिंदगी बचा सकती है और समाज को एक सकारात्मक दिशा दे सकती है।

अगले कदम और समाज के लिए संदेश

राजा ने यह भी घोषणा की है कि वह भविष्य में भी ऐसे जरूरतमंदों की मदद के लिए तत्पर रहेंगे। उन्होंने समाज के सक्षम लोगों से भी अपील की कि वे ऐसे नेक कार्यों में अपना सहयोग दें ताकि किसी भी जरूरतमंद को समय पर सहायता मिल सके।

यह घटना बताती है कि जब समाज का हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी समझकर मदद के लिए आगे आएगा, तो कोई भी मुश्किल हालातों में अकेला नहीं पड़ेगा।

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Chandna Keshri चंदना केशरी, जो गणित-विज्ञान में इंटरमीडिएट हैं, स्थानीय खबरों और सामाजिक गतिविधियों में निपुण हैं।