महिलाओं और बच्चों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ बारीडीह गोलचक्कर पर क्षत्रिय समाज का प्रदर्शन, ममता बनर्जी का फूंका पुतला

जमशेदपुर में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अत्याचार के विरोध में क्षत्रिय समाज संपूर्ण भारत का प्रदर्शन। ममता बनर्जी का पुतला फूंका और इस्तीफे की मांग की।

Aug 30, 2024 - 16:08
Aug 30, 2024 - 16:34
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महिलाओं और बच्चों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ बारीडीह गोलचक्कर पर क्षत्रिय समाज का प्रदर्शन, ममता बनर्जी का फूंका पुतला
महिलाओं और बच्चों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ बारीडीह गोलचक्कर पर क्षत्रिय समाज का प्रदर्शन, ममता बनर्जी का फूंका पुतला

बारीडीह, जमशेदपुर: देशभर में बच्चों और महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचारों से तंग आकर क्षत्रिय समाज संपूर्ण भारत ने शनिवार को बारीडीह गोलचक्कर पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व केंद्रीय अध्यक्ष चंदा सिंह ने किया। प्रदर्शनकारियों ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पुतला फूंका और उनके इस्तीफे की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी, जो खुद एक महिला हैं, ने बलात्कारियों और अपराधियों के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाया है, जिससे महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा खतरे में है।

महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर सवाल

प्रदर्शनकारियों का कहना था कि न तो महिलाएं और न ही बच्चे घर के अंदर या बाहर सुरक्षित हैं। हाल की घटनाओं, जैसे कोलकाता कांड और मधुबनी जिले में निशा कुमारी के साथ हुए गैंगरेप ने इस मुद्दे को और गंभीर बना दिया है। निशा कुमारी के मामले में, अपराधियों ने घर में घुसकर उसके साथ गैंगरेप किया और उसे जान से मारने की कोशिश की। तीन से चार साल की बच्चियों तक को भी नहीं बख्शा जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने पूछा, "इस विकृत मानसिकता के लिए जिम्मेदार कौन है और यह कब खत्म होगी?"

सख्त सजा की मांग

क्षत्रिय समाज की महिलाओं ने जोर देकर कहा कि अब समय आ गया है कि हर घर की महिला, बच्चे, और पुरुष एकजुट होकर केंद्र सरकार से अपील करें कि ऐसे जघन्य अपराधों में एक महीने के भीतर दोषियों को सजा-ए-मौत दी जाए। उन्होंने मांग की कि ऐसे मामलों में किसी भी तरह की देरी या दया न दिखाई जाए।

सीबीआई की भूमिका पर सवाल

प्रदर्शन में शामिल लोगों ने पुलिस और सीबीआई की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कई मामलों में पुलिस ने केस सीबीआई को सौंप दिया है, लेकिन सीबीआई ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं और दोषी आज भी खुलेआम घूम रहे हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण सुशांत सिंह राजपूत केस है, जिसे अभी तक सुलझाया नहीं जा सका है। आम जनता को समझ नहीं आ रहा है कि इन सबके लिए वह किस दरवाजे को खटखटाए।

प्रदर्शन में प्रमुख लोगों की उपस्थिति

इस प्रदर्शन में प्रदेश उपाध्यक्ष श्वेता सिंह, कोल्हान अध्यक्ष लक्ष्मी सिंह, जिला अध्यक्ष अर्चना सिंह और क्षत्रिय समाज संपूर्ण भारत के विभिन्न मंडलों के अध्यक्ष शामिल थे। उनके साथ विभा सिंह, अंजली सिंह, पूनम सिंह, निशा सिंह, काजल सिंह, बिना सिंह, ऋतु सिंह, शोभा सिंह, कंचन सिंह, मीना सिंह, पुतुल सिंह, देवी उषा, रितिका श्रीवास्तव, प्रतीभा सिंह देवी, कांची, भानु, अरुण, राजेश सिंह, राकेश सिंह, पूनम सिंह, चंद्रभूषण सिंह, सुरेंद्र, और बबीता ठाकुर भी अपनी टीम के साथ शामिल हुए।

संदेश और अगला कदम

प्रदर्शन के अंत में, चंदा सिंह ने कहा कि जब तक महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जाती, तब तक क्षत्रिय समाज संपूर्ण भारत का आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से सख्त कार्रवाई करने की मांग की और कहा कि देश के हर नागरिक को अब इस मुद्दे पर जागरूक होना होगा और अत्याचार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करनी होगी।

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Chandna Keshri चंदना केशरी, जो गणित-विज्ञान में इंटरमीडिएट हैं, स्थानीय खबरों और सामाजिक गतिविधियों में निपुण हैं।