Itki Havoc: इटकी और कर्रा में हाथियों का कहर, फसलें बर्बाद, ग्रामीणों में दहशत

इटकी और कर्रा में हाथियों का आतंक, फसलें नष्ट, ग्रामीणों में दहशत। जानमाल का खतरा, वन विभाग अलर्ट। जानें पूरी खबर।

Jan 7, 2025 - 09:32
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Itki Havoc: इटकी और कर्रा में हाथियों का कहर, फसलें बर्बाद, ग्रामीणों में दहशत
Itki Havoc: इटकी और कर्रा में हाथियों का कहर, फसलें बर्बाद, ग्रामीणों में दहशत

इटकी: झारखंड के इटकी और कर्रा प्रखंड के सीमावर्ती गांवों में हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते रविवार की रात खुटियारी और भंडरा गांव में हाथियों ने भारी उत्पात मचाया, जिससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया। करीब 20 एकड़ भूमि में लगी मटर, फ्रेंचबीन और आलू की फसलें हाथियों ने खा लीं और रौंदकर पूरी तरह नष्ट कर दीं।

किसानों का दर्द

किसान सुरेश उरांव ने बताया कि हाथियों ने उनकी फसलों के साथ भोन्दू उरांव, जीतराम उरांव, घूरनदीप उरांव और बिरसा उरांव सहित अन्य किसानों की फसलें भी नष्ट कर दी हैं। भंडरा गांव में भी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है।

जान का खतरा, सतर्कता बढ़ी

पिछले एक सप्ताह में हाथियों ने दो लोगों की जान ले ली है। 28 दिसंबर की रात कर्रा प्रखंड के कदली गांव में खलिहान में सो रहे सोरिया उरांव को हाथियों ने कुचल दिया। वहीं, छुनकू बाखला नामक वृद्ध को उसके मकान के पास ही सूड़ से पटककर जान से मार दिया।

रातों में पहरा, दहशत में ग्रामीण

हाथियों के लगातार हो रहे हमलों से ग्रामीण दहशत में हैं। जान-माल की सुरक्षा के लिए ग्रामीण रतजगा कर रहे हैं। शाम होते ही लोग घरों में दुबक जाते हैं। खुटियारी और भंडरा के बीच जंगल में हाथियों ने अपना डेरा जमा रखा है।

प्रशासन अलर्ट

गांवों में हाथियों के बढ़ते आतंक को देखते हुए वन विभाग की टीम ने स्थिति पर नजर बनाए रखी है। ग्रामीणों को सतर्क रहने और आवश्यकतानुसार वन विभाग को सूचित करने की सलाह दी गई है।

इतिहास में हाथियों का आतंक

झारखंड में हाथियों का आतंक नया नहीं है। वर्षों से यह समस्या बनी हुई है। विशेष रूप से मानसून और कटाई के मौसम में हाथियों का मूवमेंट बढ़ जाता है। हाथियों के हमलों में फसलों के नुकसान के साथ जानमाल का खतरा भी बढ़ जाता है।

समाधान और सुरक्षा के उपाय

  • गांव में लाउडस्पीकर से चेतावनी: ग्रामीणों को हाथियों के मूवमेंट की जानकारी दी जा रही है।
  • वन विभाग की गश्ती टीम सक्रिय: रात में गश्त बढ़ा दी गई है।
  • मुआवजा योजना: प्रशासन ने किसानों को नुकसान का मुआवजा देने की बात कही है।

हाथियों का बढ़ता आतंक इटकी और कर्रा प्रखंड के ग्रामीणों के लिए चिंता का विषय बन गया है। प्रशासन को चाहिए कि इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए कदम उठाए ताकि ग्रामीणों को राहत मिल सके।

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