Jharkhand Alert HMVP: झारखंड में बढ़ा अलर्ट, रिम्स में जल्द शुरू होगी HMVP संक्रमण की जांच

झारखंड में HMVP वायरस को लेकर अलर्ट जारी, रिम्स में जल्द शुरू होगी जांच। जानिए क्या है HMVP वायरस और इससे बचाव के तरीके।

Jan 7, 2025 - 09:27
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Jharkhand Alert HMVP: झारखंड में बढ़ा अलर्ट, रिम्स में जल्द शुरू होगी HMVP संक्रमण की जांच
Jharkhand Alert HMVP: झारखंड में बढ़ा अलर्ट, रिम्स में जल्द शुरू होगी HMVP संक्रमण की जांच

झारखंड में स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क हो गया है। कर्नाटक के बेंगलुरु में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMVP) के दो मामलों की पुष्टि होने के बाद राज्य में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। रांची स्थित रिम्स अस्पताल में दो-तीन दिनों के भीतर इस वायरस की जांच शुरू होने की संभावना है।

HMVP क्या है और क्यों बढ़ी चिंता?

HMVP एक श्वसन संक्रमण वायरस है, जो मुख्य रूप से सर्दी और खांसी जैसे लक्षणों के साथ उभरता है। हालांकि यह वायरस जानलेवा नहीं है, लेकिन बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों के लिए यह जोखिम भरा हो सकता है।

रिम्स में तैयारियां जोरों पर

रिम्स माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रो. डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि जांच किट्स पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि किट्स की उपलब्धता होते ही जांच शुरू कर दी जाएगी।

डॉ. कुमार ने बताया कि रिम्स में पहले से ही वायरस की जांच के लिए आवश्यक मशीनें उपलब्ध हैं। NIV, पुणे को पत्र भेज दिया गया है और जल्द ही किट मिलने की संभावना है। साथ ही, एमजीएमसीएच जमशेदपुर में भी जांच शुरू कराने की प्रक्रिया चल रही है।

स्वास्थ्य मंत्रालय की उच्च स्तरीय बैठक

सोमवार को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के महानिदेशक प्रो. डॉ. अतुल गोयल ने देशभर के स्वास्थ्य सचिवों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। झारखंड की ओर से अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, रिम्स माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रो. डॉ. मनोज कुमार और स्टेट आईडीएसपी डॉ. प्रवीण कर्ण शामिल हुए।

बैठक में HMVP संक्रमण से बचाव, उपचार और निगरानी को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। राज्य के अस्पतालों को किसी भी संभावित श्वसन संक्रमण से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार बताया गया।

मास्क पहनना और सतर्कता है जरूरी

डॉ. मनोज कुमार ने आम जनता को मास्क पहनने और भीड़भाड़ वाली जगहों पर सतर्कता बरतने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि भले ही वायरस जानलेवा नहीं है, लेकिन एहतियात बरतना बेहद जरूरी है।

इतिहास में वायरस के मामले

HMVP की पहचान पहली बार 2001 में हुई थी। यह वायरस पैरामिक्सोवायरस परिवार से संबंधित है और श्वसन संक्रमण का कारण बन सकता है। हालांकि, इस वायरस के गंभीर मामलों की संख्या कम रही है।

झारखंड स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड में है। जल्द ही रिम्स और अन्य प्रमुख अस्पतालों में HMVP संक्रमण की जांच शुरू हो जाएगी। स्वास्थ्य अधिकारियों ने जनता को मास्क पहनने और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी है।

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