Blood Cancer Jamshedpur : ब्लड कैंसर से जूझ रहे जुड़वा भाइयों की जिंदगी बचाने की गुहार!

जमशेदपुर के महानंद बस्ती के आयुष और आदित्य ब्लड कैंसर से जूझ रहे हैं। 10 लाख के बिल के चलते इलाज रुका। समाजसेवी और जिला मंत्री ने डीसी ऑफिस में मदद की अपील की।

Jan 11, 2025 - 22:39
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Blood Cancer Jamshedpur : ब्लड कैंसर से जूझ रहे जुड़वा भाइयों की जिंदगी बचाने की गुहार!
Blood Cancer Jamshedpur : ब्लड कैंसर से जूझ रहे जुड़वा भाइयों की जिंदगी बचाने की गुहार!

जमशेदपुर, 11 जनवरी 2025। टेल्को के महानंद बस्ती में रहने वाले आस्तिक प्रमाणिक के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनके जुड़वा बेटे, आयुष और आदित्य प्रमाणिक, गंभीर ब्लड कैंसर से जूझ रहे हैं। बच्चों का इलाज वेल्लोर स्थित सीएमसी अस्पताल में चल रहा है, लेकिन 10 लाख रुपये के बकाया बिल के कारण इलाज रुक गया है।

मदद की गुहार

बुधवार को समाजसेवी करनदीप सिंह और जिला मंत्री मुन्ना देवी ने बच्चों की हालत देखकर उनके परिवार से मुलाकात की। परिवार की दुर्दशा सुनकर उन्होंने तत्काल मदद का वादा किया। गुरुवार को वे दोनों डीसी ऑफिस पहुंचे और उपयुक्त तथा सिविल सर्जन को बच्चों के इलाज के लिए मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत सहायता प्रदान करने का आवेदन सौंपा।

करनदीप सिंह ने कहा, "दो मासूमों की जिंदगी दांव पर लगी है। सरकार से अपील है कि जल्द से जल्द मदद पहुंचाई जाए, ताकि इन बच्चों का इलाज जारी रहे।"

पिता का संघर्ष

बच्चों के पिता आस्तिक प्रमाणिक, जो पेशे से एक इलेक्ट्रिशियन मजदूर हैं, ने अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा, मैंने अपनी पूरी जमा पूंजी लगा दी, लेकिन अब इलाज जारी रखना मुश्किल हो गया है। बच्चों की हालत बिगड़ रही है। किसी तरह सरकार या समाज से मदद मिल जाए, तो मेरे बच्चों की जान बच सकती है।"

समाज का समर्थन

महानंद बस्ती के अन्य लोग और कई स्थानीय सामाजिक संगठन भी इस मामले में सक्रिय हो गए हैं। सभी ने मिलकर सरकार से जल्द से जल्द आर्थिक सहायता मुहैया कराने की अपील की है।

समाजसेवियों का आग्रह

करनदीप सिंह और अन्य समाजसेवी लोगों से भी अपील कर रहे हैं कि वे आगे आएं और इन मासूम बच्चों की जिंदगी बचाने में मदद करें। उन्होंने कहा कि हर छोटी सी मदद इन बच्चों के जीवन के लिए अमूल्य साबित हो सकती है।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।