International Senior Citizens Day : अंतर्राष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस पर डालसा ने ओल्ड एज होम और आश्रय गृह में आयोजित किया विधिक जागरूकता सह मेडिकल कैंप
अंतर्राष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस पर जमशेदपुर के ओल्ड एज होम और आश्रय गृह में DLSA की ओर से विधिक जागरूकता सह मेडिकल कैंप का आयोजन। बुजुर्गों के स्वास्थ्य की जांच और नि:शुल्क दवाइयाँ उपलब्ध कराई गईं।
अंतर्राष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार (DLSA) की ओर से जमशेदपुर स्थित ओल्ड एज होम आशीर्वाद भवन, बाराद्वारी और आश्रय गृह में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बुजुर्गों के बीच विधिक जागरूकता बढ़ाना और उनके स्वास्थ्य की देखभाल करना था।
विधिक जागरूकता और सम्मान पर जोर
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद कुमार पांडे थे। उनके साथ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश विमलेश कुमार सहाय, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी विशाल गौरव और जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव धर्मेंद्र कुमार भी मौजूद रहे।
अपने संबोधन में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद कुमार पांडे ने कहा:
“बुजुर्ग हमारे अनुभव और धैर्य के प्रतीक हैं। उनकी सेवा और सम्मान समाज का पहला कर्तव्य होना चाहिए। ओल्ड एज होम में रह रहे वरिष्ठ नागरिकों की नियमित स्वास्थ्य जांच होनी चाहिए और इसके लिए आयुर्वेदिक चिकित्सकों की भी तैनाती सुनिश्चित की जाएगी।”
उन्होंने ओल्ड एज होम में रह रहे हर बुजुर्ग से व्यक्तिगत मुलाकात की, उनका हालचाल जाना और भरोसा दिलाया कि “डीएलएसए जमशेदपुर हमेशा उनके साथ है, वे अकेले नहीं हैं।”
मेडिकल कैंप की विशेष पहल
डीएलएसए सचिव धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि बुजुर्गों के स्वास्थ्य को देखते हुए इस बार कार्यक्रम को विधिक जागरूकता के साथ-साथ मेडिकल कैंप के रूप में भी आयोजित किया गया। इसके लिए सिविल सर्जन को पत्र भेजकर चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति करवाई गई।
कैंप में उपस्थित डॉक्टरों ने सभी बुजुर्गों की स्वास्थ्य जांच की और उन्हें निःशुल्क दवाएं उपलब्ध कराईं।
आश्रय गृह में भी हुआ आयोजन
ओल्ड एज होम के साथ-साथ बाराद्वारी स्थित आश्रय गृह में भी इसी तरह का चिकित्सा शिविर लगाया गया। यहाँ रह रहे महिला और पुरुषों के स्वास्थ्य की जाँच की गई और आवश्यक दवाएँ दी गईं। इस पहल से वहां रहने वाले लोग काफी उत्साहित दिखे।
सामूहिक प्रयास से सफल हुआ कार्यक्रम
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में कई लोगों का योगदान रहा। प्रमुख रूप से प्रधान सहायक संजय कुमार, सहायक रवि मुर्मू, पीएलवी प्रकाश मिश्रा, सुनील पांडे, आशीष प्रजापति, संजीत दास, जोबा रानी बासके, सुनीता झा, सुनीता कुमारी, एस राम्या, ज्योत्सना गोप, प्रकाश शांडिल्य, रमन समेत अन्य लोग सक्रिय रूप से मौजूद रहे।
संदेश
कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि बुजुर्गों का सम्मान और उनकी देखभाल केवल पारिवारिक जिम्मेदारी ही नहीं बल्कि सामाजिक और कानूनी दायित्व भी है। बुजुर्गों की सेवा समाज को मजबूत बनाती है। ऐसे आयोजनों से न सिर्फ उनका आत्मविश्वास बढ़ता है बल्कि उन्हें यह भरोसा भी मिलता है कि वे अकेले नहीं हैं।
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