Bihar Election 2025 : 4 बजे होगा बिहार चुनाव की तारीखों का ऐलान! दो चरण में वोटिंग की बीजेपी-आरजेडी ने की मांग, चुनावी घमासान शुरू
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान आज शाम 4 बजे चुनाव आयोग द्वारा किया जाएगा। मुख्य विपक्षी दलों (भाजपा और राजद) ने सुरक्षा और सहूलियत के लिए चुनाव दो चरणों में कराने की मांग की है। 2020 में तीन चरणों में हुए थे चुनाव।
भारतीय राजनीति के सबसे बड़े अखाड़ों में से एक, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान आज शाम 4 बजे होने जा रहा है। चुनाव आयोग द्वारा होने वाली इस प्रेस कॉन्फ्रेंस पर न केवल बिहार बल्कि पूरे देश की निगाहें टिकी हैं। यह ऐलान बिहार के राजनीतिक भविष्य और सत्ता की कुर्सी के लिए जारी महा-संग्राम की शुरुआत करेगा।
वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है, और उससे पहले नई सरकार का गठन होना आवश्यक है। इस बार के चुनाव में सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि प्रमुख विपक्षी दलों, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद), दोनों ने चुनाव आयोग से चुनाव को दो चरणों में कराने की मांग की है। यह सहूलियत और सुरक्षा के बीच संतुलन साधने की अहम चुनौती होगी।
दो चरणों की मांग: 2020 से सबक?
बिहार, जो अपने जटिल सामाजिक समीकरणों और सुरक्षा चुनौतियों के लिए जाना जाता है, वहां चरणों की संख्या हमेशा से एक महत्वपूर्ण मुद्दा रही है।
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पिछला चुनाव: पिछले बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में तीन चरणों में वोटिंग हुई थी। नक्सली गतिविधियों और सुरक्षा संबंधी परेशानियों के कारण तब तीन चरण जरूरी माने गए थे।
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2020 की तारीखें: पहला चरण 28 अक्टूबर, दूसरा 3 नवंबर और तीसरा 7 नवंबर को हुआ था। मतगणना 10 नवंबर 2020 को हुई थी।
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इस बार की मांग: भाजपा और राजद द्वारा दो चरणों की मांग यह संकेत देती है कि पार्टियां चाहती हैं कि चुनाव प्रक्रिया को जल्द और सुव्यवस्थित तरीके से पूरा किया जाए। चुनाव आयोग को अब सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट और राजनीतिक दलों की मांग के बीच संतुलन बनाना होगा।
चुनाव आयोग के अधिकारी बीते दिन ही पटना से सभी तैयारियों का जायजा लेकर दिल्ली लौटे हैं, जिससे लगता है कि आयोग ने जमीनी हकीकत के आधार पर चरणों की संख्या और तारीखों को अंतिम रूप दे दिया होगा।
मतदाता भागीदारी और चुनावी उत्साह
2020 के चुनाव में मतदाता भागीदारी लगभग 58.7% रही थी, जो 2015 के मुकाबले बढ़ी थी। यह दिखाता है कि बिहार में लोकतंत्र के प्रति लोगों का उत्साह बरकरार है।
आज शाम 4 बजे होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव की तारीख, चरण और अन्य प्रक्रिया घोषित होगी। इन दिशा-निर्देशों से ही पता चलेगा कि बिहार में इस बार का चुनावी घमासान कितना लंबा और फैसलाकुन होगा।
क्या चुनाव आयोग दो चरणों की मांग मानेगा? क्या नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लिए अतिरिक्त सुरक्षा के साथ वोटिंग का समय बदला जाएगा? इन सभी जटिल सवालों के जवाब अब से कुछ ही घंटों में मिल जाएंगे, जब चुनाव आयोग का आधिकारिक ऐलान होगा।
आपकी राय में, बिहार जैसे बड़े राज्य में सुरक्षा चिंताओं और प्रशासनिक सहूलियत को देखते हुए चुनाव कितने चरणों में कराना सबसे ज्यादा उपयुक्त रहेगा?
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