Khargapura Incident: हर्ष फायरिंग से तिलक समारोह में मची कोहराम, युवक की मौत
Gaya Bihar में तिलक समारोह के दौरान हर्ष फायरिंग से एक युवक की मौत। पूरी घटना की जांच में पुलिस जुटी।
गया, Bihar: बिहार के गया जिले में एक ऐसी दर्दनाक घटना घटी जिसने शादी के खुशनुमा माहौल को मातम में बदल दिया। खड़गपुरा गांव में चल रहे एक तिलक समारोह के दौरान जब लड़के पक्ष की ओर से हर्ष फायरिंग की गई, तो गोली की चपेट में आकर लड़की के ममेरे भाई की मौत हो गई। यह घटना उस समय हुई जब तिलक चढ़ाने की तैयारी चल रही थी, और जैसे ही गोली चली, सभी लोग दहशत में आ गए। यह हादसा टेकारी थाना क्षेत्र के खड़गपुरा गांव में हुआ।
क्या हुआ था तिलक समारोह में?
खड़गपुरा निवासी रणजीत पासवान के पुत्र का तिलक समारोह चल रहा था, और लड़के पक्ष के लोग खुशी-खुशी तिलक चढ़ाने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान लड़के पक्ष की ओर से अनियंत्रित हर्ष फायरिंग की गई, जिससे हर तरफ अफरा-तफरी मच गई। गोली लड़की के ममेरे भाई कुंदन कुमार को लगी, जो अपनी बहन के तिलक समारोह में शामिल होने आया था। गोली लगने के बाद कुंदन को गंभीर अवस्था में अनुमंडलीय अस्पताल, टिकारी लाया गया, जहां से उसे प्राथमिक उपचार के बाद गया रेफर किया गया, लेकिन अस्पताल जाते वक्त उसकी मौत हो गई।
मृतक की पहचान और पारिवारिक संबंध
मृतक की पहचान 25 वर्षीय कुंदन कुमार के रूप में हुई है, जो पूर्व प्रमुख अनिल पासवान का बेटा था। अनिल पासवान, जो कुर्था थाना क्षेत्र के पूर्व प्रमुख रहे हैं, अपने बेटे की इस दर्दनाक मौत से सदमे में हैं। कुंदन कुमार के साथ यह हादसा उस समय हुआ जब वह अपनी बहन के तिलक समारोह में खुशियां मनाने गया था, लेकिन हर्ष फायरिंग के कारण उसकी जिंदगी खत्म हो गई।
दुर्घटना से क्षेत्र में मचा हड़कंप
खबर मिलते ही पूरी घटना ने इलाके में सनसनी मचा दी। तिलक समारोह में खुशियां मनाने के बजाय अब वहां मातम पसरा हुआ था। तिलक की पूरी प्रक्रिया रोक दी गई और सभी लोग घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए। यह घटना न केवल परिवार के लिए दुखदायी थी, बल्कि पूरे इलाके के लिए भी एक बड़ा सदमा थी।
फायरिंग करने वाले की तलाश
फायरिंग करने वाले व्यक्ति की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, लेकिन पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मृतक के पिता की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की है और फायरिंग करने वाले व्यक्ति की तलाश में जुट गई है। टिकारी थाना पुलिस ने मौके से फायरिंग से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित किए हैं और अब मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
हर्ष फायरिंग की बढ़ती घटनाएं
बिहार में हर्ष फायरिंग का सिलसिला अब तक नहीं थम सका है। यह घटना उन मामलों में से एक है, जिसमें शादी और अन्य आयोजनों के दौरान हर्ष फायरिंग के कारण जानमाल का नुकसान हुआ है। राज्य के कई हिस्सों में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति हो चुकी है, लेकिन प्रशासन इस पर पूरी तरह से नियंत्रण पाने में नाकाम रहा है।
तिलक समारोह से जुड़ा एक ऐतिहासिक पहलू
तिलक समारोह बिहार और उत्तर भारत के पारंपरिक रीति-रिवाजों का अहम हिस्सा है। यह एक खुशी का मौका होता है, जो लड़के और लड़की के परिवारों के बीच खुशी का इज़हार होता है। लेकिन हर्ष फायरिंग जैसे कृत्य इस पवित्र अवसर को दुख में बदल देते हैं। इस प्रकार के हादसों ने परिवारों को न केवल मानसिक, बल्कि आर्थिक नुकसान भी पहुंचाया है।
क्या है प्रशासन की स्थिति?
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल भेज दिया है और जांच जारी है। पुलिस के अनुसार, घटना में शामिल व्यक्ति को जल्द ही पकड़ा जाएगा और उसे सजा दिलवाने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, स्थानीय लोग प्रशासन से उम्मीद कर रहे हैं कि हर्ष फायरिंग जैसी घटनाओं पर कड़ा नियंत्रण लगाया जाएगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
गया जिले के खड़गपुरा गांव में हुई यह घटना एक दुखद reminder है कि हर्ष फायरिंग की अंधी परंपरा को अब खत्म करने की आवश्यकता है। प्रशासन को चाहिए कि वह इस पर सख्त कानून बनाये और समाज में जागरूकता फैलाए ताकि आने वाले समय में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
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