Behragoda Fraud: 48 लाख की ठगी कर फरार हुआ केयर टेकर, गांव से पकड़ा गया आरोपी!
झारखंड के बहरागोड़ा से गिरफ्तार हुआ 48 लाख की ठगी का आरोपी अमित मिश्रा। कर्नाटक पुलिस ने आरोपी को गांव से दबोचा, जानें पूरा मामला।
बहरागोड़ा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक ऐसा व्यक्ति जो कभी मरीजों की देखभाल करता था, वही अब ठगी के आरोप में कानून के शिकंजे में आ गया है। कर्नाटक पुलिस ने 48 लाख रुपये की ठगी के एक बड़े केस में आरोपी अमित मिश्रा को झारखंड के साकरा गांव से गिरफ्तार किया है। मामला न सिर्फ पैसों की धोखाधड़ी का है, बल्कि इसमें भरोसे को भी जिस तरह तोड़ा गया है, वह समाज में बढ़ती लालच की तस्वीर को उजागर करता है।
केयर टेकर से ठग बना अमित मिश्रा
जानकारी के अनुसार, अमित मिश्रा कर्नाटक में एक निजी कंपनी ‘दर्शन एली बेकार’ में एक बीमार व्यक्ति एस. नागराज की देखभाल करने के लिए केयर टेकर के रूप में काम कर रहा था। नागराज की पत्नी रुकनम्मा ने इस भरोसे पर उसे घर और बैंक से जुड़ी जिम्मेदारियां सौंप दी थीं। लेकिन इसी भरोसे का फायदा उठाकर अमित ने लगभग 48 लाख रुपये की ठगी कर डाली।
कैसे हुआ खुलासा?
रुकनम्मा को उस वक्त शक हुआ, जब बैंक अकाउंट से भारी रकम गायब हो गई। जांच करने पर पता चला कि अमित मिश्रा ने बैंक डिटेल्स के साथ छेड़छाड़ कर, बड़ी चालाकी से पैसा अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया और फिर अचानक नौकरी छोड़कर फरार हो गया। उसने झारखंड के बहरागोड़ा थाना क्षेत्र के साकरा गांव में आकर शरण ली और सामान्य जीवन जीने लगा।
बेंगलुरु पुलिस की सतर्कता
लेकिन कहा जाता है कि कानून के हाथ लंबे होते हैं। बेंगलुरु के तिलक नगर थाना में इस संबंध में FIR संख्या 75/25 के तहत मामला दर्ज किया गया। जब पुलिस को अमित की लोकेशन की जानकारी मिली, तो एक टीम तत्काल बहरागोड़ा पहुंची। बहरागोड़ा थाना को लिखित सूचना देकर उन्होंने संयुक्त कार्रवाई की और शनिवार को आरोपी को हिरासत में ले लिया।
पूछताछ में कई खुलासे संभव
अब अमित मिश्रा को कर्नाटक पुलिस अपने साथ बेंगलुरु ले गई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस पूरे मामले में सिर्फ एक ही व्यक्ति शामिल है या उसके पीछे कोई गिरोह काम कर रहा था—इसकी गहराई से जांच की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ में ठगी के कई और मामलों का खुलासा हो सकता है।
क्या कहती है ठगी की बढ़ती घटनाओं की पृष्ठभूमि?
देश में डिजिटल ट्रांजैक्शन बढ़ने के साथ ही बैंक धोखाधड़ी और साइबर क्राइम के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। खासकर, बुजुर्ग और बीमार व्यक्तियों को टारगेट करने वाले ऐसे अपराधी पहले विश्वास जीतते हैं और फिर मौके का फायदा उठाकर करोड़ों रुपये की ठगी कर लेते हैं।
ऐसा ही मामला 2023 में भी आया था, जब बेंगलुरु में एक बुजुर्ग महिला को उसके नौकर ने 60 लाख रुपये की चपत लगा दी थी। यह साफ दर्शाता है कि घरेलू कर्मचारियों की नियुक्ति में सतर्कता बरतना बेहद जरूरी हो गया है।
सावधान रहें, सतर्क रहें
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केयर टेकर या घरेलू नौकर रखते समय पुलिस वेरिफिकेशन कराना न भूलें।
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बैंक अकाउंट की डिटेल्स साझा करने से पहले सोचें।
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डिजिटल ट्रांजैक्शन पर नियमित नजर रखें।
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परिवार के सदस्यों को भी इन बातों की जानकारी दें।
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