Tata Steel UISL: टाटा स्टील की टीम 'प्रारूप' और 'विंडो' को एनसीक्यूसी 2024 में मिला उत्कृष्टता पुरस्कार!
टाटा स्टील यूआईएसएल की टीम 'प्रारूप' और 'विंडो' ने एनसीक्यूसी 2024 में उत्कृष्टता पुरस्कार जीता। पढ़ें कैसे इन टीमों ने नवाचार और तकनीकी सुधार से टाटा स्टील की सफलता में योगदान दिया।
जमशेदपुर, 10 जनवरी, 2025: टाटा स्टील यूआईएसएल की टीम 'प्रारूप' और 'विंडो' ने राष्ट्रीय गुणवत्ता अवधारणा सम्मेलन (एनसीक्यूसी) 2024 में वर्चुअल रूप से आयोजित समारोह में ‘उत्कृष्टता पुरस्कार’ से सम्मानित होने की शानदार उपलब्धि हासिल की है। यह सम्मान उनके अद्वितीय योगदान और कार्यक्षमता को दर्शाता है, जो न केवल टाटा स्टील के उत्कृष्टता के मानकों को बढ़ाता है, बल्कि उद्योग में नवाचार की दिशा भी तय करता है।
प्रारूप और विंडो: गुणवत्ता में बदलाव की नई दिशा!
विंडो टीम का योगदान:
'विंडो' टीम ने पावर सर्विसेज डिवीजन के तहत “प्रशासनिक भवन में बार-बार होने वाली बिजली कटौती और लंबे समय तक बिजली आपूर्ति को कम करना” विषय पर एक प्रभावी परियोजना प्रस्तुत की। यह परियोजना विशेष रूप से प्रशासनिक भवन में बिजली आपूर्ति की विफलताओं और उसकी पुनःप्राप्ति की धीमी प्रक्रिया से निपटने के लिए डिज़ाइन की गई थी। टीम ने इस समस्या की जड़ में जाकर समस्या के समाधान के लिए एक स्थिर और कुशल प्रणाली विकसित की, जिससे न केवल बिजली कटौती में कमी आई, बल्कि ऑपरेशनल दक्षता में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ। इन सुधारों से कंपनी की विश्वसनीयता में भी वृद्धि हुई है, जो भविष्य में व्यापारिक कार्यों के लिए अहम साबित होगा।
प्रारूप टीम का योगदान:
इसके अलावा, 'प्रारूप' टीम ने एक और महत्वपूर्ण चुनौती का सामना किया, जब उन्होंने भूमिगत उपयोगिता मार्गों की पहचान करने में आने वाली कठिनाइयों को कम करने पर कार्य किया। भूमिगत उपयोगिताओं का पता लगाने में दिक्कतों को दूर करने के लिए उन्होंने जो तकनीकी समाधान पेश किए, वह न केवल सुरक्षा में सुधार लाए, बल्कि रखरखाव के दौरान समय की बचत भी करने में सफल रहे। टीम ने भूमिगत नेटवर्क का डिज़ाइन करते समय नवीनतम तकनीकों का उपयोग किया, जिससे जोखिम में कमी आई और काम के दौरान देरी को कम किया गया। इससे कंपनी के संचालन की गति में भी सुधार हुआ है, और यह साबित हुआ कि टाटा स्टील यूआईएसएल में तकनीकी चुनौतियों से निपटने की क्षमता कितनी सशक्त है।
उत्कृष्टता पुरस्कार: एक नई शुरुआत
यह पुरस्कार टाटा स्टील यूआईएसएल के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो उनके समर्पण, नवाचार और उत्कृष्टता की दिशा में किए गए प्रयासों का प्रतीक है। यह न केवल कंपनी की आंतरिक ताकत और कर्मचारियों की क्षमता को दर्शाता है, बल्कि यह पूरे उद्योग को यह संदेश देता है कि गुणवत्ता सुधार, स्थिरता और संचालन में उत्कृष्टता को प्राप्त करना कोई असंभव कार्य नहीं है। इन टीमों ने दिखाया कि जब सही दिशा और संसाधनों का सही उपयोग किया जाता है, तो बड़े बदलाव संभव हैं।
टाटा स्टील यूआईएसएल के इतिहास में गुणवत्ता और नवाचार पर आधारित यह कदम सिर्फ आज के लिए नहीं, बल्कि आने वाले वर्षों में कंपनी की स्थिरता और सफलता के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा। इसके अलावा, यह पुरस्कार कर्मचारियों को प्रेरित करता है, जिससे उनके अंदर नए विचारों और समाधानों के लिए प्रेरणा मिलती है। यही टाटा स्टील की सबसे बड़ी ताकत है: समस्याओं का समाधान करने के लिए अनूठी सोच और समाधान की ओर कदम बढ़ाना।
क्या है एनसीक्यूसी और क्यों है यह इतना महत्वपूर्ण?
राष्ट्रीय गुणवत्ता अवधारणा सम्मेलन (NCQC) एक वार्षिक आयोजन है, जिसमें भारतभर से विभिन्न उद्योगों की कंपनियां और उनके कार्यबल भाग लेते हैं। इस सम्मेलन में कंपनियों द्वारा किए गए नवाचार, सुधार और गुणवत्ता आधारित उपायों को मान्यता दी जाती है। यह पुरस्कार न केवल प्रतिष्ठा का प्रतीक होते हैं, बल्कि यह उद्योग में उत्कृष्टता की नई परिभाषा भी स्थापित करते हैं। एनसीक्यूसी 2024 में भाग लेकर टाटा स्टील ने एक बार फिर से अपने नेतृत्व और गुणवत्ता सुधार की प्रतिबद्धता को साबित किया।
नवीनता की दिशा में आगे बढ़ते हुए टाटा स्टील
टाटा स्टील यूआईएसएल के इन प्रयासों से यह साफ जाहिर होता है कि कंपनी केवल अपने उद्योग की सफलता में ही नहीं, बल्कि समाज और पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने में भी अग्रणी है। टीम ‘प्रारूप’ और ‘विंडो’ की यह सफलता भविष्य में और अधिक महत्वपूर्ण पहलुओं की ओर मार्गदर्शन करेगी और टाटा स्टील की विरासत को और मजबूती से स्थापित करेगी।
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