घाटशिला को जिला घोषित करने की मांग को लेकर जिला निर्माण संघर्ष समिति ने घाटशिला अनुमंडल कार्यालय के समीप धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व समिति के संयोजक लखन मार्डी ने किया और राज्य के मुख्यमंत्री को एक मांग पत्र सौंपा गया।
प्रदर्शन का संचालन प्रदीप साह (पिंटू) ने किया और धन्यवाद ज्ञापन समाजसेवी तपन बेहरा ने दिया। लखन मार्डी ने बताया कि घाटशिला की जनता की यह पुरानी मांग रही है कि इसे जिला घोषित किया जाए। उन्होंने यह भी बताया कि इस मांग के समर्थन में विभिन्न संगठनों और राजनीतिक दलों ने निरंतर आंदोलन किया, लेकिन अब तक सभी वादे अधूरे ही रहे हैं।
लखन मार्डी ने बताया कि घाटशिला भौगोलिक और सांस्कृतिक दृष्टि से झारखंड का एक विशिष्ट क्षेत्र है। यहां की संस्कृति, भाषा और समस्याएं अन्य क्षेत्रों से भिन्न हैं। इसी आधार पर यहां के लोग लंबे समय से जिले की मांग कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि घाटशिला की तुलना में कुछ छोटे और कम आबादी वाले क्षेत्रों को जिला का दर्जा मिल चुका है, लेकिन घाटशिला की मांगें अब भी अनसुनी हैं।
लखन मार्डी ने मांग की कि पूर्वी सिंहभूम जिले के डुमरिया, गुड़ाबांदा, मुसाबनी, घाटशिला, धालभूमगढ़, चाकुलिया और बहरागोड़ा प्रखंडों को मिलाकर एक नया जिला बनाया जाए। इस प्रस्तावित जिले में घाटशिला और बहरागोड़ा दो अनुमंडल बनाए जाएं।
इस मौके पर गीता मुर्मू, बुद्धेश्वर मार्डी, कौशिक कुमार, मंटू प्रजापति, सूजन मन्ना, हेमंत नारायण देव, दीपक दंडपाठ, बबलू सोरेन और सत्या तिवारी सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित थे।