Sonari Encroachment: अतिक्रमण से बदहाल सोनारी की सड़कें, प्रशासन से सख्त कदम की मांग

जमशेदपुर के सोनारी क्षेत्र में अतिक्रमण की समस्या चरम पर है। ठेले और दुकानों से सड़कें संकीर्ण हो गई हैं, जिससे आमजन को परेशानी हो रही है। सुधीर कुमार पप्पू ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की अपील की।

Dec 4, 2024 - 11:28
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Sonari Encroachment: अतिक्रमण से बदहाल सोनारी की सड़कें, प्रशासन से सख्त कदम की मांग
Sonari Encroachment: अतिक्रमण से बदहाल सोनारी की सड़कें, प्रशासन से सख्त कदम की मांग

जमशेदपुर का सोनारी इलाका, जो कभी अपनी स्वच्छता और व्यवस्थित माहौल के लिए जाना जाता था, आज अतिक्रमण की समस्या से जूझ रहा है।

  • सड़क किनारे लगे ठेले और दुकानों ने राहगीरों और वाहन चालकों का जीवन मुश्किल बना दिया है।
  • अधिवक्ता और सोनारी थाना शांति समिति के सचिव सुधीर कुमार पप्पू ने इस गंभीर समस्या को उजागर किया और प्रशासन से त्वरित कदम उठाने की मांग की।

अतिक्रमण से बढ़ रहीं समस्याएं

सोनारी के मुख्य चौक और बाजार जैसे एयरपोर्ट चौक, राम मंदिर चौक, और गुदरी बाजार के आसपास सड़कें ठेले और अस्थायी दुकानों से भरी हुई हैं।

  • वाहनों के अव्यवस्थित खड़े होने से जाम की स्थिति बन जाती है।
  • महिलाओं को नशे की हालत में लोगों से अभद्रता का सामना करना पड़ता है।
  • असामाजिक तत्व खुलेआम नशीले पदार्थों का व्यापार करते हैं, जिससे कानून व्यवस्था बिगड़ रही है।

इतिहास में अतिक्रमण की समस्याएं

जमशेदपुर में अतिक्रमण कोई नई बात नहीं है।

  • पहले भी साकची और बिष्टुपुर जैसे क्षेत्रों में सड़क चौड़ीकरण के प्रयास किए गए थे, लेकिन प्रशासन की उदासीनता से समस्या बनी रही।
  • टाटा स्टील और जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति (JUSCO) द्वारा समय-समय पर अतिक्रमण हटाने की कोशिशें की जाती हैं, लेकिन ठेले और दुकानदार फिर से वही जगह कब्जा कर लेते हैं।

प्रभावशाली लोगों की मिलीभगत?

सुधीर कुमार पप्पू ने आरोप लगाया कि कुछ प्रभावशाली लोग इन अतिक्रमणकर्ताओं को संरक्षण देते हैं।

  • पक्के निर्माण भी अवैध जमीन पर किए गए हैं, जो नियमों की अनदेखी का स्पष्ट उदाहरण हैं।
  • एरोड्रम बाजार और गुदरी बाजार में कालाबाजारी और अवैध खरीद-फरोख्त की घटनाएं आम हो गई हैं।

स्थानीय जनता की परेशानियां

स्थानीय लोगों का कहना है कि:

  1. बच्चों और बुजुर्गों के लिए सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है।
  2. बाजार जाने पर वाहन खड़े करने की जगह नहीं मिलती।
  3. विरोध करने पर दुकानदारों और ठेले वालों से विवाद की नौबत आ जाती है।

प्रशासन से क्या हैं मांगें?

सोनारीवासियों ने जिला उपायुक्त, वरीय पुलिस अधीक्षक, और धालभूम एसडीओ से निम्नलिखित कदम उठाने की अपील की है:

  1. सड़कों को अतिक्रमण मुक्त बनाना।
  2. अवैध दुकानों और ठेलों को हटाने के लिए नियमित अभियान चलाना।
  3. असामाजिक गतिविधियों पर सख्त नजर रखना।
  4. सोनारी को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने के लिए कड़े नियम लागू करना।

क्या प्रशासन देगा ध्यान?

सोनारी के लोग इस अतिक्रमण से परेशान हैं और उनके लिए यह मुद्दा केवल सड़क का नहीं, बल्कि सुरक्षा और व्यवस्था का भी है।

  • प्रशासन का रवैया अब तक ढीला रहा है, लेकिन सुधीर कुमार पप्पू जैसे स्थानीय नेता उम्मीद जगा रहे हैं।
  • "सोनारी की स्वच्छता और सुंदरता लौटाने के लिए प्रशासन और स्थानीय जनता का सहयोग जरूरी है।"

क्या आप भी इस मुद्दे से प्रभावित हैं?

अपनी राय साझा करें और प्रशासन पर दबाव बनाएं कि सोनारी की समस्याओं का समाधान तुरंत किया जाए।

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