Saraikela Shocking: घर के बाहर खेलते समय जहरीले सांप ने काटा, परिजनों ने समय रहते पहुंचाया अस्पताल
सरायकेला में खेल रहे मासूम को जहरीले सांप ने काट लिया। समय रहते अस्पताल पहुंचाने से उसकी जान बची। जानिए क्या करें अगर सांप काट ले।

सरायकेला के दुगनी कोलढीपी में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां खेलते समय एक मासूम को जहरीले सांप ने डस लिया। घटना के बाद परिजनों की सतर्कता से बच्चे को समय पर अस्पताल पहुंचाया गया, जिससे उसकी जान बच सकी।
खेलते-खेलते जिंदगी और मौत के बीच फंसा मासूम
मासूम जगरनाथ तियू (8) रोज की तरह अपने घर के बाहर बने चबूतरे पर खेल रहा था। लेकिन खेल का यह मैदान अचानक खतरे का अड्डा बन गया। चबूतरे के पास मौजूद एक गड्ढे से अचानक एक जहरीला सांप बाहर निकला और सीधे उसके पैर पर डस लिया।
सांप के काटते ही बच्चे के पैर से खून बहने लगा, और दर्द से बिलखता हुआ वह घर की ओर दौड़ा। जब उसने रोते हुए अपने माता-पिता को बताया कि उसे सांप ने काट लिया है, तो परिवार में हड़कंप मच गया। बिना समय गंवाए, परिजनों ने उसे निजी वाहन से सदर अस्पताल, सरायकेला पहुंचाया।
अस्पताल में समय पर मिला इलाज, टला बड़ा खतरा
सर्पदंश की सूचना मिलते ही डॉक्टरों ने तुरंत उपचार शुरू किया। समय पर इलाज मिलने से बच्चे की हालत अब स्थिर बताई जा रही है, लेकिन परिवार अभी भी सदमे में है।
झारखंड में सर्पदंश के बढ़ते मामले, जानिए बचाव के उपाय
झारखंड के ग्रामीण इलाकों में सर्पदंश की घटनाएं आम होती जा रही हैं। खासतौर पर बारिश के मौसम में सांप अक्सर घरों के आसपास छिप जाते हैं, जिससे खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ सावधानियों से इस तरह की घटनाओं से बचा जा सकता है:
- घर और आसपास साफ-सफाई बनाए रखें, ताकि सांप छिपने के लिए जगह न मिले।
- बच्चों को खुले मैदान या झाड़ियों के पास खेलने से बचाएं।
- सांप काटने की स्थिति में घरेलू उपायों के बजाय तुरंत अस्पताल जाएं।
- खेतों और खुले क्षेत्रों में जाने से पहले टॉर्च और लाठी का उपयोग करें।
क्या करें अगर सांप काट ले?
- घबराएं नहीं और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- कटे हुए स्थान को हिलाएं-डुलाएं नहीं, ताकि जहर पूरे शरीर में न फैले।
- झाड़-फूंक या घरेलू उपायों में समय बर्बाद न करें।
- अस्पताल जाते समय पीड़ित को शांत रखें और जितना हो सके, कम हिलने-डुलने दें।
सरायकेला में क्यों बढ़ रही हैं ऐसी घटनाएं?
झारखंड के इस इलाके में जंगल और खेतों की अधिकता के कारण सांपों की संख्या ज्यादा है। बारिश के मौसम में सांप अक्सर अपने बिलों से बाहर आकर इंसानों के संपर्क में आ जाते हैं। ग्रामीण इलाकों में जागरूकता की कमी भी इन घटनाओं के बढ़ने का एक बड़ा कारण है।
सरायकेला की इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि सतर्कता ही सुरक्षा है। अगर परिजन जरा भी देर कर देते, तो यह घटना गंभीर रूप ले सकती थी। जरूरी है कि लोग सतर्क रहें और सर्पदंश से बचने के उपाय अपनाएं।
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