Smart Meter Installation: झारखंड में हर घर में स्मार्ट मीटर लगाने का ऐतिहासिक कदम, जानिए इसके फायदे और कैसे होगा ये बदलाव!

झारखंड में स्मार्ट मीटर की शुरुआत, जानें इसके फायदे, इससे कैसे घटेगा बिजली बिल और बिजली चोरी पर कैसे लगेगा अंकुश। पढ़ें स्मार्ट मीटर की पूरी जानकारी।

Jan 17, 2025 - 16:46
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Smart Meter Installation: झारखंड में हर घर में स्मार्ट मीटर लगाने का ऐतिहासिक कदम, जानिए इसके फायदे और कैसे होगा ये बदलाव!
Smart Meter Installation: झारखंड में हर घर में स्मार्ट मीटर लगाने का ऐतिहासिक कदम, जानिए इसके फायदे और कैसे होगा ये बदलाव!

झारखंड में इस साल से एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है! राज्य सरकार ने तय किया है कि पूरे राज्य के सभी बिजली उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इससे न केवल बिजली की खपत पर कड़ी निगरानी होगी, बल्कि उपभोक्ताओं को भी कई फायदे मिलेंगे। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (JBVNL) ने इस काम को लेकर सक्रिय कदम उठाए हैं। चलिए, जानते हैं कि स्मार्ट मीटर के लगने से क्या बदलाव आएगा और इसके क्या लाभ होंगे।

क्या है स्मार्ट मीटर और क्यों हो रहा है इसका इस्तेमाल?

स्मार्ट मीटर एक प्रकार का प्रीपेड मीटर है, जो उपभोक्ताओं को उनकी बिजली खपत पर पूरी जानकारी और नियंत्रण देता है। उपभोक्ता अपनी बिजली खपत के अनुसार पहले से राशि जमा कर सकते हैं और जब खपत बढ़े, तो उसे आसानी से रीचार्ज कर सकते हैं। स्मार्ट मीटर की एक बड़ी विशेषता यह है कि यह एक्यूरेट रीडिंग देता है, जिससे उपभोक्ताओं को सही बिल मिलता है और जेबीवीएनएल को भी सही जानकारी मिलती है। इसके साथ ही उपभोक्ता अपनी लाइव खपत, लोड आदि की जानकारी JBVNL की वेबसाइट या कंज्यूमर सेल्फ केयर ऐप के जरिए आसानी से देख सकते हैं।

यदि कोई उपभोक्ता यात्रा पर जा रहा है तो वह अपनी बिजली आपूर्ति को बंद करने की सुविधा भी प्राप्त कर सकता है। इसके लिए उपभोक्ता वेबसाइट पर जाकर अपनी आपूर्ति बंद कर सकते हैं या फिर मेन स्विच ऑफ कर सकते हैं।

क्या होंगे स्मार्ट मीटर के फायदे?

स्मार्ट मीटर का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे बिजली बिल में सटीकता आएगी। अब उपभोक्ता को उनके वास्तविक खपत के आधार पर बिल मिलेगा, जिससे उन्हें गलत बिलिंग की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा, उपभोक्ता अपनी खपत की लाइव जानकारी भी देख सकते हैं, जिससे वे अपनी बिजली की खपत को कंट्रोल कर सकते हैं और अनावश्यक खर्चों से बच सकते हैं।

इसके अलावा, स्मार्ट मीटर बिजली की चोरी को रोकने में भी मदद करेगा। इससे जेबीवीएनएल को हर उपभोक्ता के मीटर की ऑनलाइन निगरानी करने का अवसर मिलेगा। इससे बिजली की चोरी और हानि को कम करने में मदद मिलेगी, जो कि जेबीवीएनएल के लिए एक बड़ी राहत की बात होगी। स्मार्ट मीटर लगने से निगम का खर्च भी घटेगा, क्योंकि मीटर रीडिंग के लिए कर्मचारियों की आवश्यकता नहीं रहेगी।

स्मार्ट मीटर से कैसे घटेगा जेबीवीएनएल का घाटा?

झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (JBVNL) को वर्तमान में लगभग 25-30 प्रतिशत एंटीएंडसी लॉस हो रहा है। स्मार्ट मीटर के माध्यम से इसका समाधान किया जाएगा, क्योंकि ये मीटर ऑनलाइन रीडिंग लेते हैं और इसे सीधे उपभोक्ता के व्हाट्सएप पर भेजा जाता है। इस प्रक्रिया से उपभोक्ताओं को आसानी से बिल मिलते हैं और निगम को भी लागत में कमी आती है। साथ ही, इन मीटरों के जरिए बिजली की चोरी पर भी अंकुश लगेगा।

कहाँ लगेंगे स्मार्ट मीटर और कितने घरों में?

झारखंड सरकार ने राज्य भर के 46.48 लाख घरेलू उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने की योजना बनाई है। पहले चरण में रांची और धनबाद में स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, और दूसरे चरण में पूरे राज्य में मीटर लगाए जाएंगे। रांची में 3.50 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाने का लक्ष्य है, जिनमें से 3 लाख घरों में मीटर पहले ही लग चुके हैं। वहीं, धनबाद में भी एक लाख घरों में मीटर लगाने का काम चल रहा है।

इसके अलावा, राज्य के कई अन्य जिलों में भी स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। जैसे कि बोकारो में 1,06,611, देवघर में 87,326, पूर्वी सिंहभूम में 1,95,621, गिरिडीह में 77,114 और हजारीबाग में 93,230 घरों में मीटर लगाए जाएंगे।

क्या ये स्मार्ट मीटर पूरे राज्य में प्रभावी होंगे?

बेशक, स्मार्ट मीटर पूरे राज्य में प्रभावी होने से न केवल बिजली खपत पर निगरानी बढ़ेगी, बल्कि बिजली की चोरी को भी रोकने में मदद मिलेगी। इससे जेबीवीएनएल को अपने घाटे में कमी आएगी और उपभोक्ताओं को भी सही बिल मिलेगा। इस कदम से राज्य में बिजली वितरण प्रणाली को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।