Adityapur Operation: गुरुवार को अतिक्रमण के खिलाफ झारखंड में चला बुलडोजर, जानें कैसे अतिक्रमणकारियों के खिलाफ हुआ ऐतिहासिक अभियान!
झारखंड के आदित्यपुर में चला बुलडोजर, 70 से अधिक दुकानों को किया ध्वस्त। जानिए अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन का क्या है अगला कदम और इसके क्या फायदे होंगे!
झारखंड में गुरुवार को एक महत्वपूर्ण और साहसिक अभियान चला। आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में अतिक्रमणकारियों के खिलाफ प्रशासन ने पांच घंटे तक लगातार कार्रवाई की, जिसमें 70 से ज्यादा झोपड़ी-नुमा दुकानों को बुलडोजर से जमींदोज कर दिया गया। यह अभियान न केवल एक कड़ा संदेश था, बल्कि शहर की स्थिति को भी सुधारने की दिशा में एक अहम कदम था।
क्यों हुआ अतिक्रमण के खिलाफ यह बड़ा अभियान?
आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में भारी वाहनों के आवागमन से जुड़ी समस्याओं को देखते हुए प्रशासन ने यह निर्णय लिया कि अब अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस क्षेत्र में सड़क किनारे बनीं तमाम अवैध दुकानों और झोपड़ियों के कारण वाहनों का आवागमन रुक रहा था, जिससे औद्योगिक क्षेत्र के विकास में रुकावट आ रही थी। इसी कारण से प्रशासन ने एसडीओ सदानंद महतो के नेतृत्व में इस अभियान को चलाने का निर्णय लिया।
अधिकारियों की उपस्थिति और कार्रवाई
इस अभियान के दौरान, जियाडा के क्षेत्रीय उप निदेशक दिनेश रंजन, सीओ अरविंद बेदिया, और आरआईटी थाना प्रभारी विनय सिंह की मौजूदगी में यह कार्रवाई की गई। इन अधिकारियों ने शहर में कानून का पालन करवाने और अतिक्रमणकारियों को सख्त चेतावनी देने का कार्य किया। इस दौरान सशस्त्र बलों की तैनाती भी की गई थी, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया और क्या हुआ?
अतिक्रमण हटाओ अभियान सुबह 11 बजे से शुरू हुआ और शाम 4 बजे तक जारी रहा। इस दौरान, बुलडोजर से 70 दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया। यह अभियान एनआईटी मोड़ से रेल ओवरब्रिज तक चला, जहां काफी संख्या में अवैध दुकानों का संचालन हो रहा था। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि यह अभियान सिर्फ एक दिन का नहीं, बल्कि पूरे सप्ताह चलने वाला है।
अब क्या होगा?
अतिक्रमण हटाने का यह अभियान 20 जनवरी तक जारी रहेगा, और इसके तहत कई अन्य क्षेत्रों में भी कार्रवाई की जाएगी। जैसे कि 17 जनवरी तक सीतारामपुर डैम की ओर जाने वाली सड़क के किनारे स्थित मेसर्स पम्मी धर्म कांटा के पास अभियान चलेगा। इसके बाद, 20 जनवरी तक एंट्री प्वाइंट सुधा मोड़ से लेकर डीवीसी सब स्टेशन होते हुए बास्को नगर तक कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान, कई अन्य दुकानों और मकानों पर टूटने का खतरा है।
अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन का सख्त रुख
झारखंड में अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन का यह अभियान शहर के विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। इससे न केवल यातायात में सुधार होगा, बल्कि औद्योगिक क्षेत्र में भी कामकाजी स्थितियों में भी सुधार आएगा। अब, कई दुकानदारों के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण समय हो सकता है, क्योंकि प्रशासन ने यह साफ कर दिया है कि वे अतिक्रमण के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और कड़ा करेंगे।
प्रशासन का संदेश: अतिक्रमण के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी
अभियान के बाद, प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि अतिक्रमण के खिलाफ यह अभियान जारी रहेगा और आगामी दिनों में कई अन्य क्षेत्रों में भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी। इस अभियान से यह संदेश जाता है कि अब झारखंड में किसी भी प्रकार के अतिक्रमण को सहन नहीं किया जाएगा और शहर के विकास के लिए यह बेहद जरूरी कदम है।
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