Anandpur Gift: किसान समृद्धि योजना से सिंचाई में क्रांति, किसानों ने कहा- अब नहीं रहेंगे बारिश के मोहताज!
आनंदपुर प्रखंड में किसान समृद्धि योजना के तहत 12 किसानों को सोलर पंप सेट बांटे गए। 90% सब्सिडी पर मिली यह सौगात किसानों की सिंचाई लागत को घटाकर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी। जानिए कार्यक्रम की खास बातें और विधायक के दौरे का पूरा हाल।

(झारखंड)— खेती-किसानी से जुड़ी एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है, जहां आनंदपुर प्रखंड में ‘किसान समृद्धि योजना’ के तहत 12 किसानों को सौर ऊर्जा चालित पंप सेट बांटे गए। खास बात यह रही कि ये पंप सेट 90% सब्सिडी पर दिए गए, जिससे किसानों की जेब पर बोझ भी नहीं पड़ा और सिंचाई की चिंता भी दूर हो गई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रहे विधायक जगत माझी ने अपने हाथों से इन सोलर पंप सेट का वितरण किया। आयोजन स्थल रहा प्रखंड कार्यालय परिसर, जहां अधिकारी, किसानों और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में यह एक यादगार पल बना।
किसान समृद्धि योजना: एक नजर इतिहास पर
‘किसान समृद्धि योजना’ की शुरुआत झारखंड सरकार द्वारा किसानों की आय बढ़ाने और सिंचाई लागत को घटाने के उद्देश्य से की गई थी। यह योजना राज्य के उन किसानों को लक्षित करती है जो अभी भी मानव श्रम या डीजल आधारित पंप पर निर्भर हैं।
सोलर पंप सिस्टम न केवल इको-फ्रेंडली हैं, बल्कि यह किसानों को बिजली की निर्भरता से मुक्त कर देता है। खासकर झारखंड जैसे राज्यों में जहां दूर-दराज के गांवों में बिजली की आपूर्ति अब भी चुनौती है, वहां यह योजना क्रांतिकारी बदलाव ला रही है।
विधायक ने क्या कहा?
विधायक जगत माझी ने कहा, “किसान हमारे देश की रीढ़ हैं और सरकार का लक्ष्य है कि इन्हें आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाया जाए। किसान समृद्धि योजना उसी दिशा में एक ठोस प्रयास है।”
उन्होंने यह भी घोषणा की कि अगले साल से सोलर पंप वितरण का लक्ष्य बढ़ाया जाएगा और जिन किसानों को यह सुविधा मिलेगी उन्हें किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना से भी जोड़ा जाएगा ताकि अंशदान का बोझ न बढ़े।
इन किसानों को मिला सोलर पंप सेट:
मरसलन टोपनो, सीता देवी, शिवलन टोपनो, कमल कृष्ण सिंह, स्टेपन कंडुलना, ज्योतिष एक्का, धनेश्वर सिंह, नील मोहन सिंह, जगबंधु सिंह, विल्सन कंडुलना, सोहन सिंह, जॉन टोपनो।
इन सभी किसानों ने खुशी जताई कि अब उन्हें सिंचाई के लिए न बिजली का इंतजार करना पड़ेगा न डीजल के लिए परेशान होना पड़ेगा।
विधायक ने सुनी गांववालों की समस्याएं
कार्यक्रम के बाद विधायक ने प्रखंड कार्यालय स्थित कक्ष में बैठकर ग्रामीणों की समस्याएं भी सुनीं। दर्जनों ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं से विधायक को अवगत कराया, जिसमें सबसे अहम मुद्दा था— जमीन अधिग्रहण।
ग्रामीणों का आरोप था कि चारबंदिया, मोरंग, डुमिरता, बेड़ाकेंदुदा, भालुडुंगरी, आनंदपुर, मथुरापोस जैसे गांवों में बिना सूचना और सहमति के उनकी जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। विधायक ने तत्काल बीडीओ और सीओ को तलब कर जांच के आदेश दिए और स्पष्ट कहा कि “बिना ग्रामीणों की सहमति के कोई जमीन नहीं ली जाएगी।”
पेयजल संकट पर भी उठा सवाल
कई ग्रामीणों ने पेयजल की गंभीर समस्या का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि गर्मी बढ़ते ही जलस्रोत सूख जाते हैं और कई गांवों में अभी से पानी के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। इस पर विधायक ने आश्वासन दिया कि संबंधित विभागों से बात कर जल्द समाधान किया जाएगा।
एक नया सवेरा: किसानों के लिए उम्मीद की किरण
कुल मिलाकर, यह दिन आनंदपुर के किसानों के लिए उम्मीद की किरण लेकर आया। सोलर पंप सेट सिर्फ एक मशीन नहीं, बल्कि खेतों की हरियाली, आत्मनिर्भरता और सम्मान की पहचान बन गई है।
अब जब विधायक ने न केवल तकनीकी सहायता दी है, बल्कि जमीन और पानी जैसे मौलिक मुद्दों पर भी तत्परता दिखाई है, तो क्षेत्रीय विकास की उम्मीद और भी मजबूत हो गई है।
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