Dhanbad Death : कोयला चोरी की भगदड़ में डूबा युवक, मौत के बाद मचा बवाल, परिजनों ने लगाए हत्या के आरोप
धनबाद के ब्लॉक-2 कोलडंप में कोयला चोरी के दौरान 18 वर्षीय युवक की पोखरिया में डूबने से मौत हो गई। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया और शव के साथ धरना दिया। घटना ने सुरक्षा व मुआवजे को लेकर हड़कंप मचा दिया है।

धनबाद के बाघमारा थाना क्षेत्र स्थित बीसीसीएल ब्लॉक-2 की कोल परियोजना एक बार फिर विवादों में आ गई है। मंगलवार रात को कथित कोयला चोरी की भगदड़ में एक 18 वर्षीय युवक की पोखरिया में डूबने से मौत हो गई। मृतक की पहचान जंगल टोला निवासी राजेश कुमार रविदास के रूप में हुई है। लेकिन इस हादसे की कहानी इतनी सीधी नहीं है, क्योंकि परिजन इसे दुर्घटना नहीं बल्कि साजिशन हत्या बता रहे हैं और आरोप उसी के दो साथियों पर लगाए गए हैं, जो घटना के वक्त उसके साथ थे।
कैसे हुआ हादसा?
मंगलवार रात करीब साढ़े आठ बजे राजेश अपने दो साथियों करण दास और अरुण दास के साथ बेनीडीह कोलडंप गया था। इसी दौरान वहां साइडिंग से कोयला चोरी की सूचना पर CISF (सीआइएसएफ) ने अचानक सायरन बजा दिया। सायरन सुनते ही भगदड़ मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे। इसी भागमभाग में राजेश पोखरिया में कूद गया और लापता हो गया।
राजेश का मोबाइल था स्विच ऑफ, परिजन हुए परेशान
रात भर राजेश घर नहीं लौटा। जब उसके दोनों साथी वापस आए तो उन्होंने परिजनों को कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी। राजेश का मोबाइल भी बंद था, जिससे घरवालों की चिंता बढ़ गई। अनहोनी की आशंका में परिजनों ने बाघमारा पुलिस को सूचना दी।
सुबह मिली चप्पल, फिर चला तलाशी अभियान
बुधवार सुबह खोजबीन के दौरान राजेश की चप्पल पोखरिया के पास मिली। इस आधार पर बाघमारा थाना प्रभारी चिरंजीत प्रसाद ने मुनीडीह भटिंडा फॉल से चार गोताखोरों को बुलाया। दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद राजेश का शव पोखरिया से निकाला गया। उसकी जेब से मोबाइल भी मिला।
हत्या की आशंका और साथी पर हमला
राजेश का शव मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गई। उसके परिजनों ने आरोप लगाया कि करण दास और अरुण दास ने मिलकर राजेश की हत्या कर शव पोखरिया में फेंक दिया। गुस्साए ग्रामीणों ने दोनों युवकों की सरेआम पिटाई कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को किसी तरह बचाकर हिरासत में लिया।
मुआवजे की मांग पर कोलियरी में चक्का जाम
घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने बीओसीपी कोलियरी में चक्का जाम कर दिया और राजेश के परिजनों को मुआवजा देने की मांग पर अड़ गए। विधायक शत्रुघ्न महतो ने आपदा प्रबंधन के तहत मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया, लेकिन लोग धरने पर बैठे रहे। उन्होंने शव को पुलिस को सौंपने से भी इनकार कर दिया।
CISF ने क्या कहा?
सीआइएसएफ ब्लॉक दो के इंस्पेक्टर तारीक रिजवी के मुताबिक, साइडिंग से कोयला चोरी की सूचना पर सायरन बजाया गया था। उसी के बाद भगदड़ मच गई थी। वे किसी भी व्यक्ति की मृत्यु की जिम्मेदारी से इनकार करते हैं।
इतिहास दोहराता है: कोयला चोरी और हादसे
धनबाद की धरती वर्षों से कोयला चोरी और उससे जुड़े हादसों की गवाह रही है। बीसीसीएल के क्षेत्र में पहले भी कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां असंगठित गतिविधियों के चलते जानें गई हैं। CISF और BCCL की निगरानी के बावजूद कोयला माफिया का बोलबाला जारी है।
क्या होगी कार्रवाई?
बाघमारा थानेदार चिरंजीत प्रसाद का कहना है कि अगर परिजनों की ओर से लिखित शिकायत मिलती है तो कानून के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस पूरे घटनाक्रम की जांच में जुटी हुई है और हिरासत में लिए गए युवकों से पूछताछ जारी है।
राजेश की मौत ने एक बार फिर धनबाद में कोयला माफिया, सुरक्षा की लापरवाही और प्रशासन की निगरानी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह होगा कि यह मामला किसी नतीजे तक पहुंचता है या फिर अतीत की तरह फाइलों में ही दफन हो जाता है।
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