Ranchi Fraud: FIITJEE कोचिंग के चेयरमैन, CEO और CFO पर 98,900 की ठगी का आरोप, छात्रों का भविष्य दांव पर!
रांची में FIITJEE कोचिंग सेंटर पर 98,900 रुपये ठगी का आरोप! चेयरमैन, CEO और CFO के खिलाफ FIR दर्ज। क्या छात्रों को मिलेगा न्याय? पढ़ें पूरी खबर।

रांची : अगर आपने कभी किसी कोचिंग सेंटर में फीस भरने के बाद भी खुद को ठगा महसूस किया है, तो यह खबर आपको झकझोर कर रख देगी। देशभर में प्रतिष्ठित माने जाने वाले FIITJEE कोचिंग सेंटर पर एक बड़ा घोटाला सामने आया है। आरोप है कि संस्थान ने छात्रों से मोटी रकम वसूली और फिर अचानक संस्थान को बंद कर दिया।
रांची के हरिओम टावर स्थित FIITJEE कोचिंग सेंटर के चेयरमैन डीके गोयल, सीईओ मनीष आनंद और सीएफओ राजीव बब्बर के खिलाफ 98,900 रुपये की ठगी के मामले में लालपुर थाने में एफआईआर दर्ज हुई है। यह मामला तब सामने आया, जब एक अभिभावक जगदीश गुप्ता, जो मधुकम साईं बिहार कॉलोनी के निवासी हैं, ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
कैसे हुआ घोटाला? अभिभावक ने बताई पूरी कहानी
शिकायतकर्ता जगदीश गुप्ता ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे शुभंक राज का सत्र 2025-27 के लिए FIITJEE में एडमिशन कराया था। इसके लिए उन्होंने 47,600 रुपये ऑनलाइन जमा किए, जबकि बाकी की फीस 51,300 रुपये का चेक देकर भरी गई।
इसके अलावा, उन्होंने आठ पोस्ट-डेटेड चेक भी संस्थान को दिए थे, जो अप्रैल 2025, जुलाई 2025, अप्रैल 2026 और जुलाई 2026 की तारीख के थे। लेकिन अचानक से खबर आई कि संस्थान को बिना किसी पूर्व सूचना के बंद कर दिया गया और वहां पढ़ रहे छात्रों को इसकी कोई जानकारी तक नहीं दी गई।
FIITJEE ने ऐसे किया छात्रों के भविष्य से खिलवाड़!
शिकायतकर्ता के अनुसार, FIITJEE ने एडमिशन के नाम पर छात्रों से मोटी रकम वसूली और फिर संस्थान बंद कर दिया। खास बात यह है कि बोर्ड परीक्षाएं और JEE जैसे एंट्रेंस एग्जाम नजदीक हैं, ऐसे में छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है।
जगदीश गुप्ता का कहना है कि, "यह सिर्फ मेरे बेटे के साथ ही नहीं, बल्कि सैकड़ों छात्रों के साथ हुआ है। FIITJEE ने फीस लेकर संस्था को बंद कर दिया और अब कोई जवाब देने को तैयार नहीं है।"
क्या था FIITJEE का इतिहास? क्यों माना जाता था टॉप कोचिंग सेंटर?
FIITJEE की स्थापना 1992 में दिल्ली में हुई थी और यह देश के सबसे प्रतिष्ठित कोचिंग सेंटरों में से एक माना जाता था। JEE जैसी परीक्षाओं के लिए यह पहली पसंद हुआ करता था, लेकिन हाल के वर्षों में इसकी विश्वसनीयता पर लगातार सवाल उठते रहे हैं।
देशभर में FIITJEE की शाखाएं हैं और हर साल हजारों छात्र इसमें एडमिशन लेते हैं, लेकिन रांची में इस कोचिंग के अचानक बंद होने से न केवल छात्रों, बल्कि अभिभावकों को भी बड़ा झटका लगा है।
पुलिस की कार्रवाई: FIR दर्ज, आरोपी गिरफ्त में आएंगे?
रांची पुलिस ने धोखाधड़ी (IPC धारा 420) और आपराधिक साजिश (IPC धारा 120B) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि FIITJEE के चेयरमैन, सीईओ और सीएफओ से पूछताछ की जाएगी और जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
छात्रों को मिलेगा न्याय? या ठगे जाएंगे हजारों अभिभावक?
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या FIITJEE के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी या फिर यह मामला भी अन्य घोटालों की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा?
यह घटना शिक्षा क्षेत्र में होने वाले धोखाधड़ी और मनमानी का एक और उदाहरण बन गई है। छात्रों और अभिभावकों को कोचिंग सेंटर्स में दाखिला लेते समय सावधानी बरतने और पूरी जांच-पड़ताल करने की जरूरत है।
क्या FIITJEE के जिम्मेदार अधिकारियों को सजा मिलेगी? या फिर छात्रों के भविष्य से इसी तरह खिलवाड़ जारी रहेगा? जवाब समय ही देगा!
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