Ranchi Accident: तेज रफ्तार कार ने 22 महीने की मासूम को कुचला, आरोपी ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे
रांची में तेज रफ्तार कार ने 22 महीने की मासूम बच्ची को कुचल दिया। आरोपी चालक घटना के बाद फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए गिरफ्तार कर लिया। क्या मिलेगा इंसाफ? पढ़ें पूरी खबर।

रांची: तेज रफ्तार गाड़ी, एक मासूम की तड़पती जिंदगी और फिर मातम में डूबा परिवार—रांची के लालपुर चौक के पास जो हुआ, उसने सभी को झकझोर दिया। गुरुवार शाम को सड़क किनारे खेल रही 22 महीने की बच्ची भूमि कुमारी उर्फ आशिका को एक कार ने कुचल दिया। आरोपी चालक राहुल खंडेलवाल ने गाड़ी रोकी जरूर, लेकिन बच्ची की हालत देखकर वहां से फरार हो गया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
कैसे हुआ हादसा? चंद सेकंड में उजड़ गया परिवार
रांची के बिराजनगर इलाके में 22 महीने की भूमि कुमारी अपनी मां की दुकान के पास खेल रही थी। शाम 4 बजे के करीब वह खेलते-खेलते सड़क की ओर बढ़ी, तभी लालपुर चौक की तरफ से तेज रफ्तार से आती कार ने उसे कुचल दिया। चश्मदीदों के मुताबिक, कार चालक ने ब्रेक लगाया था, लेकिन गति तेज होने के कारण गाड़ी बच्ची पर चढ़ गई।
सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखा कि कार रुकने के बाद आरोपी राहुल और उसकी पत्नी उतरे, लेकिन बच्ची की हालत देख वहां से भाग गए।
बच्ची को लेकर अस्पताल दौड़े परिजन, नहीं बच सकी जान
हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। बच्ची के परिजन उसे लेकर अस्पताल भागे। स्थानीय अस्पतालों में प्राथमिक इलाज की कोशिश की गई, लेकिन डॉक्टरों ने जवाब दे दिया। आखिरकार, रिम्स ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया।
बच्ची की दादी ने बताया, "कार का चक्का चढ़ जाने से उसके पूरे शरीर पर चोटें आई थीं। उसका एक पैर टूट गया था और मुंह खुला ही रह गया था। हमने बहुत कोशिश की, लेकिन उसे बचा नहीं सके।"
आरोपी ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे, घर से भागने की फिराक में था
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर लालपुर पुलिस ने आरोपी की पहचान की। बच्ची के परिजन गुस्से में राहुल के घर पहुंचे, लेकिन तब तक वह भागने की कोशिश कर रहा था। परिजनों ने उसे पकड़कर लालपुर थाने के हवाले कर दिया।
गैरइरादतन हत्या का केस दर्ज, मेडिकल जांच में नहीं मिला नशे का असर
पुलिस ने आरोपी राहुल खंडेलवाल पर गैरइरादतन हत्या (IPC की धारा 304A) का केस दर्ज कर लिया है। उसकी मेडिकल जांच कराई गई, जिसमें नशे में होने की पुष्टि नहीं हुई। पूछताछ में राहुल ने बताया कि वह अपनी पत्नी से बातचीत कर रहा था और ध्यान नहीं दिया कि बच्ची कब सामने आ गई।
इतिहास में ऐसे कई हादसे, लेकिन सजा कम ही होती है
रांची समेत पूरे देश में सड़क हादसे आम हो गए हैं। हर साल हजारों मासूम और निर्दोष लोग तेज रफ्तार वाहनों की भेंट चढ़ जाते हैं। 2023 में झारखंड में ही 4500 से ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं, जिनमें 3200 से ज्यादा लोगों की मौत हुई।
अब क्या होगा? दोषी को मिलेगी सजा?
रांची पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है, लेकिन अब यह देखना होगा कि उसे सख्त सजा मिलती है या नहीं। अक्सर गैरइरादतन हत्या के मामलों में आरोपियों को जमानत मिल जाती है।
अब सवाल उठता है कि कब तक ऐसी घटनाओं पर सिर्फ चर्चा होगी और सख्त कानून नहीं बनाए जाएंगे? तेज रफ्तार, लापरवाही और संवेदनहीनता ने एक और परिवार से उनकी मासूम बच्ची छीन ली।
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