Bhilai Election Result : कौन जीता, किसका किला हुआ ध्वस्त? जानें पूरी कहानी!
भिलाई, चरोदा और उतई नगर पंचायत चुनावों में भाजपा ने कांग्रेस को करारी शिकस्त दी! क्या यह 2024 के चुनावों का ट्रेलर है? जानिए पूरी खबर यहां।

भिलाई। छत्तीसगढ़ के भिलाई, भिलाई चरोदा और रिसाली नगर निगम के उपचुनाव में इस बार जोरदार मुकाबला देखने को मिला। भिलाई और भिलाई चरोदा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जीत का परचम लहराया, जबकि रिसाली में कांग्रेस ने अपनी सीट बचाने में कामयाबी हासिल की। इस उपचुनाव ने न केवल राजनीतिक समीकरणों को बदला, बल्कि यह बताने का भी संकेत दिया कि जनता किस दल पर अधिक भरोसा जता रही है।
भिलाई और चरोदा में BJP की लहर
भिलाई नगर निगम के वार्ड 24 में हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी प्रदीप सेन ने कांग्रेस के दानवीर देवांगन को 876 वोटों से हराया। प्रदीप सेन को 1958 वोट, जबकि दानवीर देवांगन को मात्र 1082 वोट मिले। 47 वोट NOTA के खाते में चले गए।
इसी तरह भिलाई चरोदा नगर निगम के वार्ड नंबर 32 (देवबलौदा बस्ती) से भाजपा की शिवकुमारी ललित यादव ने कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कुमार वर्मा को मात दी। यहां भाजपा को 1033 वोट, जबकि कांग्रेस को 422 वोट मिले।
रिसाली में कांग्रेस ने किया कमबैक!
रिसाली नगर निगम के वार्ड 34 में कांग्रेस प्रत्याशी राहुल राय ने भाजपा के हरबंस कोसरिया को 221 वोटों से हराकर कांग्रेस का झंडा बुलंद किया। राहुल राय को 814 वोट, हरबंस कोसरिया को 593 वोट, जबकि निर्दलीय प्रत्याशी चंपा लाल डहरे को 93 वोट मिले।
भूपेश बघेल के गढ़ में BJP ने किया कब्जा!
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के गढ़ पाटन नगर पंचायत में भाजपा ने जोरदार प्रदर्शन किया। अध्यक्ष पद के लिए भाजपा प्रत्याशी योगेश निक्की भाले ने कांग्रेस को 601 वोटों से हराया।
पार्षद पद के लिए भी दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला। यहां कुल 15 वार्डों में भाजपा ने 8 सीटों पर कब्जा जमाया, जबकि कांग्रेस को 7 वार्डों में जीत मिली।
उतई नगर पंचायत में BJP का दमदार प्रदर्शन!
नगर पंचायत उतई में भी भाजपा ने अपना दबदबा कायम रखा। अध्यक्ष पद के लिए भाजपा प्रत्याशी सरस्वती साहू ने कांग्रेस की हीरा देवी वर्मा को 321 वोटों से मात दी।
15 वार्डों के परिणाम इस प्रकार रहे:
BJP - 10 वार्ड
कांग्रेस - 3 वार्ड
जोगी कांग्रेस - 2 वार्ड
चुनाव नतीजों के पीछे क्या है बड़ी वजह?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा की इस जीत के पीछे केंद्र सरकार की योजनाओं का प्रभाव और स्थानीय स्तर पर भाजपा नेताओं की रणनीति अहम रही। वहीं, कांग्रेस की हार को संगठन की कमजोर रणनीति और स्थानीय स्तर पर गुटबाजी से जोड़कर देखा जा रहा है।
क्या यह 2024 के चुनावों का ट्रेलर है?
भिलाई, चरोदा और उतई में भाजपा की जीत यह संकेत दे रही है कि आगामी 2024 विधानसभा चुनावों में भी भाजपा कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार है। दूसरी ओर, कांग्रेस को अब अपने संगठन को मजबूत करने और स्थानीय स्तर पर विश्वसनीय चेहरों को आगे लाने की जरूरत होगी।
छत्तीसगढ़ की राजनीति में इन उपचुनावों ने नई हलचल मचा दी है। भाजपा जहां मजबूत स्थिति में नजर आ रही है, वहीं कांग्रेस को अब अपने रणनीतिक बदलाव करने होंगे। अब देखना यह होगा कि आगामी चुनावों में जनता किसे अपना समर्थन देती है।
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