Bilaspur Festival: फाग महोत्सव में उमड़ेगा काव्य रस, महामूर्ख सम्मेलन बनेगा आकर्षण!

बिलासपुर में 12-14 मार्च को राष्ट्रीय फाग महोत्सव एवं महामूर्ख कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन! हास्य, भक्ति और श्रृंगार रस से भरपूर इस आयोजन को जानें विस्तार से!

Mar 12, 2025 - 20:05
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Bilaspur Festival: फाग महोत्सव में उमड़ेगा काव्य रस, महामूर्ख सम्मेलन बनेगा आकर्षण!
Bilaspur Festival: फाग महोत्सव में उमड़ेगा काव्य रस, महामूर्ख सम्मेलन बनेगा आकर्षण!

बिलासपुर, छत्तीसगढ़: होली का खुमार अब केवल रंगों तक सीमित नहीं, बल्कि साहित्य जगत भी इस उत्सव में पूरी तरह रंगा नजर आएगा! 12 से 14 मार्च 2025 के बीच राष्ट्रीय फाग महोत्सव एवं महामूर्ख कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन होने जा रहा है, जिसमें 100 से अधिक प्रतिष्ठित कवि काव्य प्रेमियों को हास्य, श्रृंगार और भक्ति रस में सराबोर करेंगे

 काव्य रसिक संस्थान का साहित्यिक उत्सव

इस भव्य आयोजन का नेतृत्व "काव्य रसिक संस्थान" कर रहा है, जो साहित्य प्रेमियों के लिए भारत का एक प्रतिष्ठित मंच बन चुका है। संस्थान के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राम कुमार रसिक, राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष डॉ. मीना सुरेश जैन "सुमीता", राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. ज्योति कृष्ण, महामंत्री डॉ. राम रतन श्रीवास "राधे राधे" एवं राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष हीरा सिंह इस आयोजन की तैयारी में जुटे हैं।

 महामूर्ख कवि सम्मेलन - हंसी का धमाका!

14 मार्च 2025 को महामूर्ख कवि सम्मेलन का आयोजन होगा, जिसमें हास्य और व्यंग्य की बौछारें होंगी। यह सम्मेलन होली के हास्य और मस्ती से भरपूर माहौल को और अधिक जीवंत बना देगा। इस दौरान, साहित्यकार राधा-कृष्ण की प्रेममयी फाग, हास्य कविताएं, गीत, गजल और व्यंग्य से रंग जमाएंगे।

 11 राज्यों में गूंजेगा साहित्य का यह संगम!

काव्य रसिक संस्थान की पहचान अब सिर्फ एक शहर या राज्य तक सीमित नहीं है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, राजस्थान, बिहार, झारखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और दादरा एवं नगर हवेली सहित भारत के 11 राज्यों में इसकी शाखाएं कार्यरत हैं

ऑनलाइन माध्यम से होगा राष्ट्रीय आयोजन!
देशभर के 100 से अधिक कवि करेंगे काव्य पाठ!
होली की मस्ती को साहित्यिक रंगों में सराबोर करेगा यह आयोजन!

 फाग महोत्सव - प्रेम, भक्ति और श्रृंगार का अनूठा संगम

भारत में फाग महोत्सव की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। खासकर ब्रज क्षेत्र में यह उत्सव राधा-कृष्ण के प्रेम और रंगों के खेल के रूप में मनाया जाता है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, यह महोत्सव काव्य और संगीत के माध्यम से भक्तिमय माहौल बनाएगा

संस्थान के महामंत्री डॉ. राम रतन श्रीवास 'राधे राधे' ने बताया कि इस आयोजन में देशभर के प्रख्यात साहित्यकार अपनी बेहतरीन प्रस्तुतियों से इस महोत्सव को यादगार बनाएंगे

 क्या यह कार्यक्रम साहित्य जगत में नया इतिहास बनाएगा?

राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राम कुमार रसिक के अनुसार, यह महोत्सव सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि साहित्यिक चेतना को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की पहल हैराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष डॉ. मीना सुरेश जैन "सुमीता" ने बताया कि संस्थान की ओर से सभी देशवासियों को होली की शुभकामनाएं दी जा रही हैं

यदि आप होली के इस रंगारंग उत्सव को साहित्यिक अंदाज में जीना चाहते हैं, तो राष्ट्रीय फाग महोत्सव और महामूर्ख कवि सम्मेलन को बिल्कुल भी मिस न करें! इस भव्य आयोजन में शामिल होकर आप भी हास्य, प्रेम और भक्ति के इस अनूठे संगम का हिस्सा बन सकते हैं

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।