Bhilai Ganesh Chaturthi : सेक्टर-7 दशहरा मैदान में भक्ति और उल्लास की तीसरी संध्या
भिलाई के सेक्टर-7 दशहरा मैदान में गणेश चतुर्थी के तीसरे दिन हजारों भक्तों ने बप्पा के दर्शन किए। भव्य सजावट, मनमोहक झांकियाँ और भक्ति का अद्भुत संगम! जानें और क्या हुआ खास।

भिलाई, 31 अगस्त 2025 – भिलाई के सेक्टर-7 दशहरा मैदान में गणेश चतुर्थी महोत्सव का तीसरा दिन भक्ति और उत्साह के अद्भुत संगम के साथ संपन्न हुआ। गणेश पंडाल में हजारों श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा, और शंख-घंटियों की गूंज व गणपति बप्पा के जयकारों ने पूरे वातावरण को मंगलमय बना दिया।
पंडाल की भव्य सजावट और मनमोहक झांकियों ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। रंग-बिरंगी रोशनी और थीम आधारित सजावट ने दर्शन के लिए आए भक्तों का मन मोह लिया। बच्चों से लेकर बड़ों तक, सभी ने झांकियों की रचनात्मकता और सौंदर्य का भरपूर आनंद लिया। विशेष रूप से बच्चों में थीम को लेकर खासा उत्साह देखा गया, जो पंडाल में मौजूद सांस्कृतिक और धार्मिक माहौल को और जीवंत बना रहा।
युवा खेल एवं सांस्कृतिक मंडल, जो इस आयोजन का संचालन कर रहा है, ने बताया कि महोत्सव के आगामी दिनों में और भी कई धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे। इनमें भक्ति संगीत की मधुर प्रस्तुतियाँ, विशेष झांकियाँ और सांस्कृतिक प्रदर्शन शामिल होंगे, जो श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र रहेंगे। इसके अलावा, पंडाल परिसर में विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों के फूड स्टॉल भी लगाए गए हैं, जहाँ भक्त और आगंतुक स्वाद का आनंद ले सकते हैं।
समिति के अध्यक्ष चन्ना केशवलू ने सभी भक्तों से अपील की कि वे अपने परिवार के साथ पंडाल में पधारें, भगवान गणेश के दर्शन करें और इस पवित्र अवसर पर पुण्य लाभ प्राप्त करें। उन्होंने कहा, “यह महोत्सव भक्ति, संस्कृति और समुदाय के एकजुट होने का प्रतीक है। हम सभी को इस उत्सव का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करते हैं।”
गणेश चतुर्थी का यह उत्सव भिलाई में आस्था और उत्साह का एक अनूठा संगम बन गया है। पंडाल में मौजूद हर व्यक्ति ने भगवान गणेश के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की और इस उत्सव के रंग में डूब गया। समिति ने यह भी सुनिश्चित किया है कि सभी आयोजन सुरक्षा और व्यवस्था के साथ संपन्न हों, ताकि भक्तों को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े।
आने वाले दिनों में यह महोत्सव और भी भव्यता के साथ जारी रहेगा, जिसमें शहर के कोने-कोने से लोग शामिल होंगे। भिलाई का यह गणेश पंडाल न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि सामुदायिक एकता और सांस्कृतिक विरासत का भी प्रतीक बन गया है।
What's Your Reaction?






