झारखंड सरकार ने चुनाव आयोग को लिखा पत्र: असम सीएम और केंद्रीय मंत्री पर नफरत फैलाने का आरोप
झारखंड सरकार ने चुनाव आयोग को असम सीएम हिमंता बिस्वा सरमा और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ शिकायत की। आरोप है कि ये नेता राज्य में नफरत फैला रहे हैं और अफसरों को धमका रहे हैं।
रांची, झारखंड - 10 सितंबर 2024: झारखंड सरकार ने चुनाव आयोग को एक पत्र लिखकर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ शिकायत की है। यह पत्र 2 सितंबर को लिखा गया था। पत्र में आरोप लगाया गया है कि ये दोनों नेता राज्य में नफरत फैला रहे हैं और राज्य के शीर्ष अधिकारियों को धमकी भी दे रहे हैं।
झारखंड सरकार की प्रधान सचिव वंदना डाडेल ने पत्र में कहा है कि हिमंता बिस्वा सरमा ने राज्य और इसके अधिकारियों के खिलाफ झूठे बयान दिए हैं। उनके बयान राज्य के प्रशासनिक अधिकारियों का चरित्र हनन कर रहे हैं। वंदना डाडेल का आरोप है कि दोनों नेता चुनाव आयोग की तारीख की घोषणा से पहले झारखंड में ही कैंप किए हुए हैं, जिससे यह प्रतीत होता है कि यह एक सुनियोजित योजना के तहत हो रहा है।
पत्र में यह भी कहा गया है कि शिवराज सिंह चौहान विधानसभा चुनाव प्रभारी और हिमंता बिस्वा सरमा सह प्रभारी हैं। दोनों नेता लगातार झारखंड आ रहे हैं, विभिन्न कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं और लोगों से मिल रहे हैं। इस दौरान उनकी प्रेस कांफ्रेंस और सभाएं हो रही हैं, जिनमें उनके भाषण उत्तेजक और शत्रुतापूर्ण होते हैं।
झारखंड सरकार ने चुनाव आयोग को भेजे गए पत्र के साथ हिमंता बिस्वा सरमा और शिवराज सिंह चौहान के सोशल मीडिया पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट भी संलग्न किए हैं। सरकार ने आरोप लगाया है कि इन नेताओं के बयान सांप्रदायिक तनाव पैदा कर रहे हैं।
चुनाव आयोग का कहना है कि राज्य में आचार संहिता लागू नहीं है, इसलिए वे इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर सकते हैं। झारखंड सरकार ने चुनाव आयोग से दोनों मंत्रियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है, जिससे स्थिति को नियंत्रित किया जा सके और राज्य में शांति बनी रहे।
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