पोटका के 7 मजदूर तमिलनाडु से छुड़ाए गए, समाजसेवी और प्रशासन ने मिलकर की मदद
पोटका विधानसभा क्षेत्र के 7 मजदूर तमिलनाडु के मदुरई में बंधक बने हुए थे। वीडियो जारी कर मदद की अपील की। प्रशासन और समाजसेवी ने मिलकर मजदूरों को छुड़ाया और घर भेजा।
पूर्वी सिंहभूम, 13 सितंबर 2024: पोटका विधानसभा क्षेत्र के 7 मजदूर, जो रोजगार की तलाश में तमिलनाडु के मदुरई गए थे, वहां बंधक बने हुए थे। इन मजदूरों ने वीडियो जारी कर मदद की अपील की और जान से मारने की धमकी मिलने की बात कही।
सामाजिक संगठनों और प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया। वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर प्रशासन के लोग भी सक्रिय हो गए। मदुरई के डीसीपी ने खुद कैप कंपनी में छापेमारी की और मजदूरों को बंधक स्थिति से मुक्त कराया।
मुक्त किए गए मजदूरों को बाद में ट्रेन से जमशेदपुर भेजा गया। जमशेदपुर पहुंचने पर पोटका थाना प्रभारी समीर तिर्की ने पुलिस वाहन से सभी मजदूरों को थाना लाया। वहां उन्हें उनके परिवारों के हवाले कर दिया गया।
मजदूरों ने इस घटना के बाद संकल्प लिया है कि वे अब स्थानीय ही रोजगार करेंगे और दूसरे राज्यों में काम की तलाश नहीं करेंगे। समाजसेवी विकास कुमार भगत और भाजपा नेत्री देवी कुमारी भूमिज भी इस दौरान मौजूद थीं। उन्होंने मजदूरों से अपील की कि वे स्थानीय कंपनियों या कृषि कार्य के माध्यम से रोजगार प्राप्त करें।
समाजसेवियों और प्रशासन ने इस मामले में सक्रियता दिखाकर मजदूरों की मुश्किलों को दूर किया। अब ये मजदूर अपने घर लौट आए हैं और अपने परिवारों के साथ रहेंगे।
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