Nawada Train Accident: ट्रेन हादसे में स्वास्थ्य प्रशिक्षक की दर्दनाक मौत, परिवार में मचा कोहराम!

नवादा जिले के हिसुआ में ट्रेन से कटकर स्वास्थ्य प्रशिक्षक अरविंद कुमार गौतम की दर्दनाक मौत। जानिए पूरा मामला और पुलिस जांच की ताजा अपडेट।

Jan 3, 2025 - 18:55
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Nawada Train Accident: ट्रेन हादसे में स्वास्थ्य प्रशिक्षक की दर्दनाक मौत, परिवार में मचा कोहराम!
Nawada Train Accident: ट्रेन हादसे में स्वास्थ्य प्रशिक्षक की दर्दनाक मौत, परिवार में मचा कोहराम!

नवादा: बिहार के नवादा जिले के हिसुआ थाना क्षेत्र में शुक्रवार को दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। किऊल-गया रेलखंड पर ट्रेन से कटकर एक स्वास्थ्य प्रशिक्षक की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक की पहचान गया जिले के बथानी निवासी अरविंद कुमार गौतम (57 वर्ष) के रूप में हुई है। वह हिसुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) में स्वास्थ्य प्रशिक्षक के पद पर कार्यरत थे।

कैसे हुई घटना?

शुक्रवार को अरविंद कुमार गौतम अपनी ड्यूटी के लिए गया से हिसुआ आ रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्टेशन पर ट्रेन के गुजरते समय वह अचानक पटरी के पास आ गए, जिससे कटकर उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

घटना की सूचना मिलते ही हिसुआ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए नवादा सदर अस्पताल भेज दिया।

मौत की खबर से मचा कोहराम

जैसे ही इस दर्दनाक हादसे की खबर मृतक के परिवार और स्वास्थ्य केंद्र के कर्मियों तक पहुंची, पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। साथी कर्मचारी भी गहरे सदमे में हैं।

कौन थे अरविंद कुमार गौतम?

अरविंद कुमार गौतम एक अनुभवी स्वास्थ्य प्रशिक्षक थे और हिसुआ PHC में अपनी सेवाएं दे रहे थे। वह स्वास्थ्य जागरूकता और प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण के लिए जाने जाते थे। उनका योगदान स्वास्थ्य सेवा में सराहनीय था।

रेल हादसों का इतिहास

भारत में रेल दुर्घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं। हर साल 1,000 से अधिक रेल हादसे रिपोर्ट किए जाते हैं। मुख्य कारणों में लापरवाही, तकनीकी खामियां और सुरक्षा उपायों की कमी शामिल है। किऊल-गया रेलखंड पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, जहां सुरक्षा मानकों की कमी पर सवाल उठे हैं।

पुलिस जांच में क्या आया सामने?

पुलिस इस मामले को लेकर गंभीर जांच में जुट गई है। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या या दुर्घटना दोनों कोणों को ध्यान में रखा जा रहा है। फिलहाल, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिसके बाद स्थिति और स्पष्ट होगी।

क्या कहता है रेलवे प्रशासन?

रेलवे प्रशासन का कहना है कि किऊल-गया रेलखंड एक व्यस्त मार्ग है और यहां यात्रियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है। हालांकि, सुरक्षा मानकों की जांच की जाएगी।

सुरक्षा के लिए क्या किया जा सकता है?

रेलवे को सुरक्षा बढ़ाने के लिए CCTV कैमरे, ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सिस्टम और सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ाने जैसे कदम उठाने की जरूरत है। इसके अलावा, यात्रियों को भी ट्रैक पार करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।

नवादा में हुआ यह हादसा एक दुखद घटना है, जिसने एक अनुभवी स्वास्थ्य प्रशिक्षक को हमसे छीन लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही स्थिति स्पष्ट होगी। परिवार और साथी कर्मचारियों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए, यह जरूरी है कि भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।