Nawada Honor: नीलम प्रवीण को राजद पद मिलने पर अधिवक्ताओं का भव्य स्वागत!
नवादा में महिला अधिवक्ता नीलम प्रवीण के राजद अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ प्रदेश सचिव बनने पर न्यायालय परिसर में हुआ भव्य स्वागत, फूल माला और मिठाई से सम्मान। जानिए पूरा मामला।
नवादा: नवादा व्यवहार न्यायालय में शुक्रवार को एक ऐतिहासिक और गर्वपूर्ण क्षण देखा गया जब महिला अल्पसंख्यक अधिवक्ता नीलम प्रवीण का भव्य स्वागत किया गया। अधिवक्ताओं ने उन्हें राजद अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की प्रदेश सचिव नियुक्त होने पर फूल माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर सम्मानित किया।
नीलम प्रवीण का न्यायालय में पहली बार आगमन
नीलम प्रवीण को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) द्वारा हाल ही में अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का प्रदेश सचिव मनोनीत किया गया है। यह पद मिलने के बाद पहली बार उन्होंने नवादा व्यवहार न्यायालय में कदम रखा। उनके पहुंचते ही अधिवक्ताओं ने पूरे गर्मजोशी के साथ उनका भव्य स्वागत किया।
कौन-कौन अधिवक्ता रहे शामिल?
नीलम प्रवीण के सम्मान में आयोजित इस समारोह में कई वरिष्ठ अधिवक्ता शामिल हुए। मुख्य रूप से:
- पूर्व महासचिव संत शरण शर्मा
- नवीन सिंह
- अरुण कुमार सिन्हा
- रविशंकर
- अनिल कुमार
- अरविंद कुमार
सभी ने फूल माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर नीलम प्रवीण को बधाई दी।
नीलम प्रवीण का सफर और उपलब्धियां
नीलम प्रवीण नवादा की प्रख्यात महिला अधिवक्ता हैं, जिन्होंने अपने कानूनी करियर में कई महत्वपूर्ण मुकदमों की पैरवी की है। राजद अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ में प्रदेश सचिव के रूप में उनका चयन महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए प्रेरणा स्रोत है।
महिला अधिवक्ताओं के लिए प्रेरणा
नीलम प्रवीण की इस उपलब्धि ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। अधिवक्ताओं ने इस मौके पर कहा कि उनका यह चयन समाज में महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने वाला है।
इतिहास में महिला नेतृत्व
बिहार में महिला नेतृत्व का गौरवशाली इतिहास रहा है। रबीन्द्रनाथ टैगोर की बहन स्वर्णकुमारी देवी से लेकर आज की नीलम प्रवीण तक, महिलाओं ने हर क्षेत्र में सफलता के झंडे गाड़े हैं।
समाज में क्या संदेश?
नीलम प्रवीण का प्रदेश सचिव बनना यह दर्शाता है कि प्रतिभा और मेहनत का सम्मान हर स्तर पर किया जाता है। उनकी इस सफलता ने नवादा की महिलाओं को कानूनी क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी है।
क्या कहा नीलम प्रवीण ने?
इस मौके पर नीलम प्रवीण ने कहा:
"यह उपलब्धि सिर्फ मेरी नहीं, बल्कि उन सभी महिलाओं की जीत है जो अपने अधिकारों और पहचान के लिए संघर्ष कर रही हैं। मैं हमेशा समाज के हर वर्ग के लिए न्याय की लड़ाई लड़ती रहूंगी।"
नीलम प्रवीण की यह सफलता महिला सशक्तिकरण और अल्पसंख्यक नेतृत्व के क्षेत्र में एक प्रेरणादायक कदम है। नवादा के अधिवक्ताओं का यह सम्मान उनके संघर्ष और समर्पण का प्रतीक है। उनकी यह नई भूमिका समाज में न्याय और समानता की अलख जगाएगी।
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