छठ महापर्व पर माई दरबार सेवा संघ का बड़ा कदम - जरूरतमंदों के बीच 351 नि:शुल्क सूप और पूजन सामग्री वितरित

माई दरबार सेवा संघ ने बागबेड़ा कॉलोनी में छठ महापर्व के अवसर पर जरूरतमंद छठ व्रतधारियों के बीच 351 नि:शुल्क सूप, फल और पूजन सामग्री का वितरण किया। जानिए कैसे संघ हर वर्ष इस पर्व पर सेवा के नये आयाम गढ़ता है।

Nov 6, 2024 - 18:49
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छठ महापर्व पर माई दरबार सेवा संघ का बड़ा कदम - जरूरतमंदों के बीच 351 नि:शुल्क सूप और पूजन सामग्री वितरित
छठ महापर्व पर माई दरबार सेवा संघ का बड़ा कदम - जरूरतमंदों के बीच 351 नि:शुल्क सूप और पूजन सामग्री वितरित

लोक आस्था और सूर्य उपासना का महापर्व छठ पर्व, जिसे संपूर्ण भारत में बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है, इस वर्ष भी धूमधाम से मनाया जा रहा है। छठ पर्व की महिमा और महत्व को देखते हुए बागबेड़ा कॉलोनी स्थित माई दरबार सेवा संघ ने छठ व्रतधारियों के लिए नि:शुल्क सूप और पूजन सामग्री वितरण का विशेष आयोजन किया। इस पहल के तहत संघ ने जरूरतमंद परिवारों के बीच 351 सूप, फल और अन्य आवश्यक पूजन सामग्रियां वितरित कीं।

इस अद्वितीय पहल का उद्देश्य ऐसे परिवारों तक मदद पहुंचाना है, जो किन्हीं आर्थिक कारणों से छठ पूजा की आवश्यकताओं को पूरा करने में असमर्थ होते हैं। संघ के संयोजक अभिषेक ओझा ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस बार भी माई दरबार सेवा संघ ने सामूहिक सेवा भावना के साथ यह आयोजन किया, ताकि छठ व्रतधारियों के लिए भक्ति का यह पावन अवसर कठिनाई से परे हो।

छठ पर्व का इतिहास और महत्व

छठ पर्व भारत के उत्तरी हिस्सों, खासकर बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में विशेष रूप से मनाया जाने वाला पर्व है। इस पर्व में भगवान सूर्य और उनकी बहन छठी माईया की उपासना की जाती है। मान्यता है कि छठ पर्व करने से स्वास्थ्य, समृद्धि और खुशहाली मिलती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, सूर्य की उपासना से रोग, शोक और दुख का नाश होता है, और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

यह चार दिनों तक चलने वाला पर्व है, जो नहाय-खाय के दिन से शुरू होता है और उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ समाप्त होता है। पहले दिन व्रती (छठ व्रत करने वाले) अपने शरीर और मन को शुद्ध करते हैं। दूसरे दिन 'खरना' होता है, जिसमें व्रती पूरे दिन निर्जल रहते हैं और रात में विशेष प्रसाद ग्रहण करते हैं। तीसरे दिन संध्या अर्घ्य और चौथे दिन सुबह के अर्घ्य के साथ व्रत संपन्न होता है।

माई दरबार सेवा संघ की अनोखी पहल

बागबेड़ा कॉलोनी में इस वर्ष माई दरबार सेवा संघ द्वारा 351 नि:शुल्क सूप और पूजन सामग्रियों का वितरण कर छठ व्रतधारियों की सेवा करने का यह महायज्ञ संपन्न हुआ। इस दौरान संघ के मुख्य सदस्य, जैसे अभिषेक ओझा, पवन ओझा, अजय दुबे, संतोष ठाकुर, मुखिया उमा मुंडा, केडी मुंडा, संदीप सिंह, प्रशांत पांडे, धनंजय सिंह, नीतीश, सन्नी झा, कौशल, सुधीर दुबे, रमेश सिंह, पवित्र देवी, सीमा पांडे और राहुल समेत कई लोग उपस्थित रहे।

अभिषेक ओझा ने बताया कि संघ के सदस्यों द्वारा सामूहिक प्रयासों से इस वितरण को सफल बनाया गया। उन्होंने बताया कि संगठन हर वर्ष छठ महापर्व पर यह सेवा कार्य करता है ताकि समाज में किसी भी परिवार को आर्थिक बाधाओं के कारण इस पवित्र अनुष्ठान से वंचित न होना पड़े।

सेवा की परंपरा को आगे बढ़ाते माई दरबार सेवा संघ के प्रयास

माई दरबार सेवा संघ एक गैर-लाभकारी संगठन है, जिसका मुख्य उद्देश्य जरूरतमंद और असहाय लोगों की सहायता करना है। संघ का यह प्रयास छठ पर्व के माध्यम से अपनी संस्कृति और समाज सेवा की भावना को आगे बढ़ाने का एक बड़ा कदम है। इस संगठन का उद्देश्य केवल सामग्री वितरण तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उनका यह प्रयास समाज के हर उस व्यक्ति तक पहुंचने का है, जो किसी भी कारण से पर्व के आयोजन में अड़चन महसूस करता है।

संघ के अन्य सदस्य पवन ओझा, अजय दुबे और अन्य सदस्यों ने भी इस प्रयास की सराहना की और बताया कि यह सेवा केवल आज की नहीं बल्कि साल भर चलने वाला एक अनवरत प्रयास है। माई दरबार सेवा संघ का उद्देश्य समाज के हर उस जरूरतमंद तक मदद पहुंचाना है, जिसे इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।

भविष्य के लिए उम्मीद

माई दरबार सेवा संघ का यह कदम समाज में एक नई आशा की किरण लाता है। इस तरह के आयोजन और नि:शुल्क सामग्री वितरण न केवल छठ पर्व के महत्व को बढ़ाते हैं, बल्कि समाज के हर व्यक्ति को यह एहसास कराते हैं कि वे अकेले नहीं हैं। संघ के सदस्य इस पहल को हर वर्ष बड़े स्तर पर करते हैं और उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में इस प्रयास को और भी व्यापक स्तर पर किया जाएगा।

छठ पर्व के इस पावन अवसर पर संघ ने एक प्रेरणादायक मिसाल कायम की है, जिससे अन्य सामाजिक संगठनों को भी प्रेरणा मिलेगी।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।