झारखंड की अस्मिता और स्वाभिमान की रक्षा का संकल्प, रामचंद्र सहीस को जिताएं - एनडीए की ताबड़तोड़ अपील

झारखंड में एनडीए का जोरदार अभियान जारी। रामचंद्र सहीस के समर्थन में बोड़ाम में विशाल सभा, जहां राज्य की अस्मिता, माटी, बेटी, रोटी और संस्कृति की रक्षा का संकल्प लिया गया। जानें कैसे एनडीए उम्मीदवारों को मिल रहा है जनसमर्थन।

Nov 6, 2024 - 18:53
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झारखंड की अस्मिता और स्वाभिमान की रक्षा का संकल्प, रामचंद्र सहीस को जिताएं - एनडीए की ताबड़तोड़ अपील
झारखंड की अस्मिता और स्वाभिमान की रक्षा का संकल्प, रामचंद्र सहीस को जिताएं - एनडीए की ताबड़तोड़ अपील

झारखंड में जारी विधानसभा चुनाव प्रचार में एनडीए की ओर से बड़ी रैलियों का दौर चल रहा है। इसी कड़ी में आजसू पार्टी के उम्मीदवार रामचंद्र सहीस के पक्ष में बोड़ाम के बाजार मैदान में एक विशाल सभा का आयोजन किया गया। झारखंड की अस्मिता, संस्कृति और स्वाभिमान की रक्षा का आह्वान करते हुए नेताओं ने एनडीए के पक्ष में मतदान की अपील की।

सभा को संबोधित करते हुए आजसू पार्टी के वरिष्ठ नेता सुदेश कुमार महतो ने झारखंडी अस्मिता को संरक्षित रखने की बात कही। उन्होंने झारखंड की जनता से रामचंद्र सहीस को जिताने का आशीर्वाद देने का आग्रह किया और कहा कि एनडीए ही इस राज्य की माटी, बेटी और रोटी की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकता है।

झारखंड की संस्कृति और अस्मिता की बात क्यों आई सामने?

झारखंड का अस्तित्व आदिवासी समुदायों, उनकी संस्कृति और परंपराओं पर आधारित है। झारखंड राज्य का गठन ही इसलिए हुआ था ताकि यहाँ की विशिष्ट संस्कृति और संसाधनों की रक्षा की जा सके। लेकिन समय के साथ राजनीतिक अस्थिरता और बाहरी प्रभावों के कारण यह मुद्दा फिर से उठ खड़ा हुआ है। सभा में सुदेश कुमार महतो, चंपाई सोरेन और विद्युत वरण महतो जैसे नेताओं ने झारखंड के हितों की रक्षा का संकल्प दोहराते हुए लोगों से अपील की कि वे एनडीए के उम्मीदवार को वोट दें, ताकि झारखंड की अस्मिता और आत्म-सम्मान सुरक्षित रह सके।

चंपाई सोरेन ने अपने भाषण में कहा, "अगर झारखंड से घुसपैठियों को भगाना है तो एनडीए की सरकार बनाना ही एकमात्र रास्ता है।" उनके इस बयान ने सभा में मौजूद समर्थकों में जोश भर दिया।

एनडीए की सरकार और भ्रष्टाचार पर सख्त रुख

रामचंद्र सहीस ने अपने भाषण में विरोधी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि झामुमो, कांग्रेस और राजद गठबंधन के ज्यादातर नेता जमानत पर हैं और वे सत्ता में लौटने की जुगत में हैं ताकि अपने गलत कार्यों को छुपा सकें। उन्होंने कहा कि यदि एनडीए की सरकार बनती है तो ऐसे नेताओं को उनके कृत्यों के लिए जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। सहीस ने कहा कि एनडीए ही इस राज्य के संसाधनों को लूटने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।

स्थानीय मुद्दों पर जनता की नाराजगी

सभा में शामिल एनडीए समर्थकों ने स्थानीय मुद्दों को भी प्रमुखता से उठाया। एनडीए के जिला अध्यक्ष कन्हैया सिंह ने कहा कि वर्तमान विधायक के खिलाफ स्थानीय व्यापारियों से रंगदारी वसूलने और बालू की अवैध निकासी का आरोप है। उन्होंने बताया कि जनता इस भ्रष्टाचार और जमीन-दलाली से त्रस्त है और इसी कारण से आगामी चुनाव में एनडीए के प्रत्याशी रामचंद्र सहीस के पक्ष में बटन दबाने की तैयारी में है।

सिंह ने कहा, "यह चुनाव केवल एक विधायक चुनने का नहीं है, बल्कि झारखंड के भविष्य को सुरक्षित करने का अवसर है। झारखंडी जनता अब बाहरी हस्तक्षेप और भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ी है।"

एनडीए को व्यापक जनसमर्थन

इस सभा में जिले के कई प्रमुख नेता, जैसे कि आदित्य महतो, वनविहारी महतो, श्याम कृष्ण महतो, अनिल मोदी, सचिन महतो, और अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया और रामचंद्र सहीस के प्रति अपना समर्थन जताया। झारखंडी लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मंच के जिला उपाध्यक्ष उज्ज्वल महतो के नेतृत्व में सैकड़ों युवा साथी आजसू पार्टी की सदस्यता लेकर एनडीए के प्रति समर्थन जाहिर किया।

सभा में एनडीए समर्थकों ने ‘झारखंड बचाओ’ और ‘रामचंद्र को जिताओ’ जैसे नारे लगाए। सभा में भारी संख्या में जुटे लोग इस बात का प्रमाण दे रहे थे कि एनडीए को इस बार व्यापक जनसमर्थन मिल रहा है।

13 नवंबर का दिन है महत्वपूर्ण

आगामी 13 नवंबर को झारखंड के लोग अपना प्रतिनिधि चुनने के लिए मतदान करेंगे। एनडीए समर्थकों ने जनता से अपील की कि वे मतदान केंद्रों पर जाकर केला छाप पर बटन दबाएं और रामचंद्र सहीस को विजयी बनाएं।

झारखंड में एनडीए के पक्ष में बढ़ती लहर ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जनता बदलाव चाहती है। राज्य की अस्मिता, संसाधन और संस्कृति की रक्षा के लिए यह चुनाव निर्णायक साबित हो सकता है। एनडीए ने यह चुनाव माटी, बेटी, और रोटी के मुद्दों को लेकर लड़ा है, जो झारखंड की आत्मा के करीब हैं।

आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि झारखंड की जनता इस चुनाव में किसे समर्थन देती है और किसे अस्वीकार करती है। सभा में हुई चर्चा, नेताओं के भाषण और जनसमर्थन से यह स्पष्ट है कि झारखंड का भविष्य अब पूरी तरह से राज्य की जनता के हाथ में है।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।