Jamshedpur: NGT के निर्देशों की अवमानना पर सरयू राय ने जताई चिंता, कार्रवाई की मांग
जमशेदपुर में कचरा डंपिंग स्थल पर आग की घटनाओं और एनजीटी के आदेशों की अवमानना पर विधायक सरयू राय ने जताई नाराजगी। जानें, विधायक ने क्या कहा और आगे क्या कदम उठाएंगे।
जमशेदपुर के सोनारी क्षेत्र में स्थित मैरीन ड्राइव कचरा डंपिंग स्थल पर आग लगने की घटनाओं और एनजीटी के आदेशों की अवमानना पर विधायक सरयू राय ने गहरी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि जिले में जमशेदपुर अक्षेस और जिला प्रशासन एनजीटी को गुमराह कर रहे हैं और इस गंभीर समस्या का समाधान नहीं कर रहे।
एनजीटी के आदेश का उल्लंघन
जमशेदपुर के पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र के विधायक सरयू राय हाल ही में कचरा डंपिंग स्थल पर पहुंचे और वहां आग जलने की घटना का जायजा लिया। उन्होंने पाया कि डंपिंग स्थल के एक हिस्से में आग जल रही थी, जिसे उन्होंने तत्काल पानी डालकर बुझाया। स्थानीय नागरिकों ने विधायक से शिकायत की कि इस क्षेत्र के निवासियों को कई बार आश्वासन दिया गया है कि कचरा डंपिंग से जुड़ी समस्याओं का समाधान किया जाएगा, लेकिन आज तक कुछ नहीं किया गया।
विधायक की नाराजगी और कार्रवाई की चेतावनी
सरयू राय ने कहा, "तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री की असफलता के बाद, मैंने इस मामले को एनजीटी के समक्ष रखा था और अधिवक्ता संजय कुमार उपाध्याय के माध्यम से न्यायालय में मामला दायर किया। एनजीटी के आदेशों के अनुसार, जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि समस्या का समाधान जल्दी ही किया जाएगा। लेकिन अब पुनः कचरा जलने की घटनाएं हो रही हैं, जिससे स्थानीय नागरिकों को काफी परेशानी हो रही है।"
विधायक ने आगे कहा कि अगर जिला प्रशासन और जमशेदपुर अक्षेस ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, तो वे एनजीटी में दोबारा शिकायत दर्ज कराएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि एनजीटी के आदेश का उल्लंघन गंभीर मामला है और इसके लिए कार्रवाई होनी चाहिए।
स्थानीय नागरिकों की हालत
स्थानीय निवासियों ने बताया कि कचरा डंपिंग स्थल से उठते धुएं से उनकी जिंदगी नारकीय हो गई है। वे दिन-रात धुएं और प्रदूषण से परेशान हैं, जिससे उनकी सेहत पर भी बुरा असर पड़ रहा है।
मुख्य सहयोगी और समर्थक
विधायक सरयू राय के साथ इस मौके पर मुकुल मिश्रा, धर्मेन्द्र प्रसाद, नीरज सिंह, सुप्रियो घोष, तारू मुंडा, बी के पंडित, राहुल तिवारी, उत्तम कुमार, डॉ. घोष, चुन्नु भूमिज, अशोक, लालु कुमार, अतुल सिंह, कैलाश सिंह, संजीव सिंह, विजय राज, बुद्धेश्वर कर्मकार, बाबू सिंह, नरेश बागती, सिद्धार्थ अधिकारी जैसे प्रमुख व्यक्ति और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक मौजूद थे।
पूर्वी सिंहभूम का ऐतिहासिक संदर्भ
जमशेदपुर और पूर्वी सिंहभूम जिले की पहचान उसकी औद्योगिक और सामाजिक गतिविधियों से है। यहां के निवासियों ने कई बार प्रशासन से अपने अधिकारों की रक्षा की मांग की है। यह कचरा समस्या भी उसी संघर्ष का हिस्सा है, जिसमें स्थानीय लोगों की सेहत और जीवन की गुणवत्ता का सवाल उठता है।
विधायक का संदेश
विधायक सरयू राय ने स्थानीय निवासियों को आश्वस्त किया कि वे इस मुद्दे को पूरी गंभीरता से लेंगे। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई तो वे एनजीटी में दोबारा शिकायत करेंगे और मामले को कानूनी तौर पर लड़ेंगे। उन्होंने कहा, "जमशेदपुर अक्षेस और जिला प्रशासन को अब इस मुद्दे पर गंभीरता से काम करना होगा, अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"
जमशेदपुर के कचरा डंपिंग स्थल की समस्या और एनजीटी के आदेशों की अवमानना ने एक बार फिर विधायक सरयू राय को सक्रिय किया है। स्थानीय नागरिकों की परेशानियों के बीच, यह मामला प्रशासन और संबंधित अधिकारियों के लिए एक बड़ा सबक है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण की सुरक्षा सर्वोपरि है।
What's Your Reaction?