Foundation Day : 42वां स्थापना दिवस समारोह, संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया
घाटशिला स्थित संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर में 42वां स्थापना दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया। जानें, इस खास मौके की अनोखी झलक और समारोह की महत्वपूर्ण बातें।
7 दिसंबर 2024 को घाटशिला स्थित संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर में 42वां स्थापना दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया। यह आयोजन न केवल विद्यालय परिवार के लिए बल्कि स्थानीय समुदाय के लिए भी एक ऐतिहासिक दिन था।
मुख्य अतिथियों का आगमन और दीप प्रज्ज्वलन
इस विशेष अवसर पर उप कुलपति, सुभाष विश्वविद्यालय जमशेदपुर, डॉ. प्रभात कुमार पानी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उनके साथ श्रीमती निर्मला देवी कनोडिया (उपाध्यक्ष, श्री सत्संग सदन, कोलकाता), श्रीमती उमा देवी केड़िया (सचिव, श्री सत्संग सदन, कोलकाता) और विद्यालय की प्रमुख श्रीमती सुलोचना देवी बगारिया सहित कई विशिष्ट व्यक्ति उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई, जिसमें अतिथियों ने मिलकर रौशनी का आभा प्रकट किया।
स्कूल की गौरवमयी परंपरा
गणेश वंदना और गुरु वंदना के नृत्य ने आराध्य ईश्वर को नमन किया। विद्यालय की परंपरा के अनुसार, सभी अतिथियों का स्वागत फलों की टोकरी से किया गया। विद्यालय प्रबंधन समिति की सदस्य श्रीमती वंदना अग्रवाल ने स्वागत भाषण में उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों का दिल से अभिनंदन किया।
वार्षिक पत्रिका 'अंकुर' का विमोचन
इस अवसर पर विद्यालय की वार्षिक पत्रिका 'अंकुर' का विमोचन किया गया। प्राचार्या श्रीमती नीलकमल सिन्हा ने विद्यालय की वार्षिक उपलब्धियों को साझा किया और विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि वे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहें।
शैक्षणिक उपलब्धियों की सराहना
समारोह के दौरान 2023-24 के 10वीं और 12वीं कक्षाओं के बोर्ड टॉपर्स, विषय टॉपर्स और स्कॉलर्स को सम्मानित किया गया। कुल 31 छात्रों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए मेडल, प्रमाण पत्र और छात्रवृत्ति से नवाजा गया। मुख्य अतिथि डॉ. प्रभात कुमार पानी ने सभी विद्यार्थियों को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दी।
गंगा नदी की सांस्कृतिक महत्ता
कार्यक्रम का एक विशेष आकर्षण था—गंगा नदी की महत्वता को दर्शाने वाली नाट्य प्रस्तुति 'उद्गम से संगम साक्षी गंगा'। इस प्रस्तुति में चारों युगों में गंगा की भूमिका और उसकी पवित्रता को जीवंत रूप में दर्शाया गया। सह सचिव श्री शिवकुमार देवड़ा ने गंगा नदी के सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व पर प्रकाश डाला और विद्यार्थियों से जीवन में उसके सकारात्मक गुणों को अपनाने का आग्रह किया।
संगीत और नृत्य के रंग
12वीं कक्षा के छात्र गौरव अग्रवाल और छात्रा स्वास्तिका बोस के अलावा 11वीं कक्षा की छात्राएं तान्या कुमारी और शिखा साधु ने कार्यक्रम का मंच संचालन किया। इस मौके पर विद्यार्थियों ने संगीत और नृत्य की प्रस्तुतियों से कार्यक्रम को जीवंत बना दिया।
समापन और धन्यवाद
कार्यक्रम के समापन के समय विद्यालय की प्रशासिका श्रीमती शोभा गनेरीवाल ने धन्यवाद ज्ञापन किया। उन्होंने विशेष रूप से मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथियों, विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों, अभिभावकों, शिक्षक-शिक्षिकाओं और सभी विद्यार्थियों का आभार व्यक्त किया। अंत में, राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ।
संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर के 42वें स्थापना दिवस ने एक बार फिर शिक्षा, संस्कृति और परंपरा की भावना को मजबूत किया। यह कार्यक्रम विद्यालय के प्रति गर्व और भविष्य की दिशा को तय करने के लिए एक प्रेरणा बनकर उभरा।
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