झारखंड चुनाव: भाजपा-झामुमो के बीच सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोप की जंग तेज
झारखंड चुनाव के मद्देनजर भाजपा और झामुमो नेताओं में सोशल मीडिया पर तीखे हमले हुए। बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन पर नौकरी बेचने का आरोप लगाया, जिस पर सीएम ने सीबीआई-ईडी से जांच की चुनौती दी।
झारखंड चुनाव: भाजपा और झामुमो के बीच सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोप की जंग
झारखंड, 7 नवंबर 2024: झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा और झामुमो (झारखंड मुक्ति मोर्चा) के बीच चुनावी जंग सोशल मीडिया पर तेज हो गई है। बुधवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (JSSC) की सीटें 25 लाख रुपए में बेची जा रही हैं। मरांडी के इस आरोप के बाद सोशल मीडिया पर भाजपा और झामुमो के बीच तीखी बयानबाजी शुरू हो गई है।
भाजपा के बाबूलाल मरांडी ने लगाए आरोप
बुधवार को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, "हेमंत सोरेन ने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। अब सरकार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। नौकरी देने के नाम पर एक सीट के लिए 25 लाख रुपए तक की बोली लगाई जा रही है।" मरांडी का आरोप था कि हेमंत सोरेन और उनके सहयोगी राज्य के युवाओं के सपनों की कीमत लगा रहे हैं।
सीएम सोरेन का जवाब: 50 साल जेल में डाल दीजिए
बाबूलाल मरांडी के आरोपों पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने मरांडी के पोस्ट को टैग करते हुए जवाब दिया, "आपके पास ED, CBI और सभी एजेंसियों का कुनबा है। आप किसी भी एजेंसी से जांच करवा लीजिए। अगर युवाओं के मुद्दों पर मेरी कोई गलती निकलती है, तो मुझे 50 साल के लिए जेल में डाल दीजिए। मैं उफ्फ तक नहीं करूंगा।"
भाजपा का पलटवार: "हार देख छाती पीटना बंद कीजिए"
सोरेन के जवाब के बाद भाजपा ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से भी प्रतिक्रिया दी। भाजपा ने सीएम सोरेन को टैग करते हुए लिखा, "हार नजदीक देख छाती पीटना बंद कीजिए। जब केंद्रीय एजेंसियां जांच के लिए आती हैं, तो आप राज्य सरकार की अनुमति के बिना उन्हें जांच करने से रोक देते हैं। एक बार हिम्मत कर ईडी और सीबीआई को खुली छूट दीजिए। गलती निकलेगी तो सजा भी होगी।"
हेमंत सोरेन का पलटवार: "सामने से लड़ो"
गुरुवार सुबह सीएम हेमंत सोरेन ने फिर से भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "अगर हिम्मत है तो सामने से लड़ो। अंग्रेजों की तरह बार-बार पीछे से वार क्यों कर रहे हो? कभी ईडी, कभी सीबीआई, कभी कोई और एजेंसी। मेरी छवि खराब करने के लिए अरबों रुपए खर्च किए जा रहे हैं।" सोरेन का इशारा था कि भाजपा चुनाव से पहले उनकी छवि को खराब करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग कर रही है।
झामुमो नेता का बयान: "मां का दूध पिया है तो सामने आ जाओ"
झामुमो नेता मनोज पांडेय ने भी भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, "यह लड़ाई असली 56 इंच और नकली 56 इंच के बीच है। झारखंडी लोग लड़ाई करते हैं और जीतते हैं। भाजपा वाले 56 इंच की बात करते हैं लेकिन काम वैसा कुछ नहीं करते। ईडी, सीबीआई, चुनाव आयोग को आगे कर देते हैं। हेलीकॉप्टर रुकवा देते हैं। झारखंड में आए हो, गुजरात, असम और एमपी से, और यहां झारखंडियों को चुनौती देते हो। अगर हिम्मत है तो सामने आकर लड़ो।"
चुनावी माहौल में गरमा-गर्मी
झारखंड विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, और चुनावी माहौल में आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति ने सोशल मीडिया पर जोर पकड़ लिया है। दोनों ही पक्ष एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार और एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप लगा रहे हैं। हेमंत सोरेन और बाबूलाल मरांडी के बीच इस तीखी बयानबाजी ने राज्य की राजनीति को गरमा दिया है। झामुमो और भाजपा के समर्थक इस वाकयुद्ध को सोशल मीडिया पर ध्यान से देख रहे हैं।
सोशल मीडिया बना राजनीतिक अखाड़ा
यह जंग केवल चुनाव प्रचार तक सीमित नहीं रही। सोशल मीडिया पर समर्थक और विपक्षी नेता भी खुलकर एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। झारखंड की राजनीति में सोशल मीडिया एक प्रभावी माध्यम बन गया है, जहां पार्टी के शीर्ष नेता एक-दूसरे पर सीधे आरोप लगा रहे हैं। इससे साफ है कि चुनावी मुकाबला केवल जमीन पर नहीं, बल्कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी उतना ही गर्म है।
इस चुनावी जंग में दोनों पक्षों के समर्थक उत्सुकता से देख रहे हैं कि आखिरकार सच की जीत किसकी होगी और झारखंड का नेतृत्व किसके हाथों में जाएगा।
What's Your Reaction?