Jamshedpur Bull Attack : एमजीएम अस्पताल के पास सांढ़ का कहर, हल्दीपोखर निवासी महफूज गंभीर रूप से घायल

जमशेदपुर के एमजीएम गोलचक्कर के पास हल्दीपोखर निवासी महफूज को सांढ़ ने पटक कर घायल कर दिया। जानिए पूरी खबर और प्रशासन से उठी मांग।

Jan 9, 2025 - 14:43
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Jamshedpur Bull Attack  : एमजीएम अस्पताल के पास सांढ़ का कहर, हल्दीपोखर निवासी महफूज गंभीर रूप से घायल
Jamshedpur Bull Attack – एमजीएम अस्पताल के पास सांढ़ का कहर, हल्दीपोखर निवासी महफूज गंभीर रूप से घायल

Jamshedpur Bull Attack – जमशेदपुर के एमजीएम गोलचक्कर के पास गुरुवार सुबह एक चौंकाने वाली घटना घटी, जब हल्दीपोखर मुस्लिम बस्ती निवासी महफूज को एक सांढ़ ने अचानक पटक दिया। इस हमले में महफूज गंभीर रूप से घायल हो गए।

महफूज गुरुवार सुबह अपने भाई महबूब, जो पिछले चार दिनों से एमजीएम अस्पताल में भर्ती हैं, को देखने आए थे। भाई का हालचाल जानने के बाद जब वे घर लौट रहे थे, तभी एमजीएम गोलचक्कर के समीप एक सांढ़ ने उन पर हमला कर दिया।

इतिहास में ऐसे घटनाएं क्यों होती हैं?

भारत में सांढ़ों का आक्रामक व्यवहार कोई नई बात नहीं है। सांढ़, विशेष रूप से जब वे भड़क जाते हैं, तो इंसानों पर हमला कर सकते हैं। प्राचीन भारतीय समाज में सांढ़ों को पवित्र माना जाता था और उन्हें खुला छोड़ने की परंपरा रही है। यही परंपरा आज भी कई क्षेत्रों में जारी है, जिससे ऐसे घटनाएं देखने को मिलती हैं।

महफूज का हाल और परिवार की चिंता

महफूज को तत्काल उनके परिजनों द्वारा एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए तत्काल उपचार शुरू किया। डॉक्टरों का कहना है कि महफूज के सिर और कमर में चोटें आई हैं और उनकी स्थिति फिलहाल स्थिर है।

महफूज की पत्नी ने बताया, "वे सिर्फ अपने बीमार भाई को देखने गए थे, सोचा नहीं था कि ऐसी घटना हो जाएगी। हमारे परिवार के लिए यह बहुत चिंता का समय है।"

सांढ़ों के हमलों का समाधान क्या है?

विशेषज्ञों के अनुसार, खुले में घूमने वाले सांढ़ों पर प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वे आवारा पशुओं के लिए विशेष व्यवस्था करें ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

जमशेदपुर में क्यों बढ़ रहे हैं ऐसे मामले?

जमशेदपुर में हाल के दिनों में पशु हमले की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि आवारा पशुओं पर नियंत्रण के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। इससे न सिर्फ यातायात बाधित हो रहा है, बल्कि लोगों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ रही है।

प्रशासन से अपील

स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि सड़कों पर घूम रहे आवारा सांढ़ों को पकड़कर गौशाला या संरक्षित क्षेत्रों में भेजा जाए।

महफूज का व्यवसाय और परिवार पर असर

महफूज हल्दीपोखर में एक पान की दुकान चलाते हैं। उनकी इस दुर्घटना के बाद उनके परिवार की आर्थिक स्थिति पर भी असर पड़ सकता है। उनके भाई महबूब पहले से ही अस्पताल में भर्ती हैं, जिससे परिवार पर दोहरी मार पड़ी है।

यह घटना न केवल जमशेदपुर, बल्कि पूरे राज्य में आवारा पशुओं के नियंत्रण की जरूरत को उजागर करती है। प्रशासन को चाहिए कि वे इस दिशा में सख्त कदम उठाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

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