Jadugoda Raid: होली से पहले जंगल में पुलिस की दबिश, 300 किलो जावा महुआ और 30 लीटर शराब नष्ट!
होली से पहले जादूगोड़ा पुलिस की बड़ी कार्रवाई! 300 किलो जावा महुआ और 30 लीटर शराब नष्ट, लेकिन शराब माफिया फरार। जानिए पुलिस अब क्या करने वाली है।

जादूगोड़ा: होली के मद्देनजर जादूगोड़ा पुलिस ने गुरुवार की अहले सुबह अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। केंदाडीह और पुरनापानी के जंगलों में छापेमारी कर 300 किलो जावा महुआ और 30 लीटर देसी शराब को नष्ट कर दिया गया।
इस विशेष अभियान की अगुवाई थाना प्रभारी राजेश कुमार मंडल ने की, जिसमें पुलिस टीम ने लाठियों से शराब बनाने के सभी बर्तन और हांडियां तोड़ दीं। इस कार्रवाई का मकसद शराब माफियाओं पर नकेल कसना और होली से पहले इलाके को नशामुक्त बनाना था। हालांकि, पुलिस के पहुंचते ही सभी अवैध शराब निर्माता मौके से फरार हो गए।
कैसे हुआ अभियान का खुलासा?
गुप्त सूचना के आधार पर जादूगोड़ा पुलिस को जानकारी मिली थी कि केंदाडीह और पुरनापानी के जंगलों में बड़े पैमाने पर अवैध शराब बनाई जा रही है। होली के मौके पर इस शराब की तस्करी कर इसे बाजार में बेचा जाना था। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की योजना बनाई और तड़के सुबह छापेमारी कर दी।
जंगलों में सालों से चल रहा था अवैध धंधा!
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, यह अवैध शराब निर्माण बीते कई सालों से जारी था। शराब माफिया जंगलों में गुप्त ठिकाने बनाकर महुआ से देसी शराब तैयार करते थे और इसे चोरी-छिपे बाजार में बेचते थे। पुलिस कई बार कार्रवाई कर चुकी है, लेकिन शराब माफिया फिर से अपने कारोबार को शुरू कर देते हैं।
- महुआ शराब कैसे बनती है?
महुआ के फूलों को सड़ाकर उससे शराब बनाई जाती है, जिसे देसी शराब या जावा महुआ कहा जाता है। यह सस्ती होती है, लेकिन अत्यधिक जहरीली भी हो सकती है। - क्यों खतरनाक है महुआ शराब?
अवैध तरीके से बनी शराब में जहरीले केमिकल मिलाए जाते हैं, जिससे यह जानलेवा साबित हो सकती है। कई मामलों में लोगों की मौत तक हो चुकी है।
पुलिस ने कैसे नष्ट किया शराब?
पुलिस ने जंगल में चल रही भट्ठियों पर लाठियों से हमला कर शराब बनाने के सारे बर्तन तोड़ दिए।
- 300 किलो जावा महुआ को वहीं नष्ट कर दिया गया ताकि दोबारा शराब न बन सके।
- 30 लीटर तैयार शराब को भी नष्ट कर दिया गया।
- भट्ठियों को पूरी तरह तहस-नहस कर दिया गया ताकि फिर से अवैध शराब का धंधा न चल सके।
भाग निकले शराब माफिया – पुलिस के लिए चुनौती!
छापेमारी के दौरान शराब बनाने वाले सभी लोग जंगल में भाग निकले। यह पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। पुलिस अब इन तस्करों की पहचान करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने की योजना बना रही है।
थाना प्रभारी राजेश कुमार मंडल ने बताया—
"हमने अवैध शराब के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया है। सभी शराब माफियाओं की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। होली के दौरान नशामुक्त समाज बनाना हमारी प्राथमिकता है।"
होली पर अवैध शराब का बड़ा नेटवर्क!
हर साल होली से पहले अवैध शराब का कारोबार तेजी से बढ़ जाता है। शराब माफिया इसे बड़े पैमाने पर बनाते हैं और त्योहार पर महंगे दामों पर बेचते हैं।
- अवैध शराब से सबसे ज्यादा खतरा गरीब तबके के लोगों को होता है।
- शराब के सेवन से दुर्घटनाएं और अपराध बढ़ जाते हैं।
- कई बार जहरीली शराब के कारण मौतें भी हो चुकी हैं।
अब क्या करेगी पुलिस?
- पुलिस अब शराब माफियाओं की पहचान करने में जुटी है।
- इलाके में निगरानी बढ़ाई जाएगी ताकि दोबारा अवैध शराब न बन सके।
- होली से पहले और सख्त अभियान चलाने की तैयारी है।
ग्रामीणों ने क्या कहा?
गांव के एक बुजुर्ग व्यक्ति ने बताया—
"यहां शराब बनाने का धंधा लंबे समय से चल रहा था। कई बार हमने शिकायत की, लेकिन शराब माफिया बहुत चालाक होते हैं। पुलिस को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि यह धंधा हमेशा के लिए बंद हो जाए।"
जादूगोड़ा पुलिस की यह कार्रवाई नशामुक्त समाज की दिशा में एक बड़ा कदम है। हालांकि, जब तक अवैध शराब बनाने वाले पकड़े नहीं जाते, तब तक यह खतरा बना रहेगा। पुलिस को होली से पहले और सख्त अभियान चलाने की जरूरत है ताकि इस बार का त्योहार शराब और अपराध से मुक्त रह सके।
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