Jamshedpur Meetup: India बनेगी तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, धर्मेंद्र प्रधान का बड़ा बयान
जानें कैसे एक्सएलआरआइ के होमकमिंग 2024 में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भारत के आर्थिक भविष्य की घोषणा की। भारत बनेगा दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था।
जमशेदपुर: एक्सएलआरआइ के होमकमिंग 2024 और प्लैटिनम जुबली समारोह के समापन कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भारत के उज्ज्वल आर्थिक भविष्य का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि भारत अगले तीन साल में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। इस समारोह में एक्सएलआरआइ के 75 वर्षों की उपलब्धियों का जश्न मनाते हुए कई प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों को सम्मानित भी किया गया।
भारत की आर्थिक क्रांति पर जोर
श्री प्रधान ने अपने संबोधन में कहा कि भारत आज वैश्विक आर्थिक मंच पर मजबूती से खड़ा है। अभी भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, लेकिन देश की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था इसे दो से तीन साल में तीसरे स्थान पर पहुंचा देगी।
उन्होंने औद्योगिक क्रांतियों के इतिहास का उदाहरण देते हुए बताया कि पहली और दूसरी क्रांति के दौरान भारत ने गुलामी और श्रम का अनुभव किया। तीसरी औद्योगिक क्रांति के समय भारत सुपरवाइजर बना, लेकिन अब चौथी औद्योगिक क्रांति में भारत को मालिक बनने का समय आ गया है।
प्रधानमंत्री मोदी की लीडरशिप पर भरोसा
श्री प्रधान ने कहा कि भारत की यह प्रगति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी नीतियों का परिणाम है। उन्होंने गैस सब्सिडी छोड़ने वाले एक करोड़ भारतीयों की सराहना करते हुए देश के नागरिकों से 'गिवबैक' की भावना अपनाने की अपील की।
एक्सएलआरआइ की ऐतिहासिक भूमिका
एक्सएलआरआइ के 75 वर्षों के योगदान को याद करते हुए, श्री प्रधान ने इसे भारत का सबसे पुराना बिजनेस स्कूल बताया। उन्होंने कहा कि यह संस्थान न केवल देश बल्कि दुनिया को भी नेतृत्व प्रदान कर रहा है। टाटा स्टील की इस संस्थान की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका की भी प्रशंसा की गई।
समारोह में दिखा सांस्कृतिक उत्साह
कार्यक्रम में एक्सएलआरआइ के विद्यार्थियों ने अपने सांस्कृतिक कार्यक्रमों से माहौल को और जीवंत कर दिया। इस दौरान दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
अवार्ड्स से नवाजे गए पूर्व छात्र
इस खास मौके पर एक्सएलआरआइ के प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों को विभिन्न श्रेणियों में सम्मानित किया गया:
- लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड: जैकब वर्गिस, चीफ इंटीग्रेटर, बायराजू फाउंडेशन।
- एकेडमिक अवार्ड: प्रो. के. शिवारामाकृष्णन, प्रोफेसर, राइस यूनिवर्सिटी।
- अलायड फिल्ड अवार्ड: गौतम सेन, वाइस प्रेसिडेंट, फीवा फेडरेशन।
- इंटरप्रेन्योर अवार्ड: अविना होल्डिंग्स के को-फाउंडर।
- यंग अचीवर्स अवार्ड: राहुल सांघवी, एमडी, बॉस्टन कंसल्टिंग ग्रुप।
- प्रैक्टिसिंग मैनेजर अवार्ड: डॉ. आशीष चांद और अन्य।
एक्सएलआरआइ की ऐतिहासिक यात्रा
1949 में स्थापित एक्सएलआरआइ ने भारत को बिजनेस लीडर तैयार करने का मंच दिया है। यह संस्थान शिक्षा और नेतृत्व में क्रांति का प्रतीक बना हुआ है।
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