Jamshedpur Allegation: स्वर्णरेखा नदी में युवक की मौत, परिवार ने हत्या का आरोप लगाया
जमशेदपुर के सिदगोड़ा थाना क्षेत्र में स्वर्णरेखा नदी में 18 वर्षीय मनीष कुमार की मौत के मामले में हत्या की साजिश का आरोप लगाया गया है। जानें पूरी घटना और पुलिस की कार्रवाई।
जमशेदपुर के सिदगोड़ा थाना क्षेत्र में शुक्रवार शाम को हुई एक दर्दनाक घटना ने इलाके में हड़कंप मचा दिया। 18 वर्षीय मनीष कुमार स्वर्णरेखा नदी में डूब गया, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना के दूसरे दिन शनिवार को पुलिस ने गोताखोरों की मदद से मनीष की तलाश की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल सका। मृतक के परिवार ने इस मामले को हत्या का मामला बताते हुए एक युवती पर साजिश रचने का आरोप लगाया है।
घटना का विवरण
मनीष कुमार, जो गोविंदपुर का निवासी था, बाबूडीह में एक टेंट लाइट साउंड के गोदाम में काम करता था। शुक्रवार शाम बाबूडीह की रहने वाली सोनम कुमारी ने मनीष को फोन कर नदी के किनारे बुलाया। जब मनीष वहां पहुंचा, तो सोनम के साथ दो अन्य युवतियां और दो युवक पहले से मौजूद थे। मनीष की मां, दीपा देवी के अनुसार, सोनम ने किसी बात पर मनीष से झगड़ा किया और फिर अचानक नदी में कूद गई। मनीष ने उसे बचाने के लिए छलांग लगाई, लेकिन खुद डूबने लगा। मौके पर मौजूद युवकों ने सोनम को बाहर निकाल लिया और मनीष को डूबते हुए छोड़कर वहां से भाग गए।
परिवार का आरोप
मनीष के परिवार का कहना है कि मनीष और सोनम की मुलाकात करीब आठ दिन पहले हुई थी। दोनों के बीच एक वीडियो को लेकर विवाद हो गया था, जिसे लेकर सोनम और उसके परिवार ने मनीष को फंसाने की साजिश रची। परिवार का दावा है कि इस घटना से पहले सोनम के चाचा ने मनीष को जान से मारने की धमकी दी थी।
पुलिस की कार्रवाई
घटना के बाद पुलिस ने सोनम और उसके दो साथियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और घटनास्थल से संबंधित साक्ष्यों को इकट्ठा किया है। अधिकारियों का कहना है कि जांच में यदि कोई ठोस सबूत मिलता है, तो आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पृष्ठभूमि और समाज पर प्रभाव
जमशेदपुर में इस तरह की घटनाओं से स्थानीय समाज में डर और चिंता का माहौल बन गया है। स्वर्णरेखा नदी, जो आमतौर पर लोगों के लिए एक आकर्षण का केंद्र है, अब एक दर्दनाक याद बन चुकी है। समाज में सुरक्षा के मुद्दे को लेकर जागरूकता बढ़ाने और पुलिस की कार्रवाई की गति को तेज करने की आवश्यकता महसूस हो रही है।
प्रतिक्रिया और उम्मीद
मनीष के परिवार और इलाके के लोग अब न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस के कामकाज पर सवाल खड़े किए हैं। परिवार ने मांग की है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
स्वर्णरेखा नदी में हुई इस दुखद घटना ने एक बार फिर यह दिखा दिया कि सामाजिक और व्यक्तिगत विवाद कैसे खतरनाक मोड़ ले सकते हैं। पुलिस की जांच और न्याय की प्रक्रिया पर अब सबकी नजरें हैं। यह घटना एक चेतावनी है कि हमारे समाज में न केवल सुरक्षा के प्रबंधों को मजबूत करना होगा, बल्कि बच्चों और युवाओं के बीच जिम्मेदारियों और भावनात्मक संतुलन को भी सिखाना होगा।
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