Chatra: जमीन विवाद में चलीं तलवारें, 13 लोग घायल, पुलिस जांच में जुटी
चतरा के इटखोरी में जमीन विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। तलवारें और लाठी-डंडों के बीच 13 लोग घायल हो गए। जानें पूरी घटना और पुलिस की कार्रवाई।
झारखंड के चतरा जिले में इटखोरी प्रखंड के परोका गांव में शनिवार को जमीन विवाद के कारण तनावपूर्ण माहौल बन गया। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच लाठी-डंडों, ईंट-पत्थरों और तलवारों का इस्तेमाल किया गया। इस हिंसक झड़प में 13 लोग घायल हो गए, जिनमें से चार की स्थिति गंभीर बनी हुई है। गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को हजारीबाग मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना कैसे हुई?
यह विवाद तब शुरू हुआ जब एक पक्ष ने एक प्लॉट पर चहारदीवारी बनानी शुरू की। दूसरे पक्ष ने इसका विरोध किया, और विवाद हिंसक झड़प में बदल गया। महिलाओं को भी नहीं बख्शा गया और उन्हें भी निशाना बनाया गया।
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह जमीन विवाद लंबे समय से दोनों पक्षों के बीच तनाव का कारण बना हुआ था। विवादित जमीन पर अधिकार को लेकर पहले भी झड़पें हो चुकी हैं, लेकिन इस बार हिंसा ने बड़ा रूप ले लिया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। इटखोरी थाना प्रभारी अभिषेक सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों की ओर से अलग-अलग आवेदन प्राप्त हुए हैं। फिलहाल प्राथमिकता घायलों के इलाज पर दी जा रही है, जिसके बाद कानूनी प्रक्रिया शुरू होगी।
पुलिस ने इलाके में शांति बहाल करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है। झगड़े में इस्तेमाल किए गए हथियारों को जब्त कर लिया गया है और दोनों पक्षों से पूछताछ जारी है।
घायलों की सूची
घायलों में एक पक्ष से 36 वर्षीय प्रदीप राम, 42 वर्षीय सुधीर राम, 70 वर्षीय रामस्वरूप राम, 14 वर्षीय प्रिंस कुमार, 40 वर्षीय सोनू देवी, 35 वर्षीय खुशबू कुमारी, और 60 वर्षीय जानकी देवी शामिल हैं। दूसरे पक्ष से 55 वर्षीय नरेश राम और 45 वर्षीय सुनीता देवी घायल हुए हैं।
पृष्ठभूमि: झारखंड में जमीन विवाद के मामले
झारखंड में जमीन विवाद की घटनाएं आम हैं, खासकर ग्रामीण इलाकों में। जमीन की बढ़ती कीमतों और पारिवारिक विवादों के कारण इस तरह की हिंसा होती है। विशेषज्ञों का मानना है कि कानूनों के सही क्रियान्वयन और विवादों को समय पर हल न करने से ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं।
एक और घटना: हजारीबाग में अपराधियों का आतंक
इस बीच, हजारीबाग के गिद्दी थाना क्षेत्र में शुक्रवार की रात रेलीगढ़ा एक्सवेशन वर्कशॉप में अपराधियों ने धावा बोला। करीब 8-10 अपराधियों ने सुरक्षाकर्मियों को बंधक बनाकर वर्कशॉप से लाखों रुपये का सामान लूट लिया। लूटे गए सामान की कीमत लगभग 9 लाख रुपये बताई गई है।
पुलिस को अब तक अपराधियों का कोई सुराग नहीं मिला है, लेकिन आरोपियों की तलाश में छापेमारी जारी है। सुरक्षा प्रभारी भुवनेश्वर प्रसाद ने पुलिस को सूचना दी कि अपराधियों ने होमगार्ड संतोष महतो और सुरक्षा कर्मी सुमिंद्र भुइयां को बंधक बनाकर वारदात को अंजाम दिया।
चतरा और हजारीबाग की ये घटनाएं राज्य में कानून व्यवस्था की चुनौतियों को उजागर करती हैं। जमीन विवाद और आपराधिक घटनाएं स्थानीय प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही हैं। इन घटनाओं से सबक लेकर त्वरित कार्रवाई और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
यह जरूरी है कि विवादों का कानूनी हल निकाला जाए और लोगों को हिंसा से बचने के लिए जागरूक किया जाए। प्रशासन को सतर्कता बढ़ाने और विवादित क्षेत्रों में निगरानी के प्रयास तेज करने की आवश्यकता है।
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