Hussainabad Shocking Murder: जुमे की नमाज से लौट रहे इमामुद्दीन की हत्या, पैसे के लेन-देन से जुड़ी चौंकाने वाली सच्चाई
हुसैनाबाद में जुमे की नमाज से लौट रहे इमामुद्दीन अंसारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या के पीछे पैसे के लेन-देन का मामला बताया जा रहा है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

हुसैनाबाद अनुमंडल क्षेत्र के हैदरनगर बाजार में शुक्रवार दोपहर 2:30 बजे एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। बहरवाखांड निवासी इमामुद्दीन अंसारी (45) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना तब हुई जब इमामुद्दीन हैदरनगर मस्जिद में जुमे की नमाज अदा करने के बाद पैदल अपने घर की ओर लौट रहे थे। घटना के बाद उन्होंने दम तोड़ दिया और पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।
कौन था इमामुद्दीन?
इमामुद्दीन अंसारी, जो लगभग पांच साल तक दूसरे राज्यों में प्लांट में मेठ का काम करते थे, अब अपने घर पर ही रहते थे। उनका जीवन काफी संघर्षपूर्ण था, और उनके बेटे बाहर काम करते थे। वह दिन-प्रतिदिन की जरूरतों के लिए ही घर पर रहते थे। लेकिन, किसी ने नहीं सोचा था कि उनकी जिंदगी इस तरह एक भयावह मोड़ लेगी।
क्या थी हत्या की असली वजह?
मामला पैसों के लेन-देन से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। इमामुद्दीन अपने घर पर रहने के बावजूद पुराने संपर्कों के चलते कुछ वित्तीय जिम्मेदारियों में शामिल थे। शुक्रवार को जब वह जुमे की नमाज अदा करने के बाद रेलवे गुमटी की ओर जा रहे थे, तभी हैदरनगर बाजार में उनका सामना हुआ मुमताज मंसूरी (32) से। मुमताज ने इमामुद्दीन पर अचानक गोली चला दी और मौके से फरार हो गया।
घटना का रहस्य और पुलिस की जांच
इस हत्या की घटना ने पुलिस को चौंका दिया, क्योंकि पुलिस को हत्या का कारण और आरोपी की पहचान की तलाश थी। तीन घंटे के भीतर ही पुलिस ने आरोपी मुमताज मंसूरी को गिरफ्तार कर लिया। मुमताज के खिलाफ सीसीटीवी फुटेज के जरिए जांच की गई, और उसे जपला रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने घटनास्थल से तीन खोखा और दो जिंदा कारतूस भी बरामद किए, जिससे मामला और भी पेचीदा हो गया।
मुमताज का रहस्यपूर्ण अतीत
आरोपी मुमताज मंसूरी हैदरनगर बाजार का ही निवासी है। वह इमामुद्दीन के साथ पहले काम करता था और हो सकता है कि पैसों के लेन-देन को लेकर विवाद हो, जिसके चलते इस हत्या को अंजाम दिया गया। मुमताज का घर घटनास्थल से महज 300 मीटर की दूरी पर स्थित है, और इसने इलाके में अपनी गहरी छाप छोड़ी हुई थी।
क्या था उस दिन का माहौल?
इमामुद्दीन के साथ इस हत्या के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई थी। उनके साथ उनके गांव के ही अब्बास अंसारी भी चल रहे थे। घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग इमामुद्दीन को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हत्या की सूचना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और आरोपी को पकड़ने में सफलता पाई।
अंतिम विचार
इस घटना ने पूरे हुसैनाबाद को हिला दिया है। यह घटना न सिर्फ एक दुखद घटना है, बल्कि यह यह भी दर्शाती है कि कभी-कभी पैसे के लेन-देन को लेकर होने वाले विवाद किस कदर खतरनाक मोड़ ले सकते हैं। इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है और आरोपी मुमताज को गिरफ्तार किया है, जिससे कुछ हद तक मामले की सच्चाई सामने आई है।
अब देखना यह है कि मामले की और जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं और यह हत्या आखिरकार किस कारण से की गई थी।
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